सीबीएसई के बाद राजस्थान बोर्ड का फैसला, 10वीं और 12वीं बोर्ड की परीक्षाएं स्थगित, 8, 9 और 11वीं के छात्र होंगे प्रमोट
By सतीश कुमार सिंह | Published: April 14, 2021 06:53 PM2021-04-14T18:53:08+5:302021-04-14T21:18:51+5:30
Rajasthan Board of Secondary Education: कोरोना वायरस की दूसरी लहर को देखते हुए राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, अजमेर द्वारा आयोजित की जाने वाली 10वीं व 12वीं बोर्ड की परीक्षाएं स्थगित कर दी हैं।
Rajasthan Board of Secondary Education: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) के बाद राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने कोविड को देखते हुए अहम फैसला लिया है।
राजस्थान सरकार ने कहा कि कोरोना महामारी के कारण परीक्षा करना मुश्किल है। स्थिति को देखते हुए राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की कक्षा 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं स्थगित कर दी हैं। बिना परीक्षा के 8वीं, 9वीं और 11वीं कक्षा के छात्रों को प्रमोट किया जाएगा। हिमाचल प्रदेश के शिक्षा विभाग की ओर से कहा गया कि राज्य में बढ़ते कोरोना के मामलों के मद्देनजर 10वीं और 12वीं और स्नातक स्तरीय परीक्षाओं को इस वर्ष 17 मई तक स्थगित किया जाता है।
आपको बता दें केंद्र सरकार ने देश भर में कोविड-19 महामारी के बढ़ते मामलों के मद्देनजर केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की 10वीं की परीक्षा रद्द कर दी है जबकि 12वीं की परीक्षा स्थगित करने का फैसला किया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में बुधवार को हुई एक बैठक में यह फैसला लिया गया।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की शिक्षा राज्य मंत्री गोविन्द सिंह डोटासरा से चर्चा के बाद इस संबंध में निर्णय लिया गया है। इसके साथ ही राज्य सरकार ने आठवीं कक्षा के छात्र-छात्राओं को नौवीं में, कक्षा नौवीं के छात्र-छात्राओं को 10वीं में तथा 11वीं कक्षा के विद्यार्थियों को 12वीं कक्षा में प्रोन्नत करने का भी फैसला किया है।
Rajasthan Government postpones Class 10th & 12th examinations of Rajasthan Board of Secondary Education, due to current COVID19 situation
— ANI (@ANI) April 14, 2021
Students of classes 8th, 9th, and 11th to be promoted without examinations
उल्लेखनीय है कि राजस्थान सरकार ने कोरोना वायरस संक्रमण को देखते हुए सरकारी स्कूलों में सातवीं कक्षा तक मौजूदा शिक्षा सत्र में कोई परीक्षा नहीं कराने का फैसला पहले ही कर लिया था। इन कक्षाओं के बच्चों को आकलन के आधार पर अगली कक्षा में प्रोन्नत किया जाएगा।
तकरीबन दो लाख छात्रों ने एक ऑनलाइन याचिका में हस्ताक्षर कर बोर्ड परीक्षओं को स्थगित किए जाने की मांग की थी और ट्वीटर पर अभियान भी चलाया था। महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और पंजाब ने बोर्ड परीक्षा में परिवर्तन की पहले ही घोषणा कर दी थी। ज्ञात हो कि गत वर्ष मार्च महीने में कोविड-19 महामारी के फैलाव को देखते हुए स्कूलों में ताले लगा दिए गए थे।
पिछले साल अक्टूबर में कुछ राज्यों ने स्कूल खोले भी लेकिन ताजा संक्रमण को देखते हुए उन्हें भी बंद कर दिया गया। पिछले साल भी बोर्ड की परीक्षा को पहले स्थगित किया गया था और बाद में उन्हें रद्द करना पड़ा। एक मानदंड तय कर परीक्षा के परिणाम घोषित किए गए थे। भारत में बुधवार को कोरोना संक्रमण के मामलों में रिकार्ड वृद्धि दर्ज की गई। एक दिन में सर्वाधिक 1.84 लाख मामले सिर्फ बुधवार को सामने आए।
(इनपुट एजेंसी)