नई दिल्ली( 16 मार्च): कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने राफेल लड़ाकू विमान सौदे को लेकर आज एक बार फिर से केंद्र सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि 36 राफेल विमान की कीमत के जरिए देश के 10 प्रतिशत रक्षा बजट को जेब में डाल लिया गया। उन्होंने ट्वीट करके सरकार पर हमला बोला है। फ्रांसीसी कंपनी डसाल्ट की वार्षिक रिपोर्ट के जरिये इन विमानों की तुलनात्मक कीमत बताते हुए उन्होंने ट्वीट किया है।
इतना ही नहीं राहुल ने अपने ट्वीट में पहले राफेल की कीमतों पर सवाल उठाया और फिर उसी ट्वीट में उन्होंने देश की सेना आधुनिकीकरण के लिए पैसे मांग रही है। उन्होंने ट्वीट में लिखा है कि डसाल्ट द्वारा जारी रिपोर्ट में सरकार के झूठ का खुलासा हुआ है. जहां राफेल विमान कतर को 1319 करोड़ में बेचा है तो वहीं भारत को यह मोदी सरकार में एक विमान के लिए 1670 करोड़ चुकाने पड़ रहे हैं।
यह विमान मनमोहन सरकार के समय 570 करोड़ का मिल रहा था।राहुल गांधी ने कहा, प्रति विमान 1100 करोड़ रुपये या 36,000 करोड़ रूपये (36 विमानों की कीमत) यानी हमारे रक्षा बजट का 10 प्रतिशत जेब में। इस बीच हमारी सेना धन के लिए सरकार से गुहार लगा रही है। उन्होंने अपने इस ट्वीट के साथ डसाल्ट की वार्षिक रिपोर्ट 2016 भी टैग की है। दरअसल कांग्रेस पार्टी काफी समय से राफेल डील को लेकर लगातार मोदी सरकार पर हमलावर है, विमान की कीमत के मुद्दे पर उससे जवाब मांग रही है।