वाशिंगटन डीसी में राहुल गांधी की प्रेस कॉन्फ्रेंसः कहा- विपक्षी एकता को लेकर काफी अच्छा काम हो रहा है, मुस्लिम लीग को बताया धर्मनिरपेक्ष पार्टी
By अनिल शर्मा | Published: June 2, 2023 08:01 AM2023-06-02T08:01:43+5:302023-06-02T08:07:56+5:30
केरल में मुस्लिम लीग के साथ कांग्रेस के गठबंधन पर एक सवाल के जवाब में राहुल ने कहा 'मुस्लिम लीग एक 'पूरी तरह से धर्मनिरपेक्ष पार्टी' है। इसमें गैर-धर्मनिरपेक्ष कुछ भी नहीं है। मुझे लगता है कि व्यक्ति (संवाददाता) ने मुस्लिम लीग का अध्ययन नहीं किया है।''
वाशिंगटन डीसी: अमेरिका की यात्रा पर गए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने यहां नेशनल प्रेस क्लब में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कई मुद्दों पर अपनी बात रखी। पत्रकारों से बातचीत के दौरान राहुल गांधी से विपक्ष को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी साथी विपक्षी ताकतों के संपर्क में है। राहुल ने कहा कि उनकी पार्टी सभी विपक्षी दलों के साथ नियमित रूप से बातचीत कर रही है, इस संबंध में काफी अच्छा काम हो रहा है।
विपक्षी एकता पर एएनआई के सवाल का जवाब देते हुए, राहुल गांधी ने कहा कि विपक्ष बहुत अच्छी तरह से एकजुट है और यह और अधिक एकजुट हो रहा है। हम सभी विपक्ष (पार्टियों) के साथ बातचीत कर रहे हैं। मुझे लगता है कि वहां काफी अच्छा काम हो रहा है। यह एक जटिल चर्चा है क्योंकि कई जगहों पर हम विपक्ष के साथ प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं। इसलिए थोड़ा लेन-देन आवश्यक है। लेकिन मुझे विश्वास है कि यह (केंद्र में भाजपा के खिलाफ महागठबंधन) होगा।
बातचीत के अगले हिस्से में राहुल गांधी से मुस्लिम लीग को लेकर भी सवाल किया गया। केरल में मुस्लिम लीग के साथ कांग्रेस के गठबंधन पर एक सवाल के जवाब में राहुल ने कहा 'मुस्लिम लीग एक 'पूरी तरह से धर्मनिरपेक्ष पार्टी' है। इसमें गैर-धर्मनिरपेक्ष कुछ भी नहीं है। मुझे लगता है कि व्यक्ति (संवाददाता) ने मुस्लिम लीग का अध्ययन नहीं किया है।''
राहुल गांधी से यूक्रेन और रूस के बीच जारी युद्ध को लेकर भी सवाल किए गए। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने यूक्रेन में रूसी युद्ध पर भारत सरकार के रुख का समर्थन किया। राहुल गांधी ने कहा- “रूस के साथ हमारे संबंध हैं। रूस के साथ हमारे संबंध रहे हैं। रूस पर हमारी कुछ निर्भरताएँ हैं। इसलिए मैं भारत सरकार के समान ही रुख रखूंगा ... दिन के अंत में, हमें भी अपने हितों के बारे में सोचना होगा।''
यह दावा करते हुए कि संसद से उनकी अयोग्यता ने उन्हें पहले की तुलना में एक बड़ा राजनीतिक अवसर प्रदान किया है, गांधी ने जोर देकर कहा कि उनकी अंतर्राष्ट्रीय व्यस्तताएं भारत की आंतरिक राजनीतिक लड़ाई में समर्थन पाने के लिए नहीं हैं।
अपनी अयोग्यता को लेकर सवाल पर कहा कि जब वह 2000 में राजनीति में आए थे, तब उन्होंने सोचा भी नहीं था कि उन्हें लोकसभा की सदस्यता से कभी अयोग्य घोषित किया जाएगा, लेकिन इसने उन्हें लोगों की सेवा करने का एक ‘‘बड़ा अवसर’’ दिया है। प्रतिष्ठित स्टेनफोर्ड यूनिवर्सिटी परिसर में भारतीय छात्रों के सवालों का जवाब देते हुए यह टिप्पणी की। ‘‘मोदी उपनाम’’ को लेकर की गई राहुल की टिप्पणी से जुड़े 2019 के आपराधिक मानहानि के मामले में सूरत (गुजरात) की एक अदालत द्वारा उन्हें (राहुल को) इस साल की शुरुआत में दोषी करार दिया गया था। इसके बाद उन्हें लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य घोषित कर दिया गया था।
गांधी अमेरिका के छह दिवसीय दौरे पर हैं। सैन फ्रांसिस्को और खाड़ी क्षेत्र में दो दिन बिताने के बाद, वह गुरुवार को अमेरिकी राजधानी में थिंक टैंक समुदाय, डायस्पोरा और प्रेस के साथ जुड़ने के लिए वाशिंगटन डीसी पहुंचे। न्यूयॉर्क का भी दौरा करेंगे।