लाइव न्यूज़ :

राजस्थान चुनाव: सुबह 8 बजे से मतदान होंगे शुरू, जानें राज्य में प्रत्याशी, वोटर्स से लेकर सुरक्षा व्यवस्था तक की हर अपडेट

By अनुभा जैन | Updated: December 7, 2018 04:36 IST

राजस्थान विधान सभा चुनाव 2018: मतदान सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक ईवीएम और वीवीपैट मशीनों से करवाया जायेगा। मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्री आनंद कुमार ने जनता से बेखौफ होकर मतदान करने की अपील की है

Open in App
ठळक मुद्देराज्य में 4 करोड़ 74 लाख से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर 2274 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे। 612 प्रत्याशियों को रद्द किया गया, 578 ने अपने नाम वापिस लिये। भाजपा ने 199 सीटों पर प्रत्याशी उतारे वहीं कांग्रेस ने 194 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा की।2 लाख से ज्यादा ईवीएम-वीवीपैट से होगा चुनाव

राजस्थान में 7 दिसंबर यानि कल 199 विधानसभा सीटों पर  होने वाले चुनाव के लिये प्रचार थम चुका है और भाजपा व कांग्रेस पार्टियों ने अपने प्रत्याशी व संगठन कार्यकर्ताओं को मैदान में उतार दिया है। दलों के प्रत्याशी जहां आज घर घर जाकर वोटों की मनुहार करते रहे वहीं लोगों को पोलिंग बूथ तक लाने के लिये भी जददोजहद दलों द्वारा कीजा रही है। भाजपा ने प्रदेश में एक मतदान कंेद्र के साथ एक बूथ के हिसाब से 51 हजार बूथ समितियों का गठन किया है। जिसमें बूथ अध्यक्ष के साथ 21 सदस्यीय टीम शामिल रहेगी। भाजपा के अनुसार एक बूथ पर 500 से 600 मतदाता माने गये हैं। इस लिहाज से अगर ज्यादा मतदाता अपने मतों का प्रयोग करेंगे तो भाजपा के सत्ता में आने का अवसर रहेगा। भाजपा ने बूथ के साथ पन्ना प्रमुख व युवा शक्ति केंद्र भी स्थापित किये हैं। 

कुल 2274 प्रत्याशी मैदान में

राज्य में 4 करोड़ 74 लाख से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर 2274 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे। अलवर जिले की रामगढ़ सीट पर बसपा प्रत्याशी की मृत्यु के कारण चुनाव स्थगित किया जा चुका है। वहां के लिये नये सिरे से तारीखों का एलान किया जायेगा। कुल 2274 प्रत्याशी मैदान में हैं। 612 प्रत्याशियों को रद्द किया गया, 578 ने अपने नाम वापिस लिये। कुल 3293 नामांकन भरे गये। भाजपा ने 199 सीटों पर प्रत्याशी उतारे वहीं कांग्रेस ने 194 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा की। 4 कांग्रेस सीटों को राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी को दे दिया गया। बसपा ने 189 सीटों पर उम्मीदार घोषित किये तो आम आदमी पार्टी ने 143 सीटों पर। सीपीआई 16 सीपीएम 28 भारत वाहिनी पार्टी 63 और राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के 56 उम्मीदवार मैदान में हैं। 817 अमान्यता प्राप्त दलोें के प्रत्याशी और 830 निर्दलीय उम्मीदवार चुनाव मैदान में जोर आजमाइश करेंगे।  इनमें 2087 पुरूष और 189 महिला प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं।

मतदान सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक

राज्य चुनाव आयोग ने कल के चुनाव केा लेकर तैयारियां पूरी कर ली हैं। मतदान सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक ईवीएम और वीवीपैट मशीनों से करवाया जायेगा। मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्री आनंद कुमार ने जनता से बेखौफ होकर मतदान करने की अपील की है। प्रदेश के सभी पोलिंग बूथ कडी सुरक्षा में हैं। 1 लाख 46 हजार सुरक्षाकर्मी लगाये गये हैं। इनमें 90 हजार पुलिस, 650 कंपनियां केंद्र के अद्र्वसैनिक बलों की, होमगार्ड, सीआईएसएफ, बीएसएफ समेत आरएसी व एसटीएफ के दल शामिल हैं। प्रदेश के 14 निर्वाचन क्षेत्र के 6000 पोलिंग बूथ दुर्गम स्थानों पर है। श्री कुमार ने बताया कि राज्य में 4 लाख 36 हजार 125 मतदाता विभिन्न श्रेणियों के दिव्यांगजन है जिनकी सुविधा हेतु व्हील चेयर, रैंप और सहायता के लिये करीब 1 लाख 3 हजार 166 स्काउट गाइड व एनसीसी वाॅलंटियर लगाये गये हैं। महिला सशक्तिकरण को ध्यान में रखते हुये नवाचार के रूप में 259 महिला प्रबंधित मतदान केंद्रों को स्थापित किया गया है जिनमें मतदान दलकर्मी आदि महिलायें होंगी। उदयपुर में 2 और नागौर में 1 मतदान केंद्र ऐसे बनाये गये हैं जहां सभी मतदानकर्मी दिव्यांगजनों होंगे। 

