Ram Mandir inauguration in Ayodhya: योगी सरकार अयोध्या में सजाएगी 'वैश्विक राम दरबार'!, चार माह में तीन करोड़ श्रद्धालुओं को दर्शन कराएगी भाजपा, जानें क्या है अभियान
By राजेंद्र कुमार | Published: January 2, 2024 05:45 PM2024-01-02T17:45:40+5:302024-01-02T17:46:48+5:30
Ram Mandir inauguration in Ayodhya: अभियान के तहत राम मंदिर को अपने पक्ष में भुनाने के लिए अब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) तथा उसके सहयोगी संगठनों ने अब खुल कर मैदान में उतर गए हैं.
Ram Mandir inauguration in Ayodhya: अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में निमंत्रण के अक्षत वितरण के साथ ही प्रदेश में भगवा टोली का लोकसभा चुनाव प्रचार अभियान भी शुरू हो गया है. इस अभियान के तहत राम मंदिर को अपने पक्ष में भुनाने के लिए अब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) तथा उसके सहयोगी संगठनों ने अब खुल कर मैदान में उतर गए हैं.
इसी क्रम में भाजपा ने इसी 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद अप्रैल महीने तक देश भर के तीन करोड़ लोगों को अयोध्या में मंदिर का दर्शन कराने की योजना बनाई है. वही दूसरी तरफ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रीरामलला की प्राण-प्रतिष्ठा समारोह को अलौकिक, अभूतपूर्व और अविस्मरणीय बनाने के लिए राज्य सरकार के स्तर से सभी आवश्यक प्रबंध करने के निर्देश दिए हैं.
इसके साथ ही उन्होंने फैसला किया है कि प्रभु श्रीराम को वैश्विक आस्था के केंद्र के तौर पर प्रचारित-प्रसारित करने के लिए अयोध्या में देश-विदेश के 18 से ज्यादा रामलीला स्वरूपों का मंचन कराया जाएगा. इसके अलावा प्रभु श्रीराम को केंद्र में रखकर विभिन्न सांस्कृतिक, पारंपरिक लोक कला व आध्यात्मिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाएगा.
अयोध्या में वैश्विक राम दरबार
मंगलवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया. इसके चलते यह तय हुआ है कि अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम की शोभा बढ़ाने के लिए मकर संक्रांति (15 जनवरी) से 22 जनवरी के मध्य इन विभिन्न रामलीला प्रारूपों का मंचन अयोध्या के विभिन्न सांस्कृतिक केंद्रों में किया जाएगा.
रामलीला के जरिए दर्शाए जाने वाले वैश्विक राम दरबार के लिए नेपाल, कंबोडिया, सिंगापुर, श्रीलंका, थाईलैंड, इंडोनेशिया आदि देशों के रामलीला मंडलियों के कलाकारों को अयोध्या आमंत्रित किया गया है. महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा, कर्नाटक, सिक्किम, केरल, छत्तीसगढ़, जम्मू कश्मीर, लद्दाख और चंडीगढ़ की मंडली भी श्रीराम के जीवन पर आधारित विभिन्न प्रसंगों की प्रस्तुतियां देंगी. सीएम योगी का मानना है कि 22 जनवरी के समारोह को अद्वितीय, अविस्मरणीय व अलौकिक बनाने में यह रामलीला महत्वपूर्ण साबित होंगी.
इस आयोजन के जरिए वर्तमान के साथ भावी पीढ़ी समेत अयोध्या आने वाले पर्यटकों व श्रद्धालुओं को श्रीराम के आदर्शों व मूल्यों से अवगत कराया जाएगा. अयोध्या में एक तरफ जहां देश-विदेश के कलाकार रामायण आधारित रामलीला की प्रस्तुति देंगे तो वहीं लोक परंपराओं पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होंगे.
श्रद्धालुओं को मंदिर का दर्शन कराएगी भाजपा
दूसरी तरफ भाजपा और उसके सहयोगी संगठन राममंदिर को अपने पक्ष में भुनाने के लिए अक्षत निमंत्रण कार्यक्रम के तहत 10 करोड़ लोगों के घरों में पहुंचकर उसने रिश्ता जोड़ेंगे. भाजपा के साथ विश्व हिंदू परिषद (विहिप) और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (संघ) के पदाधिकारी उक्त कार्यक्रम को सफल बनाने, प्राण प्रतिष्ठा वाले दिन पूरे देश को राममय बनाने में जुटेंगे.
इसके साथ ही यह लोग राम मंदिर आंदोलन में विपक्ष की नकारात्मक भूमिका को भी अपने के प्रचार प्रसार से ध्वस्त करेंगे. लोगों को बताएंगे कि कैसे राम मंदिर निर्माण की राह में समय-समय पर विपक्षी दलों ने अवरोध खड़े किए. इसी क्रम में अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा के बाद पूरे देश से तीन करोड़ लोगों को अप्रैल महीने तक अयोध्या में भगवान राम के भव्य मंदिर का दर्शन कराने के लिए लाया जाएगा.
देश के हर लोकसभा से कम से कम पांच हजार लोगों को राम मंदिर का दर्शन कराने के लिए लाये जाने की योजना तैयार की गई. भाजपा के नेता अयोध्या में भगवान राम के मंदिर का दर्शन करने के इच्छुक बुजुर्ग और युवाओं को लाएंगे.
उक्त योजना के तहत जिन लोगों को अयोध्या लाया जाएगा उनके रहने तथा खाने आदि का प्रबंध भाजपा नेता करेंगे और उहे अयोध्या के तमाम मंदिरों का दर्शन कराएंगे. अयोध्या आने वाले ऐसे श्रद्धालुओं को राम मंदिर का एक मॉडल और प्रसाद देकर भेजा जाएगा ताकि अयोध्या आने की उनकी याद मन और घर में बसी रहे.