भारतीय जनता पार्टी की सहयोगी पार्टी रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (आरपीआई) प्रमुख और केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने गुरुवार को कहा कि बीजेपी बहुमत दिखाने के बाद भी सरकार बना सकती है। उन्होंने कहा 'अगर सुप्रीम कोर्ट ने फ्लोर टेस्ट के लिए 24 घंटे की समय सीमा नहीं दी होती, तो देवेंद्र फड़नवीस और अजीत पवार इस्तीफा नहीं देते। 24 घंटे की छोटी अवधि में बहुमत साबित करना मुश्किल था।'इससे पहले भी उन्होंने दावा किया था कि फ्लोर टेस्ट में देवेंद्र फड़नवीस जरूर पास होंगे। मेरे पार्टी के दो विधायक बीजेपी के साथ हैं ही। तीनों पार्टियों (एनसीपी-कांग्रेस-शिवसेना) के विधायक टूट सकते हैं।'
महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में महा विकास आघाड़ी की सरकार का रास्ता साफ होते ही सरकार के स्वरूप और विभागों के बंटवारे को लेकर शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस में मंथन जारी है। बुधवार को दिन भर बैठकों का सिलसिला चलता रहा। उद्धव ठाकरे गुरुवार शाम को शिवाजी पार्क में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। खास बात यह है कि 20 वर्षों बाद मुख्यमंत्री का पद शिवसेना के पास होगा। इससे पूर्व नारायण राणे ने शिवसेना की ओर से 1999 में राज्य की कमान संभाली थी।
उद्धव ठाकरे की टीम में होंगे 41 मंत्री
महाराष्ट्र विकास आघाड़ी (मोर्चा) के नेता एवं शिवसेना पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे गुरुवार को दादर के शिवाजी पार्क पर मुख्यमंत्री पद की शपथ ग्रहण करने जा रहे हैं। उनके साथ 3 से 6 मंत्री शपथ ले सकते हैं। मंत्रिमंडल का विस्तार होने पर संभावित मंत्रियों के नामों की चर्चा शुरू हो गई है। माना जा रहा है कि मंत्रिमंडल में कुल 41 मंत्री होंगे।
समझा जाता है कि शिवसेना के 15 और कांग्रेस-राकांपा के 13-13 मंत्री होंगे। राकांपा को उपमुख्यमंत्री पद, विधानसभा का उपाध्यक्ष पद दिया जाएगा, जबकि कांग्रेस को विधानसभा अध्यक्ष का पद दिया जाएगा। राकांपा के अजित पवार को उपमुख्यमंत्री पद दिया जा सकता है। या फिर उन्हें वित्त या गृह विभाग की जिम्मेदारी दी जा सकती है।
जयंत पाटिल और एकनाथ शिंदे को भी गृह मंत्री बनाने की चर्चा जोरों पर है। बुधवार की शाम को शरद पवार, उद्धव ठाकरे और कांग्रेस के नेताओं में सत्ता मेें भागीदारी को लेकर करीब ढाई घंटे तक चर्चा चली। किसे कितने मंत्री पद और निगमों के अध्यक्ष पद दिए जाएं, इस पर विस्तृत चर्चा की जा रही है।
बताया जा रहा है कि इस बार शिवसेना की ओर से विधानपरिषद के सदस्यों को कम से कम मौका दिया जाएगा। फिर भी सुभाष देसाई, नीलम गोर्हे, अनिल परब और रामदास कदम के मंत्री पद तय माने जा रहे हैं।
शिवसेना के संभावित मंत्री : दिवाकर रावते, तानाजी सावंत, संजय राठोड़, दीपक केसरकर, सुनील प्रभु, दादा भुसे, अब्दुल सत्तार, गुलाबराव पाटिल, प्रताप सरनाईक, शंभूराजे देसाई, अनिल परब, उदय सावंत, वैभव नाईक, डॉ। रायमूलकर, बच्चू कडू़।
राकांपा के संभावित मंत्री : छगन भुजबल, दिलीप वलसे-पाटिल, जितेंद्र आव्हाड़, धनंजय मुंडे, हसन मुश्रीफ, राजेश टोपे, अनिल देशमुख, नवाब मलिक, विद्याताई चव्हाण, विक्रम काले, बालाजी झिरवल, प्रकाश गजभिये, प्रकाश सोलंके।
कांग्रेस के संभावित मंत्री : अशोक चव्हाण, बालासाहब थोरात, विजय वडेट्टीवार, के।सी। पाडवी, नितिन राऊत, रणजीत कांबले, सतेज पाटिल, यशोमति ठाकुर, नाना पटोले, नसीम खान, सुनीर केदार, विश्वजीत कदम, जोगेंद्र कवाड़े।