टीबी रोगियों पर गंभीर कोविड के प्रभाव का अध्ययन करेंगे ब्रिक्स देशों के शोधकर्ता
By भाषा | Published: August 23, 2021 09:07 PM2021-08-23T21:07:11+5:302021-08-23T21:07:11+5:30
ब्रिक्स देश तपेदिक (टीबी) के रोगियों पर गंभीर कोविड-19 स्थितियों के प्रभाव का अध्ययन करने के लिए एक कार्यक्रम पर काम कर रहे हैं। जैव प्रौद्योगिकी विभाग ने सोमवार को यह जानकारी दी। 'सार्स-कोव-2 एनजीएस (नेक्स्ट जेनरेशन सीक्वेंसिंग) -ब्रिक्स' कोविड-19 स्वास्थ्य-संबंधी ज्ञान को आगे बढ़ाने व स्वास्थ्य परिणामों में सुधार में योगदान के लिए एक अंतःविषय सहयोग संघ है।सरकार के जैव प्रौद्योगिकी विभाग (डीबीटी) ने कहा कि ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका (ब्रिक्स) के शोधकर्ताओं का यह संघ नैदानिक और निगरानी नमूनों के माध्यम से जीनोमिक डाटा एकत्रित करने में में तेजी लाएगा। डीबीटी ने कहा, '' विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय का जैव प्रौद्योगिकी विभाग ब्रिक्स देशों के सहयोग से टीबी रोगियों पर गंभीर कोविड-19 स्थितियों के प्रभाव का अध्ययन करने के लिए सार्स-कोव-2 एनजीएस (नेक्स्ट जेनरेशन सीक्वेंसिंग) -ब्रिक्स और बहु-केंद्रित कार्यक्रम लागू कर रहा है।
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