राहुल गांधी ने पीएम मोदी से लगाई मदद की गुहार, कहा- मुसीबत में हैं वायनाड के नागरिक
By भाषा | Published: August 9, 2019 11:57 AM2019-08-09T11:57:30+5:302019-08-09T12:01:24+5:30
केरल में लगातार जारी भारी बारिश के कारण मलप्पुरम जिले के एदावन्ना में शुक्रवार को एक मकान ढह जाने से एक परिवार के चार सदस्यों की मौत हो गई। राहुल गांधी ने केरल और अपने संसदीय क्षेत्र वायनाड में बाढ़ की स्थिति को लेकर शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात की और उनसे सहायता मांगी।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने केरल और अपने संसदीय क्षेत्र वायनाड में बाढ़ की स्थिति को लेकर शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात की और उनसे सहायता मांगी। वायनाड से सांसद गांधी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल के मुताबिक, उन्होंने प्रधानमंत्री से बात की और केरल खासकर वायनाड में बाढ़ एवं भूस्खलन से प्रभावित लोगों के लिए हर संभव सहायता की मांग की। उनके ट्विटर हैंडल पर कहा गया है, '' प्रधानमंत्री ने आपदा से प्रभावित लोगों के लिए हर जरूरी सहायता का भरोसा दिया है।’’
इससे पहले देश कई हिस्सों और केरल में आई भयावह बाढ़ पर चिंता प्रकट करते हुए राहुल गांधी ने बृहस्पतिवार को पार्टी कार्यकर्ताओं का आह्वान किया था कि वे बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए आगे आएं। उन्होंने यह भी कहा था कि वह अपने संसदीय क्षेत्र वायनाड में बाढ़ की स्थिति और मदद को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात करेंगे।
केरल में बाढ़ की हालत गंभीर
वहीं, केरल में बाढ़ की हालत गंभीर बनी हुई है। आम जनजीवन अस्त व्यस्त है। वायनाड समेत कई हिस्सों में भूस्खलन हुआ। कई लोगों के फंसने की खबरें हैं। एनडीआरएफ की टीम राहत बचाव कार्य में जुटी है। कोच्चि अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के रनवे में बाढ़ का पानी भर जाने के कारण यहां विमान परिचालन रविवार तक निलंबित रहेगा। हवाईअड्डा प्राधिकारियों ने एक बयान जारी करके कहा, ‘‘कोच्चि हवाईअड्डे पर रविवार दोपहर तीन अगस्त तक परिचालन बंद रहेगा।’’ कोच्चि अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा लिमिटेड (सीआईएएल) के प्रवक्ता ने बताया कि बाढ़ के कारण हवाईअड्डे के रनवे क्षेत्र में पानी भर गया है।
मकान ढहने से एक परिवार के चार सदस्यों की मौत
केरल में लगातार जारी भारी बारिश के कारण मलप्पुरम जिले के एदावन्ना में शुक्रवार को एक मकान ढह जाने से एक परिवार के चार सदस्यों की मौत हो गई। इसके साथ ही राज्य में वर्षा जनित हादसों पर मरने वालों की संख्या बढ़कर 12 हो गई है और 22000 से अधिक लोगों को राहत शिविरों में लाया गया है।