Rajasthan Congress Crisis: सोनिया गांधी से मिले माकन और खड़गे, सीएम गहलोत पर हो सकता है एक्शन!, कमलनाथ दिल्ली पहुंचे
By सतीश कुमार सिंह | Published: September 26, 2022 05:33 PM2022-09-26T17:33:46+5:302022-09-26T17:35:17+5:30
Rajasthan Congress Crisis: कांग्रेस की राजस्थान इकाई में चल रहे संकट के बीच पार्टी के दोनों पर्यवेक्षक मल्लिकार्जुन खड़गे और अजय माकन ने सोनिया गांधी से सोमवार को मुलाकात की।
नई दिल्लीः कांग्रेस महासचिव अजय माकन और कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात कर राजस्थान संकट पर जानकारी दी। ऐसी संभावना है कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर एक्शन हो सकता है! गहलोत कांग्रेस अध्यक्ष पद की रेस से बाहर हो सकते हैं।
दोनों सीधे जयपुर से दिल्ली पहुंचे और इसके बाद 10 जनपथ पहुंचकर सोनिया से मुलाकात की। माना जा रहा है कि दोनों पर्यवेक्षकों ने सोनिया गांधी को अपनी रिपोर्ट सौंपी है। कांग्रेस के संगठन महासचिव के. सी. वेणुगोपाल भी बैठक में मौजूद थे। पार्टी के वरिष्ठ नेता कमलनाथ भी जल्द सोनिया गांधी से मुलाकात कर सकते हैं।
Delhi | AICC observers Ajay Maken & Mallikarjun Kharge arrive at the residence of Congress interim president Sonia Gandhi. They will further give the report to her pertaining to #RajasthanCongressCrisispic.twitter.com/ftN8HUCr8o
— ANI (@ANI) September 26, 2022
माना जाता है कि गहलोत से कमलनाथ के अच्छे रिश्ते हैं और संकट सुलझाने की जिम्मेदारी उन्हें दी जा सकती है। उल्लेखनीय है कि राजस्थान में कांग्रेस विधायक दल की बैठक रविवार रात को मुख्यमंत्री आवास पर होनी थी, लेकिन गहलोत के वफादार कई विधायक बैठक में नहीं आए।
उन्होंने संसदीय कार्यमंत्री शांति धारीवाल के बंगले पर बैठक की और फिर वहां से वे विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी से मिलने गए। राजस्थान के प्रभारी अजय माकन ने यहां संवाददाताओं से कहा कि जब विधायक दल की कोई आधिकारिक बैठक बुलाई गई हो और यदि कोई उसी के समानांतर एक अनाधिकारिक बैठक बुलाए, तो यह प्रथमदृष्टया ‘‘अनुशासनहीनता’’ है।
माकन ने कहा, ‘‘आगे देखेंगे कि इस पर क्या कार्रवाई होती है।’’ माकन ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के वफादार विधायकों द्वारा विधायक दल की बैठक में लिए जाने वाले प्रस्ताव के लिए शर्तें रखने की आलोचना की। उन्होंने कहा कि इन विधायकों का विधायक दल की आधिकारिक बैठक में शामिल न होकर उसके समानांतर अन्य बैठक करना ‘‘अनुशासनहीनता’’ है।
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस विधायक दल की बैठक रविवार रात मुख्यमंत्री आवास पर होनी थी, लेकिन गहलोत के वफादार कई विधायक बैठक में नहीं आए। उन्होंने संसदीय कार्यमंत्री शांति धारीवाल के बंगले पर बैठक की और फिर वहां से वे विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी से मिलने गए।