नई दिल्लीः राम मंदिर निर्माण की ज़मीन खरीद मामले में हुए भ्रष्टाचार के खुलासे के बाद गर्माई राजनीति ने भाजपा और विश्व हिन्दू परिषद को बैकफुट पर खड़ा कर दिया है।
मंदिर न्यास पर करोड़ों के घोटाले का कथित आरोप है। कांग्रेस, आप और सपा ने भाजपा और योगी सरकार पर हमला बोल दिया है। कांग्रेस ने आश्चर्य व्यक्त किया की 2 करोड़ में खरीदी ज़मीन को 10 मिनट बाद न्यास ने 18. 5 करोड़ का भुगतान कर खरीद लिया। पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी ने ट्वीट कर हमला किया '' श्रीराम स्वयं न्याय हैं, सत्य हैं, धर्म हैं- उनके नाम पर धोखा अधर्म है, राममंदिर घोटाला। ''
पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी ने टिप्पणी की ''करोड़ों लोगों ने आस्था और भक्ति के चलते भगवान के चरणों में चढ़ावा चढ़ाया। उस चंदे का दुरुपयोग अधर्म है, पाप है, उनकी आस्था का अपमान है।'' कांग्रेस ने न्यायालय की निगरानी में जाँच की मांग करते हुये टिप्पड़ी की राम मंदिर निर्माण के ट्रस्ट का गठन सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के अनुसार 5 फरवरी, 2020 को हुआ।
सार्वजनिक हुए तथ्यों से साफ है कि करोड़ों लोगों द्वारा राम मंदिर निर्माण के लिए दान राशि में घोर महापाप, अधर्म व घोटाला हुआ है। पर प्रधानमंत्री, नरेंद्र मोदी, जिन्होंने सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों पर ट्रस्ट का गठन किया, पूरी तरह से चुप हैं। पार्टी प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने मोदी पर हमला बोलते हुये पूछा भगवान राम की आस्था का सौदा करने वाले पापियों को मोदी जी का संरक्षण प्राप्त है?
मर्यादा पुरुषोत्तम, श्री राम, जिनके वचनों की, मर्यादा की, आदर्श मूल्यों की, नैतिक आचरण की कसमें खाई जाती हैं, उनके नाम पर इतना बड़ा कदाचरण भाजपा नेताओं ने कैसे किया? इस प्रकार की और कितनी जमीन मंदिर निर्माण के चंदे से औने-पौने दामों पर खरीदी गई है? इसका खुलासा हो।
आप के संसद संजय सिंह ने राम जन्म भूमि न्यास के ज़मीन खरीद के दस्तावेज़ जारी करते हुये जाँच की मांग उठाई और आरोप लगाया कि घोटाला करने वालों को भाजपा और मोदी सरकार का संरक्षण प्राप्त है जिसके बिना इतना बड़ा घोटाला संभव नहीं। सपा ने भी उच्च स्तरीय जाँच की मांग की।