रेल टिकट बुकिंग में फिर से लागू हो सकता है फ्लेक्सी फेयर सिस्टम: पीयूष गोयल
By ऐश्वर्य अवस्थी | Published: February 3, 2018 10:38 AM2018-02-03T10:38:38+5:302019-06-26T14:18:00+5:30
भारतीय रेलवे की तरफ से लागू की गई फ्लेक्सी फेयर प्रणाली पूरी तरह से मांग-आपूर्ति पर निर्भर होती है। इसके तहत जिस समय टिकट की मांग ज्यादा होती है उस वक्त टिकट की कीमतें बढ़ा दी जाती है।
रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि राजस्व बढ़ाने और ट्रेनों में सीटों को भरने के लिए मंत्रालय गतिशील कीमत व्यवस्था लागू करने पर भी विचार कर रहा है।
प्रश्नकाल में फ्लेक्सी किराये का मुद्दा उठाया गया। जहां रेलमंत्री ने राज्यसभा में शुक्रवार को कहा है कि उनका मंत्रालय रेलवे में पुरानी सिग्नलिंग व्यवस्था को पूरी तरह बदलने की योजना बना रहा है। इसकी जगह नई टेक्नलॉजी का प्रयोग किया जायेगा।
वहीं, बीजेपी सांसद राम विचार नेताम ने कहा कि कई बार रेलवे किराए की कीमतें काफी ऊपर पहुंच जाती हैं। वहीं रेल मंत्री ने इस पर जवाब देते हुए कहा कि हमें विस्तृत रिपोर्ट मिल गई है, जिसमें बताया गया है कि मौसम के अनुसार किराये को किस प्रकार गतिशील बनाया जा सकता है।
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने सवाल उठाया कि रेलवे अपने सामाजिक दायित्वों को पूरा करने के लिए किस तरह से योजना बना रहा है। उन्होंने पूछा कि इस मद में खर्च होने वाली रकम को कैसे लाएगा। जिसके जवाब में रेल मंत्री ने कहा कि क्षमता में इजाफा करके मंत्रालय अपनी आमदनी बढ़ाकर सामाजिक दायित्वों को पूरा करेगा। इसमें एक लाख 10 हजार से ज्यादा लंबी रेल लाइनों पर सिग्नलों को तब्दील किया जाएगा।
भारतीय रेलवे की तरफ से लागू की गई फ्लेक्सी फेयर प्रणाली पूरी तरह से मांग-आपूर्ति पर निर्भर होती है। इसके तहत जिस समय टिकट की मांग ज्यादा होती है उस वक्त टिकट की कीमतें बढ़ा दी जाती है। जिसको लेकर राज्यसभा में सवाल-जवाब का सिलसिला चला।