लाइव न्यूज़ :

राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर लगाया एक और भ्रष्टाचार का आरोप, बताया ILFS का फुल फॉर्म

By जनार्दन पाण्डेय | Updated: September 30, 2018 18:14 IST

पार्टी ने यह भी आरोप लगाया कि एलआईसी और सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों पर आईएलएंडएफएस को 7500 करोड़ रुपये का प्रोत्साहन पैकेज देने का दबाव बनाया जा रहा है।

Open in App

भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (कांग्रेस) के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर फिर से भ्रष्टाचार के एक मामले को लेकर हमला बोला है। रविवार को राहुल ने एक ट्वीट कर के पीएम मोदी पर भारतीय जीवनबीमा निगम (एलआईसी) के पैसों से निजी कंपनी इंफ्रास्ट्रक्चर लीजिंग व वित्तीय सेवाएं (आईएल एंड एफएस) को बचाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, मोदीजी, आपकी चहेती निजी कम्पनी आईएल एंड एफएस डूबने वाली है। आप एलआईसी का पैसा लगाकर उसे बचाना चाहते हो। क्यों? एलआईसी देश के भरोसे का चिन्ह है। एक-एक रुपया जोड़कर लोग एलआईसी की पॉलिसी लेते हैं। उनके पैसे से जालसाजों को क्यों बचाते हो? 

इसके आगे कांग्रेस अध्यक्ष ने पीएम मोदी पर सीधा हमला बोलते हुए लिखा- कहीं आपके लिए ILFS का मतलब ‘I Love Financial Scams' तो नहीं? उन्होंने सवाल उठाया कि कहीं पीएम मोदी को आर्थ‌िक घोटालों से प्यार तो नहीं। उल्लेखनीय है कि राफेल मामले में राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था और पीएम मोदी को चोर बताया था। उसके बाद से यह दूसरा मौका है  जब सीधे पर राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर आरोप लगाए हैं।

इससे पहले कांग्रेस ने ‘इंफ्रास्ट्रक्चर लीजिंग एंड फाइनेंसियल सर्विसेज लिमिटेड (आईएलएंडएफएस) पर 91 हजार करोड़ रुपये के कथित कर्ज को लेकर शनिवार को सरकार पर ‘आर्थिक कुप्रबंधन’ का आरोप लगाया और कहा कि ऐसा लगता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं वित्त मंत्री ने देश की वित्तीय व्यवस्था को नष्ट करने का संकल्प ले रखा है।

पार्टी ने यह भी आरोप लगाया कि एलआईसी और सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों पर आईएलएंडएफएस को 7500 करोड़ रुपये का प्रोत्साहन पैकेज देने का दबाव बनाया जा रहा है।

कांग्रेस नेता गौरव वल्लभ ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘आईएलएंडएफएस पर 91 हजार करोड़ का कर्ज है। लेकिन दीर्घकालीन और अल्पकालीन ऋण की बात करें तो यह कुल 120,000 करोड़ रुपये का है। इस सरकार में कंपनी का कर्ज औसतन 900 करोड़ रुपये प्रति माह बढ़ा है। हम पूछना चाहते हैं कि यह कैसे हुआ? इसकी जांच होनी चाहिए।’’ 

उन्होंने कहा, ‘‘आईएलएंडएफएस में 60 फीसदी हिस्सेदारी निजी क्षेत्र की है और इसमें भी 36 फीसदी विदेशी निवेशकों की है। 40 फीसदी हिस्सेदारी एलआईसी और सार्वजनिक क्षेत्र के दूसरे बैंकों की है। इसके बावजूद एलआईसी और एसबीआई पर दबाव बनाया जा रहा है कि वे आईएलएंडएफएस को 7500 करोड़ रुपये का प्रोत्साहन पैकेज दें।’’ 

वल्लभ ने सवाल किया कि विदेशी निवेशकों के हितों को सुरक्षित रखने के लिए आम भारतीय नागरिकों के निवेश को दांव पर क्यों लगाया जा रहा है? 

उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘ऐसा लगता है कि प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री ने देश की वित्तीय स्थिति को नष्ट करने का संकल्प ले रखा है। इनके आर्थिक कुप्रबंधन की वजह से देश के वित्तीय संस्थाओं की हालत खराब होती जा रहा है।’’ 

(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)

टॅग्स :राहुल गांधीनरेंद्र मोदी
Open in App

संबंधित खबरें

कारोबारIndiGo Crisis: 7 दिसंबर रात 8 बजे तक सभी यात्रियों को तत्काल पैसा वापस करो?, मोदी सरकार ने दिया आदेश, छूटे हुए सभी सामान अगले 48 घंटों के भीतर पहुंचाओ

भारतPutin Visit India: भारत का दौरा पूरा कर रूस लौटे पुतिन, जानें दो दिवसीय दौरे में क्या कुछ रहा खास

भारतशशि थरूर को व्लादिमीर पुतिन के लिए राष्ट्रपति के भोज में न्योता, राहुल गांधी और खड़गे को नहीं

भारत‘पहलगाम से क्रोकस सिटी हॉल तक’: PM मोदी और पुतिन ने मिलकर आतंकवाद, व्यापार और भारत-रूस दोस्ती पर बात की

भारतModi-Putin Talks: यूक्रेन के संकट पर बोले पीएम मोदी, बोले- भारत न्यूट्रल नहीं है...

भारत अधिक खबरें

भारत‘सिटीजन सर्विस पोर्टल’ की शुरुआत, आम जनता को घर बैठे डिजिटल सुविधाएं, समय, ऊर्जा और धन की बचत

भारतआखिर गरीब पर ही कार्रवाई क्यों?, सरकारी जमीन पर अमीर लोग का कब्जा, बुलडोजर एक्शन को लेकर जीतन राम मांझी नाखुश और सम्राट चौधरी से खफा

भारतलालू प्रसाद यादव के बड़े लाल तेज प्रताप यादव पर ₹356000 बकाया?, निजी आवास का बिजली कनेक्शन पिछले 3 साल से बकाया राशि के बावजूद चालू

भारत2026 विधानसभा चुनाव से पहले बंगाल में हलचल, मुर्शिदाबाद में बाबरी मस्जिद की आधारशिला, हुमायूं कबीर ने धर्मगुरुओं के साथ मिलकर फीता काटा, वीडियो

भारतमहाराष्ट्र महागठबंधन सरकारः चुनाव से चुनाव तक ही बीता पहला साल