सरकार ने राहुल गांधी पर बोला जवाबी हमला, राफेल पर पर्रिकर के कथित टेप से विवाद गहराया

By भाषा | Published: January 2, 2019 10:40 PM2019-01-02T22:40:17+5:302019-01-02T22:40:17+5:30

कांग्रेस और सरकार के बीच राफेल मुद्दे पर बुधवार को तब विवाद और गहरा गया जब कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने लोकसभा में इस मामले में गोवा के मंत्री विश्वजीत राणे का कथित टेप चलाने का प्रयास किया। 

Rafale Controversy: Allege Parrikar's tape make it big issue | सरकार ने राहुल गांधी पर बोला जवाबी हमला, राफेल पर पर्रिकर के कथित टेप से विवाद गहराया

फाइल फोटो

Highlightsभाजपा सूत्रों के अनुसार राणे ने शाह से कहा,‘‘ मैंने मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर को भी एक पत्र भेजा है और उनसे शरारती तत्वों को बेनकाब करने के वास्ते तत्काल इसकी पुलिस जांच और आपराधिक जांच कराने के लिए कहा है।’’ राणे पहले कांग्रेस के नेता थे। 2017 के विधानसभा चुनाव के बाद वह भाजपा में शामिल हो गए थे और उन्हें मंत्री बनाया गया था। उन्होंने कहा, ‘‘जब से मैं भाजपा में शामिल हुआ हूं, कांग्रेस मुझे निशाना बना रही है।’’

कांग्रेस ने राफेल लड़ाकू विमान सौदा मामले में बुध‍वार को धमाका करते हुए गोवा के एक मंत्री का कथित ऑडियो टेप जारी किया। इस कथित टेप में गोवा का एक मंत्री, मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के उस कथित दावे के बारे में बात कर रहा है कि "उनके पास राफेल लड़ाकू विमान सौदे से जुड़ी फाइल है जो उनके बेडरूम में पड़ी है।’’इन दावों का केन्द्र और गोवा सरकार ने जोरदार खंडन किया है।

कांग्रेस और सरकार के बीच राफेल मुद्दे पर बुधवार को तब विवाद और गहरा गया जब कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने लोकसभा में इस मामले में गोवा के मंत्री विश्वजीत राणे का कथित टेप चलाने का प्रयास किया। इस कथित टेप में राणे एक अज्ञात व्यक्ति को कैबिनेट बैठक में पर्रिकर के कथित दावे के बारे में बता रहे है। गांधी ने यह भी आरोप लगाया कि पर्रिकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को ‘‘ब्लैकमेल’’ कर रहे है।

लोकसभा में हंगामा बढ़ने के बीच वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि टेप ‘‘झूठा और मनगढ़ंत’’ है। उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष से पूछा कि क्या वह इसे प्रमाणित कर सकते हैं? जेटली ने यह भी कहा कि टेप के झूठा पाए जाने पर गांधी को विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव और यहां तक कि निष्कासन का सामना भी करना पड़ सकता है।

दूसरी तरफ पर्रिकर ने कहा कि कांग्रेस राफेल मुद्दे पर तथ्य गढ़ने के लिए हताशा भरे प्रयास कर रही है क्योंकि उच्चतम न्यायालय ने उसके ‘‘झूठ’’ का पर्दाफश कर दिया। पर्रिकर ने कहा कि जिस ऑडियो क्लिप की बात कही जा रही है, उस तरह की कोई चर्चा कैबिनेट या किसी अन्य बैठक में नहीं हुई।

राफेल लड़ाकू विमान खरीदने के लिए भारत और फ्रांस के बीच हुए समझौते के समय पर्रिकर रक्षा मंत्री थे। इससे पहले आज दिन में कांग्रेस ने पर्रिकर के कथित दावे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जवाब मांगा और पूछा कि क्या यही कारण है जिसकी वजह से संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) जांच का आदेश नहीं दिया गया।

कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला गोवा के मंत्री विश्वजीत राणे और एक अन्य व्यक्ति के बीच कथित बातचीत का टेप लेकर आए। सुरजेवाला ने संसद के बाहर मीडिया के समक्ष टेप चलाते हुए दावा किया कि राणे को कथित तौर पर यह कहते सुना जा सकता है कि पिछले सप्ताह गोवा कैबिनेट की बैठक में पर्रिकर ने कहा था कि उनके पास राफेल सौदे से जुड़ी फाइल और तमाम कागजात हैं जो उनके बेडरूम में पड़े हैं।

उन्होंने राणे के हवाले से कहा, ‘‘मुख्यमंत्री ने बहुत ही रोचक बयान दिया कि मेरे पास राफेल से जुड़ी सारी सूचना है जो मेरे बेडरूम में पड़ी है...इसका मतलब है कि उन्होंने इसे रोक रखा है। उन्होंने कहा कि यह यहां केवल मेरे फ्लैट में मेरे बेडरूम में है, राफेल पर प्रत्येक कागजात।’’ हालांकि इस संबंध में कोई पुष्टि नहीं हो पाई कि ऑडियो में क्या राणे की ही आवाज है। दूसरे व्यक्ति की पहचान भी पता नहीं चल पाई।

राणे ने ऑडियो क्लिप को ‘‘गढ़ी हुई’’ और फर्जी करार दिया तथा भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को बताया कि उन्होंने राज्य सरकार से मामले की जांच का आदेश देने को कहा है। भाजपा ने आरोप लगाया है कि राफेल मुद्दे पर कांग्रेस केवल "झूठ बोल" रही है।

