नई दिल्ली, 30अगस्त: कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा ने राफेल के सौदे को लेकर पूछे गए सवाल को पहले तो टाल दिया लेकिन बाद में उन्होंने कहा, मेरा इससे कोई सरोकार नहीं है। वहीं, हथियार डीलर संजय भंडारी से अपने रिश्ते से रॉबर्ट वाड्रा ने कहा, मेरा इनसे भी कोई लेना-देना नहीं है। न्यूज एजेंसी एएनआई को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा, यूं तो मेरा ये क्षेत्र नहीं है और नाही मेरी इसमें कोई दिलचस्पी है। मेरा ये विभाग नहीं है, इसलिए मैं इसमें बोलना नहीं चाहता हूं। ये काम कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी देख रहे हैं। वह अपने विचार और आइडिया को लेकर काफी साफ हैं, कि उन्हें कब क्या करना है।
हथियार डीलर संजय भंडारी से अपने रिश्ते से रॉबर्ट वाड्रा ने कहा, मैं इसी देश में हूं, कहीं भागा नहीं जा रहा हूं, लोग में मेरा पता जानते हैं, मैं कहां रहता हूं, अगर ऐसा कोई भी कनेक्शन निकलता है तो मैं यहीं हूं।
बता दें कि रॉबर्ट वाड्रा और हथियार डीलर संजय भंडारी के बीच लिंक की खबरें तब से आई है, जब यह बात सामने आई थी कि लंदन स्थित वाड्रा के फ्लैट 12 एलर्टन हाउस का भंडारी ने 2016 में नवीनीकरण कराया था। लेकिन वाड्रा, भंडारी के साथ किसी तरह के वित्तीय लेनदेन से इनकार करते रहे हैं और ऐसा कुछ सामने भी नहीं आया जो दोनों के संबंध की पुष्टि करे।
राफेल डील को लेकर कांग्रेस पार्टी हमेशा ही मोदी सरकार को घेर रहे हैं। इस मामले 29 अगस्त को राफेल मामले में संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) के गठन की मांग पर वित्त मंत्री अरुण जेटली ने राहुल गांधी से 24 घंटे के भीतर जवाब मांगा था। एक दिन बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने इसका जवाब देते हुए कहा कि जेटली को इस पर जल्द जवाब देना चाहिए क्योंकि ‘समयसीमा’ खत्म हो रही है। गांधी ने ट्वीट कर कहा, ‘‘प्रिय जेटली जी, राफेल की जांच के लिए जेपीसी के गठन के संदर्भ में आपकी समयसीमा खत्म होने में छह घंटे बचे हैं।’’
राहुल गांधी ने यह भी कहा, 'युवा भारत इंतजार कर रहा है। मैं आशा करता हूं कि आप मोदी जी और अनिल अंबानी जी को इस बात के लिए मनाने में लगे हैं कि उन्हें आपकी बात क्यों सुननी चाहिए और इसकी अनुमति देनी चाहिए। आप पूरे देश को बताइए कि राफेल डील को लेकर आपने अनिल अंबानी से क्या डील की है।
वहीं, वित मंत्री अरुण जेटली ने राफेल विमान सौदे के बारे में कांग्रेस के ऊपर झूठ फैलाने का आरोप लगाया था और कहा कि विपक्षी पार्टी तथा उसके नेता राहुल गांधी फर्जी अभियान चलाकर राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ गंभीर खिलवाड़ कर रहे हैं।