238 थर्ड जेंडर के नाम भी मतदाता सूची में शामिल

प्रदेश में करीब 238 थर्ड जेंडर के नाम भी मतदाता सूची में शामिल हैं। राज्य में 2013 के मुकाबले ट्रांसजेंडर्स की संख्या बढी है। जहां 2013 में रजिस्टर्ड ट्रांसजेंडर्स की संख्या सिर्फ 24 थी।प्रदेश में कुल 51687 मतदान केंद्रों में 51518 मुख्य और 169 सहायक मतदान केंद्र हैं जो 35971 पोलिंग स्टेशन लोकेशंस पर हैं।  सर्विस वोटर्स मिलाकर 2013 से इस बार 67 लाख 24 हजार 905 मतदाता बढे हैं। इनमें रामगढ के 2 लाख, 35 हजार, 110 वोटर शामिल हैं। जिन्हें शामिल कर वृद्वि 69 लाख 46 हजार 727 है। 

प्रचार के अंतिम दिन भाजपा-कांगे्रस दोनों ही दलों के स्टार प्रचारक 33 सभायें, चार रोड शो और पत्रकारों से वार्ता कर एक-दूसरे पर तंज कसे। दोनों ही पार्टियों के नेताओं अपनी-अपनी पार्टी के प्रत्याशी के समर्थन और प्रचार-प्रसार में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है।

2 लाख से ज्यादा ईवीएम-वीवीपैट से होगा चुनाव

मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि इस चुनाव में ईवीएम के प्रयोग के साथ-साथ संपूर्ण प्रदेश में वीवीपैट मशीनों का प्रयोग भी पहली बार किया जा रहा है। वीवीपैट मशीन से मतदाता इस बात की पुष्टि कर सकेगा कि उसने जिस उम्मीदवार के पक्ष में मतदान किया है उसका वोट उसी उम्मीदवार के पक्ष में गया है। उन्होंने बताया कि विधानसभा आम चुनाव-2018 में 68 हजार 894 बीयू, 59 हजार 160 सीयू एवं 68 हजार 303 वीवीपैट मशीनों का प्रयोग किया जा रहा है। इसके अलावा रिजर्व के रूप में भी पर्याप्त मशीनें उपलब्ध हैं। इस बार जयपुर जिले की किशनपोल विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में 46 उम्मीदवार होने के कारण प्रत्येक मतदान केन्द्र पर 3 बीयू मशीन का प्रयोग किया जाएगा। जबकि सम्पूर्ण राज्य में कुल 33 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र ऐसे हैं, जिनमें 2-2 बीयू मशीन का प्रयोग किया जाएगा।

टॅग्स :राजस्‍थान चुनावविधानसभा चुनावभारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)कांग्रेस
Open in App

संबंधित खबरें

भारतशशि थरूर को व्लादिमीर पुतिन के लिए राष्ट्रपति के भोज में न्योता, राहुल गांधी और खड़गे को नहीं

भारतSanchar Saathi App: विपक्ष के आरोपों के बीच संचार साथी ऐप डाउनलोड में भारी वृद्धि, संचार मंत्रालय का दावा

भारतMCD Bypoll Results 2025: दिल्ली के सभी 12 वार्डों के रिजल्ट अनाउंस, 7 पर बीजेपी, 3 पर AAP, कांग्रेस ने 1 वार्ड जीता

भारतMCD by-elections Result: BJP ने चांदनी चौक और शालीमार बाग बी में मारी बाजी, कांग्रेस ने जीता संगम विहार ए वार्ड

भारतबिहार विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद पार्टी के अंदर एक बार फिर शुरू हो गया है 'एकला चलो' की रणनीति पर गंभीर मंथन

भारत अधिक खबरें

भारतकथावाचक इंद्रेश उपाध्याय और शिप्रा जयपुर में बने जीवनसाथी, देखें वीडियो

भारत2024 में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव, 2025 तक नेता प्रतिपक्ष नियुक्त नहीं?, उद्धव ठाकरे ने कहा-प्रचंड बहुमत होने के बावजूद क्यों डर रही है सरकार?

भारतजीवन रक्षक प्रणाली पर ‘इंडिया’ गठबंधन?, उमर अब्दुल्ला बोले-‘आईसीयू’ में जाने का खतरा, भाजपा की 24 घंटे चलने वाली चुनावी मशीन से मुकाबला करने में फेल

भारतजमीनी कार्यकर्ताओं को सम्मानित, सीएम नीतीश कुमार ने सदस्यता अभियान की शुरुआत की

भारतसिरसा जिलाः गांवों और शहरों में पर्याप्त एवं सुरक्षित पेयजल, जानिए खासियत