राज ठाकरे ने भाजपा पर लगाया चुनाव में पैसा बांटने का आरोप, पूछा- कालाधन खत्म कर दिया तो कहाँ से आ रहे हैं इतने पैसे
By सतीश कुमार सिंह | Published: April 24, 2019 05:12 PM2019-04-24T17:12:10+5:302019-04-24T17:12:10+5:30
मनसे लोकसभा चुनाव नहीं लड़ रही है लेकिन पार्टी प्रमुख राज ठाकरे महाराष्ट्र में घूम-घूम कर भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ प्रचार कर रहे हैं। एक निजी टीवी चैनल को बुधवार को दिए इंटरव्यू में राज ठाकरे ने पीएम मोदी पर कई गम्भीर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके प्रचार से अगर कांग्रेस और एनसीपी को फायदा होता है तो इस पर उन्हें कोई एतराज नहीं।
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे ने बुधवार को एक निजी टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर लोकसभा चुनाव 2019 में पैसे बाँटने का आरोप लगाया। राज ठाकरे ने कहा कि भाजपा कालाधन खत्म करने की बात करती है लेकिन वो यह नहीं बता रही कि चुनाव में बाँटने के लिए उसके पास पैसा कहाँ से आया।
निजी टीवी चैनल एबीपी न्यूज़ को दिए इंटरव्यू में राज ठाकरे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सेना के नाम पर वोट माँगने का भी आरोप लगाया। राज ठाकरे ने इंटरव्यू में कहा कि कारगिल युद्ध के बाद अटल बिहारी वाजपेयी ने उसके नाम पर वोट नहीं माँगा था।
राज ठाकरे ने कहा कि 2014 जैसा माहौल नहीं है। तीन चरण के मतदान से पता लग गया कि मोदी सरकार बेहाल है।
राज ठाकरे ने आरोप लगाया कि नरेंद्र मोदी सरकार अपराध, बेरोजगारी और महिला सुरक्षा से जुड़े आंकड़ों को दबा रही है और जानबूझकर जारी नहीं कर रही।
अटल जी ने कारगिल के नाम पर वोट नहीं मांगा
राज ठाकरे ने इंटरव्यू में हालिया मुद्दों का भी खूब जिक्र किया। इस बात पर भी जिक्र हुआ कि पीएम यदि शहीदों के नाम पर वोट मांग रहे हैं तो इसमें बुराई क्या है? इस सवाल का जवाब देते हुए राज ने इसे गंदी राजनीति कहा और माना और अटल बिहारी वाजपेयी का जिक्र करते हुए कहा कि जब अटल थे तब कारगिल हुआ था।
अटल जी ने कभी नहीं कहा कि जो जवान कारगिल में शहीद हुआ उनके नाम से मुझे वोट दो। उन्होंने कहा कि, आज इलेक्शन चालू है, आए थे, तब क्या कहा था अच्छे दिन लाएंगे। हर साल दो करोड़ लोगों को नौकरी देंगे। बहुत सारे वादे किये थे। आज 5 साल के बाद कह रहे हैं कि पुलवामा में जो शहीद हुए हैं उनके नाम पर वोट दे दो।
मोदी 'मेक इन इंडिया' के ऊपर क्यों नहीं बोलते? जिस चीज से देश को सबसे ज्यादा हानि हुई है उस नोटबंदी और जीएसटी को लेकर मोदी क्यों नहीं वोट मांगते?
देश की बागडोर मोदी और शाह दोबारा न संभालें
राज ठाकरे चुनाव नहीं लड़ रहे हैं, लेकिन भाजपा के खिलाफ लगातार रैलियां कर रहे हैं और नरेंद्र मोदी और अमित शाह को हर मौके पर घेर रहे हैं। मुंबई में चुनावी रैलियां कर केंद्र सरकार पर हमला कर रहे हैं। राज ठाकरे ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी झूठ बोल रहे हैं, शहादत पर राजनीति कर रहे हैं, इसलिए उनके खिलाफ आवाज उठानी जरूरी है। उन्होंने कहा कि मैं चाहता हूं कि इस देश की बागडोर नरेंद्र मोदी और अमित शाह दोबारा न संभालें।
कांग्रेस के प्रत्याशी मिलिंद देवड़ा के पक्ष में प्रचार
मुंबई साऊथ लोकसभा सीट पर प्रचार करते हुए राज ठाकरे ने कहा कि यहां से कांग्रेस के प्रत्याशी मिलिंद देवड़ा के पक्ष में आरआईएल के चेयरमैन मुकेश अंबानी का प्रचार करना इस बात का 'संकेत' है कि मोदी सरकार जाने वाली है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी को जेट एयरवेज मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए था, जिसमें हजारों लोगों की जॉब चली गई।
राज ठाकरे मोदी सरकार और भाजपा के खिलाफ आर-पार की लड़ाई लड़ रहे हैं। ध्यान रहे कि बीते दिनों ही राज ठाकरे ने ये घोषणा की थी कि वो लोकसभा चुनाव 2019 में शरद पवार की पार्टी एनसीपी और कांग्रेस गठबंधन का समर्थन और दोनों ही पार्टियों के उम्मीदवारों का चुनाव प्रचार भी करेंगे। माना गया था कि राज ठाकरे की रैली का फायदा कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन गठबंधन को मनसे वोटरों के वोट के रूप में मिलेगा।
2014 में पीएम मोदी को परखने में गलती हुई
क्या 2014 में आदमी (मोदी) को परखने में गलती हुई थी? इसपर राज ने कहा कि ये पूरे देश की बात है। पूरे देश ने परखने में गलती की थी। लगा था कि ये कुछ अच्छा काम करेगा, लेकिन जब ये प्रधानमंत्री बने तो आदमी ही बदल गया, जो सपने दिखाए थे, जो बातें वो कर रहे थे। प्रधानमंत्री बनने के बाद तो वो, वो बातें ही नहीं कर रहे हैं।
ऑडियो और विजुअल के सहयोग से मोदी की आलोचना
ऑडियो और विजुअल के सहयोग से बड़े पर्दे पर 'सबूत' पेश कर राज ठाकरे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना कर रहे हैं और लोगों का ध्यान खींच रहे हैं। उनकी जनसभा में काफी भीड़ जमा हो रही है। चाहे वह राफेल का मुद्दा हो, किसानों की बदहाली हो या बालाकोट राज ठाकरे इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के आर्काइव से 'सबूत' पेश कर रहे हैं।
इन सबूतों में वह आकर्षक शब्दावली को जोड़कर वोटरों का दिल जीतने की कोशिश कर रहे हैं। ठाकरे द्वारा बड़े पर्दे पर न्यूज को प्रसारित करने और फुटेज के इस्तेमाल से कांग्रेस-एनसीपी में कौतूहल पैदा हुआ है और प्रशंसा हो रही है।