पटना: आरआरबी-एनटीपीसी भर्ती परीक्षा में अनियमितताओं को लेकर उग्र विरोध प्रदर्शन करने वाले छात्रों के खिलाफ जांच में आरोपी पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी। बिहार के पटना स्थित पूर्व-मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी राजेश कुमार ने इसकी जानकारी दी।
कुमार ने कहा कि रेलवे भर्ती को लेकर कमेटी छात्रों से मिलकर उनकी शिकायत और परेशानियों सुन रही है। जो छात्र प्रदर्शन में शामिल थे उन पर एफआईआर के आधार पर कार्रवाई नहीं होगी बल्कि जांच में आरोपी पाए जाने वाले छात्रों पर ही कार्रवाई होगी।
बता दें कि, रेलवे ने एनटीपीसी और ‘लेवल-1’ की परीक्षाओं में कथित अनियमितताओं के विरोध में प्रदर्शन करने सड़कों पर उतरे अभ्यर्थियों से संपर्क साधना शुरू किया है और बृहस्पतिवार को उसने करीब दो लाख विद्यार्थियों से संपर्क किया।
रेलवे बोर्ड की 2021 की गैर-तकनीकी लोकप्रिय श्रेणी परीक्षा के विरूद्ध बिहार एवं उत्तर प्रदेश में प्रदर्शन किया गया था। रेलवे को प्रदर्शन के चलते परीक्षाएं स्थगित करनी पड़ी और उसने शिकायतों पर गौर करने के लिए एक समिति बनायी।
बृहस्पतिवार को रेलवे ने कहा कि उसे वेब कार्यक्रमों इरोम्स डॉट कॉम/ आउटरीच पर 1,40,440 शिकायतें मिली हैं जबकि ई-मेल से 46,980 शिकायतें मिली हैं।
उसने कहा कि रेलवे भर्ती बोर्ड द्वारा अलग अलग मंडलों में करीब 9,861 शिविर लगाये गये जिनमें व्यक्तिगत संवाद/ ईमेल एवं प्रतिवेदन प्राप्त कये गये। 16 फरवरी तक आपत्तियां दर्ज करायी जा सकती हैं। समिति इन शिकायतों की पड़ताल करने के बाद चार मार्च को अपनी सिफारिशें सौंपेगी।