इस बार फीकी रही RSS की इफ्तार पार्टी, मुस्लिम संगठनों ने किया था भारी विरोध
By खबरीलाल जनार्दन | Updated: June 5, 2018 15:26 IST2018-06-05T15:26:11+5:302018-06-05T15:26:11+5:30
साल 2015 में पहली बार आरएसएस ने इफ्तार पार्टी का आयोजन मुंबई में किया था तब 70 मुस्लिम देशों के राजदूतों को न्योता भेजा गया था

इस बार फीकी रही RSS की इफ्तार पार्टी, मुस्लिम संगठनों ने किया था भारी विरोध
मुंबई, 5 जूनः राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) के मुस्लिम राष्ट्रीय मंच (एमआरएम) की सोमवार (4 जून) को मुंबई में आयोजित इफ्तार पार्टी इस बार फीकी रही। एमआरएम ने यह इफ्तार पार्टी सहयाद्रि गेस्ट हाउस में आयोजित की थी। इसमें 30 इस्लामिक देशों के राजनयिकों के अलावा मुस्लिम समुदाय के 200 से ज्यादा प्रतिष्ठित लोगों को आमंत्रित किया था। लेकिन इस बार बीते सालों की उत्साह नहीं दिखा।
उल्लेखनीय है कि साल 2015 में पहली बार आरएसएस ने इफ्तार पार्टी का आयोजन मुंबई में किया था तब 70 मुस्लिम देशों के राजदूतों को न्योता भेजा गया था और इसमें भारी संख्या में मुस्लिमों ने हिस्सा भी लिया था। पार्लियामेंट एनेक्सी में आयोजित इस कार्यक्रम केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन व मिस्र समेत 70 मुस्लिम देशों मे राजदूतों ने शिरकत भी की थी।
लेकिन इस बार मुस्लिम संगठनों ने इसका कड़ा विरोध किया। उनका कहना था कि जब आरएसएस अपनी मुस्लिम विरोधी नीतियों को नहीं छोड़ता उसके किसी कार्यक्रम में जाने का कोई मतलब नहीं बनता।
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साथ ही मुस्लिम संगठनों ने यह आरोप भी लगाया कि 2019 में मुस्लिम वोटर्स को रिझाने के लिए बीजेपी ऐसा कर रही है। जबकि मौका निकलते ही बीजेपी व आरएसएस कभी लव जिहाद, कभी गौहत्या तो कभी राष्ट्रवाद को लेकर मुस्लिमों को कठघरे में खड़ा किया करते हैं। उसके बाद ऐसे पाखंड कर मुस्लिमों को रिझाने की कोशिश करते हैं।
कई मुस्लिम संगठनों ने इस इफ्तार पार्टी में जाने को गुनाह बताया था। इसी कारण इस बार इफ्तार पार्टी में वैसी रौनक नहीं दिखी। हालांकि एमआरएम के राष्ट्रीय संयोजक विराग पचपोरे का कहना है कि आयोजन सफल रहा।