'15 मिनट बोलूंगा, पीएम मोदी खड़े नहीं हो पाएंगे' राहुल गांधी के इस बयान की आज मानसून सत्र में परीक्षा
By पल्लवी कुमारी | Published: July 20, 2018 06:30 AM2018-07-20T06:30:02+5:302018-07-20T06:30:02+5:30
पूरे 88 दिनों के बाद राहुल गांधी की ये मनोकामना पूरी हो जाएगी। संसद में विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव पर बहस है और इस बहस में राहुल गांधी और उनकी पार्टी को बोलने के लिए 15 मिनट नहीं बल्कि कम से कम 38 मिनट मिलेंगे।
नई दिल्ली, 20 जुलाई: ''15 मिनट संसद में मेरी स्पीच मोदी जी के सामने करा दीजिए, पीएम मोदी मेरे सामने खड़े नहीं हो पाएंगे'' ये बयान कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने अमेठी के दौरे पर दिया था। आज से ठीक 88 दिन पहले राहुल गांधी ने ये भाषण दिया था। राहुल गांधी की यह 'मुराद' आज( 20 जुलाई) अविश्वास प्रस्तवा पर चर्चा के दौरान पूरी होने जा रही है। कांग्रेस प्रमुख राहुल गांधी और सदन में पार्टी के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे इस पर बोलेगें। राहुल गांधी सबसे पहले अविश्वास प्रस्ताव विपक्ष की ओर से बोलेंगे। कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद राहुल गांधी का ये पहला मौका होगा।
पूरे 88 दिनों के बाद राहुल गांधी की ये मनोकामना पूरी हो जाएगी। संसद में विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव पर बहस है और इस बहस में राहुल गांधी और उनकी पार्टी को बोलने के लिए 15 मिनट नहीं बल्कि कम से कम 38 मिनट मिलेंगे। अब देखने वाली बात यह होगी कि क्या राहुल गांधी सच में अपने भाषण के दावों को सच कर दिखाएंगे और पीएम मोदी क्या संसद से चले जाने को मजबूर हो जाएंगे?
पूरे देश की नजर इस बात टिकी होंगी कि राहुल गांधी क्या बोलते हैं? क्योंकि वो बहुत दिनों से सरकार के खिलाफ बोलना चाहते हैं? बता दें कि इस राहुल के इस भाषण पर पीएम नरेन्द्र मोदी ने पलटवार भी किया था। उन्होंने कहा था-''कांग्रेस अध्यक्ष ने मुझे चुनौती दी है कि अगर वह 15 मिनट संसद में बोलेंगे तो मैं वहां बैठ नहीं पाऊंगा, लेकिन वह अगर 15 मिनट बोलेंगे यह भी बड़ी बात है और मैं बैठ नहीं पाऊंगा तो मुझे याद आता है कि क्या सीन है।''
अविश्वास प्रस्ताव चर्चा पर TDP का सवाल, बीजेपी को साढ़े तीन घंटे, विपक्ष को 13 और 38 मिनट क्यों?
पीएम मोदी ने कहा था- ''आप (राहुल) जिस भाषा में भी बात कर सकें, हाथ में कागज लिए बगैर कर्नाटक सरकार की उपलब्धियां ही जनता के सामने बोल दीजिए.''
गौरतलब है कि तेलुगु देशम पार्टी को अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा में बोलने के लिए 13 मिनट, कांग्रेस को 38 मिनट अन्य विपक्षी दल अन्नाद्रमुक को 29 मिनट, तृणमूल कांग्रेस को 27 मिनट , बीजू जनता दल (बीजद) को 15 मिनट, तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) को 9 मिनट और अकेले बहुमत वाली सत्तारूढ़ बीजेपी को चर्चा में तीन घंटे और 33 मिनट का समय दिया गया है।
भारतीय संसद का मॉनसून सत्र 2018 18 जुलाई से प्रारम्भ होकर 10 अगस्त तक चलेगा। मानसून सत्र के पहले ही दिन विपक्ष सहित कई पार्टियों ने लोकसभा स्पीकर के सामने अविश्वास प्रस्ताव रखा था। जिसमें से लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने आंध्र प्रदेश को विशेष दर्जा दिए जाने की मांग को लेकर तेलुगु देशम पार्टी (पीडीपी) की तरफ से लाए गए अविश्वास प्रस्ताव को स्वीकर किया।
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