बाद में पत्रकारों से बातचीत में राहुल गांधी ने दावा किया कि टेप "प्रामाणिक’’ है और हो सकता है कि ऐसे कई "टेप" हों।

गांधी ने कहा, ‘‘ऑडियो टेप में गोवा के मंत्री साफ कह रहे हैं कि पर्रिकर जी ने कैबिनेट बैठक में बोला कि मेरे पास राफेल सौदे की पूरी फाइल है और जिसमें सभी जानकारी है और मुझे कोई परेशान नहीं कर सकता है। हो सकता है कि इस तरह के और टेप हों।’’ उन्होंने आरोप लगाया कि, ‘‘ पर्रिकर जी एक तरह से प्रधानमंत्री को धमकी दे रहे हैं, ब्लैकमेल कर रहे हैं।’’ हम यह सवाल लंबे समय से उठा रहे हैं।

गांधी ने कहा, ‘‘ सवाल यह है कि पर्रिकर जी के बेडरूम में क्या जानकारी है? क्या फाइलें हैं और इसका असर मोदी जी पर क्या असर होगा?’’ सुरजेवाला ने मोदी को निशाना बनाते हुए संवाददाताओं से कहा, ‘‘अब यह स्पष्ट है कि चौकीदार चोर है।’’ 

उन्होंने दावा किया, ‘‘अब प्रधानमंत्री को उत्तर देना चाहिए। देश जवाब मांग रहा है कि राफेल ‘घोटाले’ में कौन सी गोपनीय चीजें मनोहर पर्रिकर के फ्लैट और बेडरूम में पड़ी हैं।’’ सुरजेवाला ने कहा कि चौकीदार पर्रिकर से क्यों डरे हुए हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मोदी सरकार क्या छिपा रही है...क्या यही कारण है कि जेपीसी जांच का आदेश नहीं दिया जा रहा है।’’ 

सुरजेवाला ने कहा, ‘‘राफेल मामले में भ्रष्टाचार और अनियमितताएं हुईं और यह फाइलों में दर्ज है। वे फाइल पर्रिकर के पास हैं। वे क्यों छिपाई जा रही हैं? यदि मोदी के पास छिपाने के लिए कुछ नहीं है तो पर्रिकर ने उन फाइलों को अपने बेडरूम में क्यों छिपा रखा है और हर किसी को धमकी दे रहे हैं कि कोई उनके खिलाफ कुछ नहीं कर सकता।’’

उन्होंने कहा कि यह अब जरूरी हो गया है कि पर्रिकर के पास पड़ी फाइलें सार्वजनिक हों। लोकसभा में राहुल गांधी ने ऑडियो टेप चलाने के लिए अध्यक्ष की अनुमति मांगी। उन्होंने राफेल मुद्दे पर प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि उनमें प्रश्नों का सामना करने के लिए संसद आने की हिम्मत नहीं है।

हंगामे के चलते सदन की कार्यवाही कुछ देर के लिए स्थगित करनी पड़ी। हंगामे के बीच गांधी ने कहा कि वह ऑडियो नहीं चलाएंगे और इसे प्रमाणित नहीं करेंगे। इस पर जेटली ने कहा कि उन्हें (गांधी) डर है क्योंकि वह जानते हैं कि यह झूठा है।

जेटली ने कहा, ‘‘यह आदमी बार-बार झूठ बोलता है।’’ लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने भी ऑडियो चलाने का गांधी का आग्रह स्वीकार नहीं किया। गांधी ने दावा किया कि भाजपा के लोग क्लिप से डरे हुए हैं। जेटली ने कहा कि राणे भी टेप को ‘‘गढ़ा गया’’ करार दे चुके हैं।

पर्रिकर ने जवाबी हमला करते हुए ट्वीट किया, ‘‘कांग्रेस द्वारा जारी ऑडियो क्लिप राफेल मुद्दे पर उच्चतम न्यायालय में झूठ का खुलासा होने के बाद तथ्य गढ़ने के लिए कांग्रेस की हताशा भरी कोशिश है। कैबिनेट या किसी भी बैठक में इस तरह की कोई चर्चा नहीं हुई।’’ पणजी में राणे ने संवाददाताओं से कहा कि कांग्रेस ‘‘फर्जी ऑडियो’’ के जरिए राफेल विवाद में उन्हें झूठा फंसा रही है।

राणे ने कहा कि उन्होंने पर्रिकर को पत्र लिखकर मामले की पुलिस जांच कराने को कहा है जिससे कि ऑडियो के पीछे के आरोपी सामने लाए जा सकें। अमित शाह को लिखे अपने पत्र में राणे ने कहा कि राफेल मुद्दे पर उन्होंने किसी के साथ कोई बात नहीं की और कथित ऑडियो क्लिप एक ‘‘गढ़ी गई’’ क्लिप है।

भाजपा सूत्रों के अनुसार राणे ने शाह से कहा,‘‘ मैंने मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर को भी एक पत्र भेजा है और उनसे शरारती तत्वों को बेनकाब करने के वास्ते तत्काल इसकी पुलिस जांच और आपराधिक जांच कराने के लिए कहा है।’’ 

राणे पहले कांग्रेस के नेता थे। 2017 के विधानसभा चुनाव के बाद वह भाजपा में शामिल हो गए थे और उन्हें मंत्री बनाया गया था। उन्होंने कहा, ‘‘जब से मैं भाजपा में शामिल हुआ हूं, कांग्रेस मुझे निशाना बना रही है।’’

Web Title: Rafale Controversy: Allege Parrikar's tape make it big issue

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