राजस्थान: बच्चे की हालत देख पसीजा मुख्यमंत्री गहलोत का दिल, दिया कान की प्लास्टिक सर्जरी कराने का निर्देश
By धीरेंद्र जैन | Published: January 3, 2020 05:49 AM2020-01-03T05:49:50+5:302020-01-03T05:53:21+5:30
मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद आज सुबह लोकेश को सवाई मानसिंह अस्पताल ले जाकर उसकी एमआरआई कराई गई और ऑडियोमेट्रिक जांच कराकर प्लास्टिक सर्जरी की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। अब जल्द ही प्लास्टिक सर्जरी से लोकेश का कान ठीक किया जाएगा और इलाज से उसकी सुनने की क्षमता भी बढ़ेगी।
सवाई माधोपुर के 10 वर्षीय लोकेश के लिए नववर्ष की पूर्व संध्या एक नई उम्मीद लेकर आई। 31 दिसम्बर की रात्रि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत रामनिवास बाग स्थित अस्थाई रैन बसेरे में कम्बल बांट रहे थे तब उन्हें यह पता चला कि लोकेश का एक कान जन्म से ही प्राकृतिक रूप से नहीं है। संवेदनशील मुख्यमंत्री ने बच्चे से बात कर उसकी हौसला अफजाई की और वहां मौजूद जयपुर कलक्टर डॉ. जोगाराम को उसके समुचित इलाज के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद आज सुबह लोकेश को सवाई मानसिंह अस्पताल ले जाकर उसकी एमआरआई कराई गई और ऑडियोमेट्रिक जांच कराकर प्लास्टिक सर्जरी की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। अब जल्द ही प्लास्टिक सर्जरी से लोकेश का कान ठीक किया जाएगा और इलाज से उसकी सुनने की क्षमता भी बढ़ेगी।
मुख्यमंत्री का रैन बसेरे में जाकर कम्बल बांटना भरतपुर के 56 वर्षीय बृजलाल के लिए भी वरदान की तरह था। बृजलाल का पैर किसी दुर्घटना में टूट गया था, लेकिन किसी वजह से वह इसका इलाज नहीं करा पाये। रैन बसेरे में उन्हें देखकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उनका दर्द पहचाना और उनके इलाज के निर्देश जयपुर कलेक्टर को दिए। मुख्यमंत्री के निर्देश की अनुपालना में बृजलाल के पैर का एक्स-रे एवं अन्य जांचे करवाकर बुधवार को ही सवाई मानसिंह अस्पताल में उनका इलाज शुरू कर दिया गया।