देश में कोरोना मामलों में तेजी से वृद्धि ‘‘मोदी निर्मित आपदा’’ : ममता
By भाषा | Published: April 21, 2021 04:57 PM2021-04-21T16:57:33+5:302021-04-21T16:57:33+5:30
मालदा/हरिरामपुर (पश्चिम बंगाल), 21 अप्रैल पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने देश में कोविड मामलों में तेजी से वृद्धि को लेकर बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद मोदी पर हमला तेज कर दिया और इस स्थिति को "मोदी-निर्मित आपदा" करार दिया। उन्होंने मांग की कि अगर वह बीमारी से लड़ने के लिए पर्याप्त दवा नहीं मुहैया करा सकते तो उन्हें पद छोड़ देना चाहिए।
ममता ने आरोप लगाया कि महामारी से निपटने के लिए देश में बन रही 65 प्रतिशत दवाओं का निर्यात किया गया है। उन्होंने कहा, "कोविड -19 महामारी देश में कम हो गयी थी, लेकिन केंद्र सरकार की भारी विफलता और उसकी लापरवाही तथा अक्षमता के कारण यह फिर से बढ़ गयी। ’’
वह मालदा जिले के चंचल और दक्षिण दिनाजपुर जिले के हरिरामपुर में जनसभाओं को संबोधित कर रही थीं।
पश्चिम बंगाल में अंतिम तीन चरण के चुनाव एक ही दिन कराने का तृणमल कांग्रेस का अनुरोध चुनाव आयोग द्वारा स्वीकार नहीं किए जाने के बीच ममता ने कहा कि वह मुख्यमंत्री के रूप में राज्य में महामारी में तेजी से वृद्धि का ध्यान रख रही हैं वहीं अपनी पार्टी के लिए चुनाव प्रचार भी कर रही हैं।
प्रधानमंत्री मोदी पर हमला बोलते हुए ममता ने कहा, ‘‘ देश मोदी निर्मित आपदा का सामना कर रहा है। मोदी बाबू को इसकी जिम्मेदारी लेनी होगी कि कोविड के इलाज के लिए दवाइयां बाजार में उपलब्ध क्यों नहीं हैं... आपको दवाइयां मुहैया करानी होंगी या आप पद छोड़ दें। आप या तो कोरोना को नियंत्रित करें या हट जाएं।’’
उन्होंने आरोप लगाया कि कोरोना वायरस के इलाज के लिए देश में तैयार 65 प्रतिशत दवाओं का निर्यात किया गया है। उन्होंने कहा कि अन्य देशों को दवाइयां भले ही दी जाएं लेकिन यह भी सुनिश्चित करना होगा कि देश के लोगों को पर्याप्त दवाएं मिलें।
तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता ने आरोप लगाया कि भाजपा बंगाल की रीढ़ की हड्डी को तोड़ने का प्रयास कर रही है और ‘‘हमने (तृणमूल) भी उसकी रीढ़ की हड्डी तोड़ने का संकल्प किया है।’’
ममता ने दावा किया कि नरेंद्र मोदी के खिलाफ लड़ने की ताकत उनके अलावा किसी और के पास नहीं है। उन्होंने कहा, ‘‘बंगाल रॉयल बंगाल टाइगर की भूमि है और हम उसके जैसे ही लड़ते हैं।’’
मुख्यमंत्री ने दावा किया कि उनकी सरकार ने राज्य में राजबंशियों और अल्पसंख्यकों के कल्याण के लिए काफी काम किया है। उन्होंने कहा, ‘‘हमने सब कुछ किया है- सिर्फ एक ही काम बाकी है- भाजपा को बाहर करना।’’ उन्होंने कहा कि वह राज्य में राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर या राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर को लागू नहीं होने देंगी।
ममता ने लोगों से "वोटों का विभाजन नहीं होने देने" और एकजुट होकर तृणमूल का समर्थन करने का आग्रह किया।
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