13,000 करोड़ रुपये की पीएम विश्वकर्मा योजना लॉन्च हुई, पीएम मोदी ने अपने जन्मदिन पर दी सौगात

By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: September 17, 2023 02:57 PM2023-09-17T14:57:46+5:302023-09-17T14:59:31+5:30

‘पीएम विश्वकर्मा’ योजना का उद्देश्य न केवल देशभर के ग्रामीण तथा शहरी क्षेत्रों के कारीगरों और शिल्पकारों को आर्थिक रूप से समर्थन देना है, बल्कि स्थानीय उत्पादों, कला और शिल्प के माध्यम से सदियों पुरानी परंपरा, संस्कृति तथा विविध विरासत को जीवित और समृद्ध रखना भी है।

Rs 13,000 crore PM Vishwakarma scheme launched, PM Modi on his birthday | 13,000 करोड़ रुपये की पीएम विश्वकर्मा योजना लॉन्च हुई, पीएम मोदी ने अपने जन्मदिन पर दी सौगात

पीएम मोदी ने ‘विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना’ का शुभारंभ किया

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Highlightsविश्वकर्मा जयंती के अवसर पर ‘पीएम विश्वकर्मा’ योजना की शुरुआतप्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को लॉन्च कियापारंपरिक कौशल से जुड़े लोगों के लिए 13,000 करोड़ रुपये की है योजना

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को विश्वकर्मा जयंती के अवसर पर ‘पीएम विश्वकर्मा’ योजना की शुरुआत की। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कारीगरों, शिल्पकारों तथा पारंपरिक कौशल से जुड़े लोगों के लिए 13,000 करोड़ रुपये की ‘पीएम विश्वकर्मा’ योजना का शुभारंभ किया। ‘पीएम विश्वकर्मा’ योजना से पारंपरिक कारीगरों तथा शिल्पकारों के 30 लाख परिवार लाभान्वित होंगे। 

इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कारीगरों तथा शिल्पकारों से जीएसटी पंजीकृत दुकानों से ‘मेड इन इंडिया’ टूलकिट खरीदने का आग्रह किया। इससे पहले उन्होंने इंडिया इंटरनेशनल कन्वेंशन एंड एक्सपो सेंटर ‘यशोभूमि’ के पहले चरण को राष्ट्र को समर्पित किया और दिल्ली एयरपोर्ट मेट्रो एक्सप्रेस लाइन पर द्वारका सेक्टर 21 से सेक्टर 25 तक के विस्तार का भी उद्घाटन किया। 

‘पीएम विश्वकर्मा’ योजना का उद्देश्य न केवल देशभर के ग्रामीण तथा शहरी क्षेत्रों के कारीगरों और शिल्पकारों को आर्थिक रूप से समर्थन देना है, बल्कि स्थानीय उत्पादों, कला और शिल्प के माध्यम से सदियों पुरानी परंपरा, संस्कृति तथा विविध विरासत को जीवित और समृद्ध रखना भी है। ‘पीएम विश्वकर्मा योजना’ में 18 पारंपरिक शिल्‍प-कलाओं को शामिल किया गया है। केंद्र सरकार ने ‘पीएम विश्वकर्मा’ योजना को शुरू करने की घोषणा केंद्रीय बजट 2023-24 में की थी। इस योजना के लिए वित्त वर्ष 2023-24 से वित्त वर्ष 2027-28 तक वित्तीय परिव्यय 13,000 करोड़ रुपये रखा गया है।

इसके तहत, ‘विश्वकर्मा’ (कारीगरों व शिल्पकारों) को बायोमेट्रिक आधारित ‘पीएम विश्वकर्मा पोर्टल’ का उपयोग करके सामान्य सेवा केंद्रों के माध्यम से नि:शुल्क पंजीकृत किया जाएगा। उन्हें पीएम विश्वकर्मा प्रमाण पत्र और पहचान पत्र के माध्यम से मान्यता प्रदान की जाएगी और कौशल उन्नयन के लिए बुनियादी तथा उन्नत प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर राजधानी दिल्ली के द्वारका में इंडिया इंटरनेशनल कन्वेंशन एंड एक्सपो सेंटर राष्ट्र को समर्पित किया। इस केंद्र का नाम ‘यशोभूमि’ रखा गया है। यशोभूमि पहुंचने के बाद प्रधानमंत्री ने इस केंद्र का मुआयना भी किया।

'यशोभूमि' में विश्‍व-स्‍तरीय बैठक, सम्मेलन और प्रदर्शनियों की मेजबानी की जा सकेगी। यह दुनिया के सबसे बड़े सम्‍मेलन और प्रदर्शनी सुविधा स्‍थलों में से एक है। करीब 73,000 वर्ग मीटर क्षेत्र में बने कन्वेंशन सेंटर में 15 कन्वेंशन रूम हैं। इनमें मुख्य सभागार, भव्य बॉलरूम और 11,000 प्रतिनिधियों के बैठने की कुल क्षमता वाले 13 बैठक कक्ष शामिल हैं। कन्वेंशन सेंटर में देश का सबसे बड़ा एलईडी मीडिया स्‍क्रीन है। इसके मुख्‍य सभागार में करीब छह हजार लोगों के बैठने की क्षमता है। 

Web Title: Rs 13,000 crore PM Vishwakarma scheme launched, PM Modi on his birthday

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