राजस्थान में यहां सामान्य से कम हुई है बारिश, मौसम विभाग को उम्मीद- आखिरी तक मानसून बुझा सकता है प्यास

By भाषा | Published: September 3, 2019 04:03 PM2019-09-03T16:03:26+5:302019-09-03T16:03:26+5:30

राजस्थान मानसून: एक जुलाई से 31 अगस्त तक गंगानगर में औसत सामान्य बारिश 169 मिलीमीटर व हनुमानगढ़ में 219 मिलीमीटर रहती है।

Rajasthan monsoon: Hanumangarh and Ganganagar rainfall in 2019 | राजस्थान में यहां सामान्य से कम हुई है बारिश, मौसम विभाग को उम्मीद- आखिरी तक मानसून बुझा सकता है प्यास

File Photo

Highlightsराजस्थान में मानसून विदाई की ओर है लेकिन कृषि उत्पादन के लिहाज से राज्य के दो सबसे महत्वपूर्ण जिले हनुमानगढ़ व गंगानगर इस साल भी सामान्य बारिश को तरस रहे हैं। राज्य के 33 में से जिन चार जिलों में इस बार अब तक सामान्य से कम बारिश हुई है उनमें ये दोनों जिले शामिल हैं।

राजस्थान में मानसून विदाई की ओर है लेकिन कृषि उत्पादन के लिहाज से राज्य के दो सबसे महत्वपूर्ण जिले हनुमानगढ़ व गंगानगर इस साल भी सामान्य बारिश को तरस रहे हैं। राज्य के 33 में से जिन चार जिलों में इस बार अब तक सामान्य से कम बारिश हुई है उनमें ये दोनों जिले शामिल हैं। बहरहाल, मौसम विभाग को उम्मीद है कि आने वाले दिनों में मानसून इन दोनों जिलों की भी प्यास बुझाकर जाएगा।

जल संसाधन विभाग के ताजा आंकड़ों के अनुसार, इस शनिवार तक राज्य के 33 में से केवल चार जिले ऐसे हैं जहां सामान्य से कम बारिश हुई है। इनमें करौली, अलवर, हनुमानगढ़ और गंगानगर शामिल हैं। गंगानगर और हनुमानगढ़ में वैसे ही सामान्य तौर पर बारिश कम होती है।

एक जुलाई से 31 अगस्त तक गंगानगर में औसत सामान्य बारिश 169 मिलीमीटर व हनुमानगढ़ में 219 मिलीमीटर रहती है। इस बार यह क्रमश: 109 मिलीमीटर (35.2% कम) तथा 121.43 मिलीमीटर (44.6% प्रतिशत कम) रही है। तकनीकी रूप से अगर किसी क्षेत्र में बरसात औसत से 20% से 59% तक कम रहती है तो उसे सामान्य से कम बारिश माना जाता है।

उल्लेखनीय है कि राजस्थान की उत्तर पश्चिमी सीमा पर बसे हनुमानगढ़ व गंगानगर जिले को राजस्थान का ‘धान कटोरा’ कहा जाता है क्योंकि भाखड़ा, गंगनहर व राजस्थान कैनाल जैसी तीन-तीन नहर परियोजनाओं से सिंचित इन जिलों में गेहूं, धान के साथ साथ मूंग, मोठ, सरसों व ग्वार की खूब खेती होती है। यह अलग बात है कि औसत बारिश के लिहाज से ये जिले राज्य में निचले पायदान पर हैं।

पिछले साल अगस्त महीने में भी गंगानगर व हनुमानगढ़ में बारिश सामान्य से कहीं कम रही थी। अगर गंगानगर व हनुमानगढ़ जिले में कृषि उत्पादन को देखा जाए तो कृषि विभाग के खरीफ 2018-19 के चौथे अग्रिम अनुमानों के अनुसार गंगानगर जिले में धान का रकबा 10452 हेक्टेयर व उत्पादन 31,654 टन, हनुमानगढ़ जिले में यह क्रमश: 33,485 हेक्टेयर व 1,05,225 टन रहा। वहीं कपास का रकबा व उत्पादन गंगानगर जिले में 1,38,409 हेक्टेयर व 4,97,467 टन तथा हनुमानगढ़ जिले में क्रमश: 1,80,806 हेक्टेयर व 6,55,675 टन रहा ।

विभाग की वेबसाइट पर उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार रबी 2018-19 के चौथे अग्रिम अनुमानों के अनुसार गेहूं का रकबा व उत्पादन गंगानगर जिले में 2,61,633 हेक्टेयर व 10,93,751 टन तथा हनुमानगढ़ जिले में क्रमश: 2,45,123 हेक्टेयर व 11,95,018 टन रहा।

मौसम विभाग जयपुर केंद्र के निदेशक शिवगणेश ने ‘भाषा’ से कहा,‘राज्य में मानूसन सामान्यत: 15 सितंबर तक रहता है । बारिश तो उसके बाद भी होती है।’ उन्होंने उम्मीद जताई कि आने वाले दिनों में मौसमी विक्षोभ बनने से 6,7 और 8 सितंबर को इन दोनों जिलों में कुछ स्थानों पर अच्छी बारिश हो सकती है।

जल संसाधन विभाग के ताजा आंकड़ों के अनुसार अगस्त महीने में राज्य के 33 में से 20 जिलों में सामान्य से अधिक बारिश हुई है। इनमें भी सात जिलों में असामान्य यानी सामान्य से 60% से अधिक बारिश हुई है जिनमें अजमेर, बूंदी, झुंझुनू, नागौर, पाली, राजसमंद व सीकर शामिल हैं। वहीं राज्य के 13 जिलों में सामान्य से अधिक और नौ जिलों में सामान्य बारिश दर्ज की गयी है। 

Web Title: Rajasthan monsoon: Hanumangarh and Ganganagar rainfall in 2019

भारत से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे