गुर्जर आंदोलनः आरक्षण की मांग को लेकर रोकी गई ट्रेनें, बैंसला ने कहा-मुझे नहीं पता कि सरकार कहां से देगी आरक्षण
By रामदीप मिश्रा | Published: February 8, 2019 06:39 PM2019-02-08T18:39:28+5:302019-02-08T18:39:28+5:30
गुर्जर आंदोलनः गुर्जरों ने सवाई माधोपुर, कोटा सहित भरतपुर में ट्रेनें रोक दी हैं। हालांकि, गुर्जर नेता किरोड़ी सिंह बैंसला का कहना है कि यह आंदोलन शान्तिपूर्ण तरीके से किया जाएगा। लेकिन, गुर्जर समाज पटरी पर बैठेगा और यह आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक सरकार उनकी आरक्षण की मांग पूरी नहीं कर देती है।
राजस्थान में एकबार फिर पांच फीसदी आरक्षण की मांग को लेकर गुर्जरों ने आंदोलन की राह पकड़ ली है। शुक्रवार (8 फरवरी) को गुर्जर आरक्षण आंदोलन की अगुवाई कर रहे गुर्जर नेता कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला रेलवे की पटरी पर बैठ गए। मिली जानकारी के मुताबिक, आंदोलन को प्रभावी बनाने के लिए गुर्जनों ने कई स्थानों पर ट्रेनें रोकने की कोशिश की है।
बताया जा रहा है कि गुर्जरों ने सवाई माधोपुर, कोटा सहित भरतपुर में ट्रेनें रोक दी हैं। हालांकि, गुर्जर नेता किरोड़ी सिंह बैंसला का कहना है कि यह आंदोलन शान्तिपूर्ण तरीके से किया जाएगा। लेकिन, गुर्जर समाज पटरी पर बैठेगा और यह आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक सरकार उनकी आरक्षण की मांग पूरी नहीं कर देती है।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, गुर्जर समाज ने सवाईमाधोपुर में आंदोलन आयोजित किया है। इस दौरान किरोड़ी सिंह बैंसला ने कहा है कि हम 5 फीसदी आरक्षण चाहते हैं। सरकार ने मेरी मांग को लेकर कोई जवाब नहीं दिया है। मैं अब एक आंदोलन करने जा रहा हूं। मुझे नहीं पता कि सरकार कहां से आरक्षण देगी, लेकिन मुझे चाहिए।
आपको बता दें, बीस दिन पहले राज्य सरकार को गुर्जर समाज के आरक्षण के लिए बनी संघर्ष समिति की ओर से अल्टीमेटम दिया गया था और आरक्षण संबंधी मसलों पर वार्ता करने को कहा गया था, लेकिन सरकार के किसी भी प्रतिनिधि द्वारा नहीं की गई।
वहीं, पुलिस विभाग का कहना था कि गुर्जर बहुल जिलों दौसा, सवाई माधोपुर एवं टोंक में इसका अधिक प्रभाव हो सकता है। धौलपुर और भरतपुर में भी इसे लेकर बड़े पैमाने पर तैयारी चल रही है। ऐसे में यदि उपद्रव होता है तो जयपुर से आगरा की ओर जाने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। आन्दोलन की घोषणा के बाद पिछली बार भी निजी बस संचालकों ने इस क्षेत्र में बसों का संचालन बंद कर दिया था, जिसके चलते आमजन को खासी परेशानी उठानी पड़ी थी।
आन्दोलन को लेकर पुलिस अलर्ट मोड पर है। पुलिस मुख्यालय से आंदोलन को गंभीरता से लेने और आमजन को कम से कम असुविधा हो ऐसी व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश जारी किये गये। पुलिस ने भारी बंदोबस्त किये गये हैं। दौसा में आंदोलन की गंभीरता को देखते हुए पुलिस की छुट्टियां रद्द कर दी गईं।