लाइव न्यूज़ :

बिहार: भाजपा-जदयू के बीच छिड़ी जुबानी जंग को लेकर आरजेडी ने की सरकार गिरने की भविष्यवाणी

By एस पी सिन्हा | Updated: January 16, 2022 18:17 IST

सूबे में हाल यह है कि राज्‍य और केंद्र की सरकार में शामिल दो प्रमुख दलों भाजपा और जदयू के नेता एक-दूसरे पर तीखे शब्‍दबाण छोड़ रहे हैं। शराबबंदी पर दोनों दलों के स्‍टैंड में फर्क अब साफ नजर आने लगा है।

Open in App
ठळक मुद्देशराबबंदी पर BJP-JDU के स्‍टैंड में फर्क साफ नजर आने लगा हैराजद का दावा - बिहार की सरकार जल्‍द ही जाने वाली है

पटना: सम्राट अशोक की तुलना औरंगजेब से करने पर जदयू और भाजपा के बीच शुरू हुआ विवाद अब शराबबंदी पर आकर अटक गई है। सत्तारूढ गठबंधन में बड़े दल यानी भाजपा ने छोटे दल (जदयू) व सरकार के मुखिया नीतीश कुमार को पानी-पानी कर दिया है। शराबबंदी को लेकर भाजपा इस बार सीधे-सीधे जदयू व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से दो-दो हाथ करने को तैयार दिखने लगी है।

सूबे में हाल यह है कि राज्‍य और केंद्र की सरकार में शामिल दो प्रमुख दलों भाजपा और जदयू के नेता एक-दूसरे पर तीखे शब्‍दबाण छोड़ रहे हैं। शराबबंदी पर दोनों दलों के स्‍टैंड में फर्क अब साफ नजर आने लगा है। इसके बाद बिहार में नई राजनीतिक खिचड़ी पकने की भी बात कही जाने लगी है। इस बीच लालू यादव की पार्टी राजद ने यह दावा किया है कि बिहार की सरकार जल्‍द ही जाने वाली है।

राजद के प्रवक्‍ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि भाजपा और जदयू में अब शराबबंदी पर भी घमासान मच गया है। खरमास खत्म हुआ नहीं कि खेल शुरू हो गया। जदयू और भाजपा के प्रवक्ता एक-दूसरे के नेताओं को अपमानित कर रहे हैं। रगड़ा-झगड़ा बता रहा कि बिहार की सरकार जाने वाली है। यह महीना भारी पडेगा। शराबबंदी सफल करने की जिम्मेदारी जिनके पास है, वे सत्ता के नशे में चूर होकर आपस में लड़ रहे हैं। ऐसे में सारी बीमारियों की एक ही दवाई है, सरकार की विदाई है।

नालंदा में जहरीली शराब पीने से मौत के मामले में राजद ने जदयू के साथ-साथ भाजपा को भी जिम्मेदार ठहराया है। राजद के प्रदेश प्रवक्ता चितरंजन गगन एवं मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि एक व्यक्ति की जिद की वजह से बेवा होने वाली औरतें और अनाथ बच्चों की तादाद लगातार बढ़ती जा रही है। इसके लिए राज्य सरकार में शामिल दोनों बड़े दल समान रूप से जिम्मेदार हैं।

राजद नेताओं ने कहा कि शराबबंदी पर सरकार के दोहरे मापदंड और अदूरदर्शी नीतियों के कारण ही अबतक इतनी बड़ी संख्या में लोग मर रहे हैं। मरने वालों में अधिकतर अपने परिवार के एकमात्र कमाऊ सदस्य थे।

टॅग्स :आरजेडीजेडीयूBJPनीतीश कुमार
Open in App

संबंधित खबरें

भारतजीवन रक्षक प्रणाली पर ‘इंडिया’ गठबंधन?, उमर अब्दुल्ला बोले-‘आईसीयू’ में जाने का खतरा, भाजपा की 24 घंटे चलने वाली चुनावी मशीन से मुकाबला करने में फेल

भारतजमीनी कार्यकर्ताओं को सम्मानित, सीएम नीतीश कुमार ने सदस्यता अभियान की शुरुआत की

भारतआखिर गरीब पर ही कार्रवाई क्यों?, सरकारी जमीन पर अमीर लोग का कब्जा, बुलडोजर एक्शन को लेकर जीतन राम मांझी नाखुश और सम्राट चौधरी से खफा

भारतबिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र हुआ अनिश्चितकाल तक के लिए स्थगित, पक्ष और विपक्ष के बीच देखने को मिली हल्की नोकझोंक

भारतबिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नाम हुआ लंदन के वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज, संस्थान ने दी बधाई

भारत अधिक खबरें

भारतकथावाचक इंद्रेश उपाध्याय और शिप्रा जयपुर में बने जीवनसाथी, देखें वीडियो

भारत2024 में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव, 2025 तक नेता प्रतिपक्ष नियुक्त नहीं?, उद्धव ठाकरे ने कहा-प्रचंड बहुमत होने के बावजूद क्यों डर रही है सरकार?

भारतसिरसा जिलाः गांवों और शहरों में पर्याप्त एवं सुरक्षित पेयजल, जानिए खासियत

भारतउत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोगः 15 विषय और 7466 पद, दिसंबर 2025 और जनवरी 2026 में सहायक अध्यापक परीक्षा, देखिए डेटशीट

भारतPariksha Pe Charcha 2026: 11 जनवरी तक कराएं पंजीकरण, पीएम मोदी करेंगे चर्चा, जनवरी 2026 में 9वां संस्करण