राहुल गांधी की सदस्यता समाप्त, प्रशांत किशोर ने भाजपा पर अटल की पंक्तियां सुनाकर कसा तंज, कहा- छोटे मन से कोई बड़ा नहीं होता...
By एस पी सिन्हा | Published: March 25, 2023 05:21 PM2023-03-25T17:21:27+5:302023-03-25T17:23:25+5:30
राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने मानहानि मामले में राहुल गांधी को दो साल की सजा को 'अत्यधिक' बताया और सत्तारूढ़ दल से कांग्रेस नेता की सदस्यता के संबंध में "बड़ा दिल" दिखाने का आग्रह किया।

दिल्ली में संसद तक मार्च करने और ट्वीट करने भर से ये लड़ाई आप नहीं लड़ सकते।
पटनाः कांग्रेस नेता राहुल गांधी की सदस्यता समाप्त होने पर चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने भाजपा पर अटल की पंक्तियां सुनाकर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि 'छोटे मन से कोई बड़ा नहीं होता' को याद करना चाहिए और बड़ा दिल दिखाना चाहिए। वहीं उन्होंने कांग्रेस को लेकर कहा कि उन्हें पता ही नहीं है कि वे किस लड़ाई में हैं।
उन्होंने कहा कि कानूनी प्रक्रिया का सम्मान करते हुए मुझे ये लगता है कि 2 साल की सजा अधिक है। राजनीति में इस तरह के बयान और टिप्पणी लोग एक दूसरे के खिलाफ देते रहते हैं। बिहार में जनसुराज यात्रा पर निकले प्रशांत किशोर ने कांग्रेस पार्टी को नसीहत देते हुए कहा कि कांग्रेस के लोगों को पता ही नहीं है कि वे किस लड़ाई में हैं।
सिर्फ दिल्ली में संसद तक मार्च करने और ट्वीट करने भर से ये लड़ाई आप नहीं लड़ सकते। ये लड़ाई अगर आपको लड़नी है तो आपको जमीन पर, गांवों में, सड़कों पर उतरना पड़ेगा। कल मैं 20 किमी पैदल चला हूं, मुझे कांग्रेस का एक कार्यकर्ता नहीं मिला जो राहुल गांधी की सदस्यता पर गांवों में लोगों को बता रहा हो कि ये गलत हुआ है।
जबतक विपक्षी दलों की लड़ाई चुनावी नतीजों में नहीं दिखेगी, तबतक कोई आपको गंभीरता से नहीं लेगा। किशोर इन दिनों "जन सुराज" अभियान के तहत अपने गृह प्रदेश बिहार का दौरा कर रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस यह संदेश जनता तक पहुंचाने के लिए अच्छी तरह से तैयार नहीं दिख रही है कि उसके साथ अन्याय हुआ है।
किशोर ने कहा, ‘‘मैं कोई कानून का विशेषज्ञ नहीं हूं, लेकिन कानूनी प्रक्रिया के प्रति सम्मान के साथ, राहुल गांधी को दी गई सजा अत्यधिक प्रतीत होती है। चुनाव के समय में, लोग तरह-तरह की टिप्पणी करते हैं। यह पहला उदाहरण नहीं था और न ही यह कोई अंतिम उदाहरण होने वाला है।’’ किशोर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस सहित कई राजनीतिक दलों के साथ काम कर चुके हैं।
उन्होंने कहा, "मानहानि का मामला ... उसके लिए दो साल की जेल अत्यधिक प्रतीत होती है। मैं केंद्र की सरकार को अटल बिहारी वाजपेयी की एक प्रसिद्ध पंक्ति की याद दिलाना चाहता हूं कि छोटे मन से कोई बड़ा नहीं बन जाता।’’ किशोर ने कहा, "सत्तारूढ़ दल तकनीकी बातों की आड़ ले सकता है और जोर दे सकता है कि दोषसिद्धि को देखते हुए राहुल गांधी की अयोग्यता अपरिहार्य थी।
इसके बाद भी मैं कहूंगा कि उन्हें अपने सम्मानित नेता दिवंगत वाजपेयी का अनुसरण करना चाहिए था और राहुल गांधी को अयोग्य ठहराने के लिए जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए थी।" उन्होंने कहा, "वे (भाजपा) आज सत्ता में हैं। बड़ा दिल दिखाने की जिम्मेदारी उनकी थी। उन्हें कुछ दिनों तक इंतजार करना चाहिए था और पीड़ित पक्ष को अपील का मौका देना चाहिए था और कोई राहत नहीं मिलने पर कार्रवाई करते।’’