नए संसद भवन की ताबूत से तुलना, भवन के आकार को लेकर राजद ने किया विवादित ट्वीट, भड़के लोग
By अनिल शर्मा | Published: May 28, 2023 09:29 AM2023-05-28T09:29:02+5:302023-05-28T09:49:38+5:30
राजद ने इसपर कहा कि यह लोकतंत्र का ताबूतीकरण है। राजद प्रवक्ता शक्ति यादव ने कहा कि संविधान से देव का रास्ता अलग होगा तो देश को मंजूर नहीं है। जिस हालात में यह की गई। इसके ताबूतीकरण का उद्देश्य है। हमने प्रतीक के रूप में इसका इस्तेमाला किया है।
नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा रविवार को नए संसद भवन का उद्घाटन किए जाने के मौके पर लालू प्रसाद यादव की राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने विवादित ट्वीट किया है। राजद ने नए संसद भवन की तुलना ताबूत से की है। आधिकारिक ट्विटर खाते से ताबूत और नई संसद की तस्वीर साझा की गई है।
राजद ने पूछा कि यह क्या है? राजद ने अपने ट्वीट के जरिए यह दिखाने की कोशिश की है कि नए संसद भवन का आकार ताबूत के जैसा है। राजद ने कहा कि यह कलंक का इतिहास लिखा जा रहा है। वहीं भाजपा ने इस पर कहा कि राजद सांसदों को इस्तीफा दे देना चाहिए। ये बेशर्मी की पाराकाष्ठा है।
राजद के इस ट्वीट पर लोगों ने नाराजगी जाहिर की है। एक यूजर ने पहला फोटो - तुम्हारे पार्टी का भविष्य दूसरा फोटो - भारत का भविष्य। एक ने लिखा- लालू जी का भविष्य। एक अन्य ने लिखा- आप जैसी घटिया पार्टी से यही उम्मीद की जा सकती है। इसके साथ एक यूजर ने लिखा- शर्मनाक हरकत आरजेडी की तरफ से …. वैसे और व्याख्या की जाए तो पहला चित्र आपका भविष्य है और दूसरा भारत का भविष्य।
हालांकि राजद ने इसपर कहा कि ताबूतीकरण है। राजद प्रवक्ता शक्ति यादव ने कहा कि संविधान से देव का रास्ता अलग होगा तो देश को मंजूर नहीं है। जिस हालात में यह की गई। इसके ताबूतीकरण का उद्देश्य है। हमने प्रतीक के रूप में इसका इस्तेमाला किया है। गौरतलब है कि राजद उन विपक्षी पार्टियों में शामिल है जो नई संसद के उद्घाटन समारोह से दूरी बना रखी है। 20 से अधिक दलों ने संसद भवन के उद्घाटन समारोह का बहिष्कार किया है।
पीएम मोदी ने रविवार पारंपरिक परिधान में द्वार संख्या-एक से संसद परिसर के भीतर आए और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने उनका स्वागत किया। प्रधानमंत्री ने नए संसद भवन के उद्घाटन के मौके पर ईश्वर का आशीर्वाद लेने के लिए कर्नाटक के श्रृंगेरी मठ के पुजारियों द्वारा वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच ‘गणपति होमम्’ अनुष्ठान किया। प्रधानमंत्री ने ‘सेंगोल’ (राजदंड) को दंडवत प्रणाम किया और हाथ में पवित्र राजदंड लेकर तमिलनाडु के विभिन्न अधीनमों के पुजारियों का आशीर्वाद लिया।
इसके बाद ‘नादस्वरम्’ की धुनों के बीच प्रधानमंत्री मोदी सेंगोल को नए संसद भवन लेकर गए और इसे लोकसभा कक्ष में अध्यक्ष के आसन के दाईं ओर एक विशेष स्थान में स्थापित किया। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, अमित शाह, एस. जयशंकर और जितेंद्र सिंह, कई राज्यों के मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष जे. पी. नड्डा मौजूद रहे। प्रधानमंत्री मोदी ने नए संसद भवन के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले कुछ कर्मचारियों को भी सम्मानित किया।