रॉबर्ट वाड्रा की तबीयत हुई खराब, मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में पूछताछ के लिए नहीं पहुंचे ईडी दफ्तर
By भाषा | Published: February 19, 2019 03:30 PM2019-02-19T15:30:52+5:302019-02-19T15:40:49+5:30
राबर्ट वाड्रा के वकीलों ने मामले के जांच अधिकारी को सूचित किया कि उनके मुवक्किल की तबीयत ठीक नहीं है इसलिए वह (वाड्रा) विदेशों में जमीन खरीदने के लिए धन शोधन के आरोप की जांच के संबंध में हाजिर होने में असमर्थ हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के बहनोई राबर्ट वाड्रा मंगलवार(19 फरवरी) को अपनी खराब सेहत के कारण प्रवर्तन निदेशालय के समक्ष धनशोधन के एक मामले में अपनी निर्धारित पेशी पर नहीं पहुंच सके। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि वाड्रा के वकीलों ने मामले के जांच अधिकारी को सूचित किया कि उनके मुवक्किल की तबीयत ठीक नहीं है इसलिए वह (वाड्रा) विदेशों में जमीन खरीदने के लिए धन शोधन के आरोप की जांच के संबंध में हाजिर होने में असमर्थ हैं।
तीन दिनों में 23 घंटे से अधिक पूछताछ
उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता सोनिया गांधी के दामाद और पेशे से व्यापारी वाड्रा संभवतया बुधवार को या किसी दूसरी तारीख को हाजिर हो सकते हैं। निदेशालय ने इस महीने वाड्रा से तीन दिनों में कुल 23 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की है। दिल्ली की एक अदालत ने उनसे कहा है कि वह जांच एजेंसी की पूछताछ में सहयोग करें।
ये हैं राबर्ट वाड्रा पर आरोप
वाड्रा पर आरोप है कि उन्होंने 19 लाख ब्रिटिश पाउंड मूल्य की संपत्ति लंदन के 12, ब्रायनस्टन स्क्वॉयर इलाके में धनशोधन के जरिए खरीदी है। जांच एजेंसी ने अदालत को बताया कि उसे ऐसी सूचना मिली है कि लंदन में वाड्रा की अनेक नयी संपत्तियां हैं। इनमें दो घर भी हैं, जिनमें एक का मूल्य 50 लाख और दूसरे का 40 लाख ब्रिटिश पाउंड है। इसके अलावा उनके छह अन्य घर और अन्य संपत्तियां हैं।
वाड्रा ने विदेशों में अवैध ढंग से संपत्तियां हासिल करने के आरोपों से इंकार करते हुये इसे उनके खिलाफ राजनीतिक साजिश करार दिया है। सूत्रों ने बताया कि बीते तीन अवसरों पर वाड्रा के बयान धनशोधन रोकथाम अधिनियम की धारा 50 के तहत दर्ज किए गए हैं। निदेशालय वाड्रा से धनशोधन के ऐसे ही एक अन्य मामले में दो बार जयपुर में पूछताछ कर चुका है। यह मामला बीकानेर में कथित तौर पर जमीन घोटाले से संबंधित है।