'मेक इन इंडिया' का सच आया सामने, बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट में जापान की मोटी कमाई
By भारती द्विवेदी | Published: January 18, 2018 09:13 PM2018-01-18T21:13:52+5:302018-01-18T22:04:49+5:30
इस प्रोजेक्ट का 70 फीसदी ठेका जापानी कंपनियों को दिया गया है।
साल 2014 में बीजेपी की सरकार बनने के बाद से ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश 'मेक इन इंडिया' की बात कर रहे हैं। इसके जरिए वो देश की आर्थिक स्थिति को बुलंद करना चाहते हैं। पिछले साल ये खबर आई थी कि 'मेक इन इंडिया' प्रोजेक्ट के तहत जापान बुलेट ट्रेन परियोजना में मदद करेगा।
लेकिन खबरों की माने तो इस प्रोजेक्ट का 70 फीसदी ठेका जापानी कंपनियों को दिया गया है। नाम ना छापने की शर्त पर जापान परिवहन मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया है कि दोनों देश प्रोजेक्ट से जुड़े सामानों की सप्लाई पर बात कर रहा है। जिसमें 17 अरब डॉलर का काम जापानी स्टील, इंजीनियरिंग कंपनियों को मिला है। इस पूरे प्रोजेक्ट पर पर होने वाले खर्च की फंडिंग जापान कर रहा है।
बुलेट ट्रेन परियोजना के लिए जापान और भारत के बीच सितंबर 2017 के समझौते में दो खंड शामिल हैं - 'मेक इन इंडिया' और 'ट्रांसफर ऑफ टेक्नोलॉजी' का प्रचार-जिसके माध्यम से सरकार को देश में विनिर्माण सुविधाएं स्थापित करने की उम्मीद थी।
अंग्रेजी अखबार 'हिन्दुस्तान टाइम्स' के अनुसार जापान इस प्रोजेक्ट में खूब पैसा लगा रहा है और बुलेट ट्रेन के लिए रेल लाइनों के निर्माण में 70 फीसदी माल की सप्लाई जापानी कंपनी की ओर से किया जाएगा। वहीं प्रधानमंत्री कार्यालय ने इस पूरे घटनाक्रम पर कुछ भी कहने मना कर दिया है।