नई दिल्ली, 30 अगस्त: कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने नोटबंदी और राफेल डील को लेकर मोदी सरकार पर तीखा हमला बोला है। राहुल गांधी ने नोटबंदी के बाद आरबीआई द्वारा जारी आंकड़े और राफेल मामले में संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) के गठन की मांग पर वित्त मंत्री अरुण जेटली से 24 घंटे के भीतर जवाब देने पर राहुल गांधी ने हमला बोला है। आइए जानें प्रेस कॉन्फ्रेंस से जुड़ी 10 बातें...
1- नोटबंदी जानबूझकर गरीबों के पैर में मारी गई कुल्हाड़ी थी। ये गलती नहीं एक घोटाला था।
2- राहुल गांधी ने पीएम मोदी से पूछा, "आपने देश को इतनी बड़ी चोट क्यों पहुँचायी?"
3- राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि पीएम मोदी ने अपने करीबी 15-20 कारोबारियों को उनके ऊपर बकाया एनपीए से बचाने के लिए नोटबंदी की।
4- राहुल ने कहा, "आपकी जेब से पैसा लेकर हिन्दुस्तान के सबसे बड़ी क्रोनी कैपटलिस्ट की जेब में डाला।" उन्होंने कहा- गुजरात कोऑपरेटिव बैंक में 700 करोड़ रुपये बदला गया। अमित शाह इस बैंक के डॉयरेक्टर हैं।
5- राहुल गांधी ने कहा, "क्रोनी कैपटलिस्ट मोदीजी की मार्केटिंग करते हैं, मोदीजी जनता का पैसा छीनकर क्रोनी कैपटलिस्ट को देते हैं।"
6- राहुल गांधी ने प्रेस वार्ता की शुरुआत में पत्रकारों से पूछा, "खुल के लिख रहे हैं आजकल या थोड़ा दबकर लिख रहे हैं, बोल रहे हैं। हमारी तो पूरी सपोर्ट है आपको।"
7- राहुल गांधी ने कहा- हम पीएम नरेंद्र मोदी के वादों को गम्भीरता से नहीं लेते, हम पीएम का झूठ पकड़ते हैं।
8- राहुल ने कहा- हमारा काम पब्लिक को सच्चाई बताने का है। नोटबंदी से पहले हर जिले में बीजेपी कार्यालय के लिए जमीन खरीदी गई।
9- राहुल ने कहा- रक्षा मंत्री एक दिन बोलती हैं कि हम एयरक्राफ्ट का दाम बताएंगे और दूसरी दिन कहती हैं नहीं बताएंगे और कुछ दिनों बाद इसका दान बढ़ा दिया जाता है।
10- राहुल ने पूछा कि आखिर नरेंद्र मोदी सरकार ने 1600 करोड़ रुपये की डील अनिल अंबानी को क्यों दी? अनिल अंबानी की कंपनी ने कभी हवाईजहाज नहीं बनाया। अनिल अंबानी की कंपनी 45 हजार करोड़ रुपये के कर्जे में हैं।
नोटबंदी विवाद
नोटबंदी में चलन से हटाये गये 500 और 1,000 रुपये के लगभग सभी पुराने नोट बैंकिंग प्रणाली में लौट आये हैं। भारतीय रिजर्व बैंक की 2017- 18 की वार्षिक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। रिजर्व बैंक ने कहा कि नोटबंदी के समय आठ नवंबर, 2016 को मूल्य के हिसाब से 500 और 1,000 रुपये के 15.41 लाख करोड़ रुपये के नोट चलन में थे। रिपोर्ट में कहा गया है कि इनमें से 15.31 लाख करोड़ रुपये के नोट बैंकों में वापस आ चुके हैं। इसका मतलब है कि बंद नोटों में सिर्फ 10,720 करोड़ रुपये मूल्य के नोट ही बैंकों के पास वापस नहीं आए हैं। इसी रिपोर्ट के बाद कांग्रेस ने नोटबंदी पर भी बीजेपी सरकार पर जमकर हमला बोला।
राफेल डील विवाद
राफेल मामले में संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) के गठन की मांग पर वित्त मंत्री अरुण जेटली ने राहुल गांधी से 24 घंटे के भीतर जवाब मांगा था। दरअसल, जेटली ने राफेल विमान सौदे के बारे में कांग्रेस के ऊपर झूठ फैलाने का आरोप लगाया और कहा कि विपक्षी पार्टी तथा उसके नेता राहुल गांधी फर्जी अभियान चलाकर राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ गंभीर खिलवाड़ कर रहे हैं।