किसानों के भारत बंद में कांग्रेस के सभी नेता , फ्रंट इकाइयां हिस्सा लेंगी। उच्चपदस्थ सूत्रों के अनुसार पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी ने सभी प्रदेश इकाइयों को पार्टी आलाकमान की ओर से इस आशय के दिशा निर्देश जारी किये हैं। प्रदेश इकाइयों को कहा गया है कि वे जिला स्तर पर किसानों के समर्थन में धरना और प्रदर्शन करें।
राहुल गांधी ने ट्वीट के ज़रिये भी इस आशय के संकेत दिए, "8 दिसंबर को किसान क्रांति के समर्थन में शाँतिपूर्ण भारत बंद है , हम इसका पूर्ण रूप से समर्थन करेंगे। देश के अन्नदाता से अत्याचार और अन्याय असहनीय है , अडानी-अंबानी कृषि क़ानून वापस लो। "
पार्टी के किसान नेता , सुनील झाखड़ ने आंदोलन की रूप रेखा बताते हुए साफ़ किया कि यह केवल किसानों का क़ानून नहीं है , जनता का आंदोलन बन गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी सरकार औद्योगिक घरानों के लिए लॉबिंग का काम कर रही है। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी पर झूठ बोलने का आरोप लगाया और कहा कि मन की बात कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने महाराष्ट्र के जिस किसान जीतेन्द्र का उल्लेख किया कि उसे अपनी फसल के एमएसपी के दाम मिले हैं , यह सरासर झूठ है , क्योंकि किसान जीतेन्द्र दूसरे किसानों के साथ धरने पर बैठा है।
कांग्रेस का आरोप था कि मोदी सरकार झूठा प्रचार कर किसानों को बांटने की कोशिश कर रही है लेकिन किसान तब तक पीछे नहीं हटेंगे जब तक तीनों काले क़ानून वापस नहीं ले लिए जाते।