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बिहार में राजद के आईटी सेल प्रमुख नीतेश कार्तिकेन ने राजभवन पर लगाया आरोप, राज्यपाल ने कार्रवाई के लिए लिखा पत्र

By एस पी सिन्हा | Updated: May 30, 2024 18:20 IST

राजभवन की ओर से राज्यपाल के प्रधान सचिव रॉबर्ट एल चोंग्थू ने बिहार में साइबर क्राइम के मामलों को देख रही आर्थिक अपराध इकाई के एडीजी को पत्र लिखकर कार्रवाई करने को कहा है। इसके बाद साइबर सेल ने तहकीकात शुरू कर दिया है।

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पटना:बिहार में राजद के आईटी सेल प्रमुख नीतेश कार्तिकेन के द्वारा सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर पोस्ट कर राजभवन पर बेहद गंभीर आरोप लगाए जाने के बाद बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने राजद के आईटी सेल वालों पर कड़ी कार्रवाई करने को कहा है। राजभवन की ओर से राज्यपाल के प्रधान सचिव रॉबर्ट एल चोंग्थू ने बिहार में साइबर क्राइम के मामलों को देख रही आर्थिक अपराध इकाई के एडीजी को पत्र लिखकर कार्रवाई करने को कहा है। इसके बाद साइबर सेल ने तहकीकात शुरू कर दिया है।

दरअसल, नीतेश कार्तिकेन ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर पोस्ट कर लिखा है कि राजभवन में ईवीएम हैकर्स रूके हुए हैं। “भारत के गृह मंत्री के इशारों पर बिहार के राज्य भवन पटना में दो ईवीएम हैकर को रुकवाया गया है। चर्चा है कि दो संदिग्ध व्यक्ति जिसका नाम पी कश्यप और डॉ. एमके भाई है। ये दोनों व्यक्ति राजभवन में ठहरा हुआ है। बिहार के मुख्यमंत्री ही यहां के गृह मंत्री हैं, अब ऐसे में नीतीश कुमार जी को जवाब देना चाहिए कि राजभवन में ये दोनों संदिग्ध व्यक्ति किस हैसियत से ठहरा हुआ है? क्या ये कोई आईएएस है या कोई विभाग का अधिकारी है, इसका जवाब मुख्यमंत्री देंगे या चुनाव आयोग देगा? 

सूचना यह भी है कि ये दोनों व्यक्ति ईवीएम मशीनों की हैकिंग का विशेषज्ञ है। एक जून को पटना के नजदीक तीन लोक सभा पाटलिपुत्र, पटना साहिब और नालंदा लोक सभा में मतदान होना है, ऐसे में कैसे कोई संदिग्ध व्यक्ति राजभवन में ठहर सकता है?” नीतेश कार्तिकेन के इसी पोस्ट के बाद राज्यपाल बेहद नाराज हैं। उनकी ओर से प्रधान सचिव ने ईओयू को पत्र लिखा है। पत्र में कहा गया है कि इस पोस्ट में उल्लेखित बातें असत्य, तथ्यहीन और भ्रामक हैं। ये केन्द्र और राज्य सरकार के साथ साथ बिहार के राजभवन को बदनाम करने की नीयत से लिखी गई हैं। 

राजभवन ने कहा है कि ये पोस्ट वर्तमान में चल रही लोकसभा आम निर्वाचन की प्रक्रिया की निष्पक्षता के प्रति भी आम जनता के मन में संदेह उत्पन्न करने वाला है। जो लोकतंत्र के हित में नहीं है। इससे आम जनता में क्षोभ एवं वैमनस्यता के साथ-साथ समाज में अशांति फैलाने का प्रयास किया गया है, जो एक आपराधिक मामला है। राजभवन ने ईओयू से कहा है कि नीतेश कार्तिकेन के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाये। 

राजभवन से पत्र आने के बाद ईओयू ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है। हालांकि ईओयू की ओर से अब तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है। लेकिन जांच एजेंसी ने बताया कि मामला साइबर सेल को सौंप दिया गया है। इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

टॅग्स :आरजेडीबिहार
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