राफेल डील: अनिल अंबानी की रिलायंस डिफेंस ने कांग्रेस के नेशनल हेरल्ड पर किया 5000 करोड़ मानहानि की केस
By स्वाति सिंह | Published: August 25, 2018 10:31 PM2018-08-25T22:31:22+5:302018-08-25T22:31:22+5:30
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने संसद के मानसून सत्र के दौरान नरेंद्र मोदी सरकार पर राफेल डील से निशाना साधा था।
अहमदाबाद, 25 अगस्त: अनिल अंबानी के रिलायंस ग्रुप की तीन कंपनियों ने कांग्रेस के अखबार नेशनल हेराल्ड पर अहमदाबाद की अदालत में 5ooo करोड़ रुपये की मानहानि का दावा किया है।
अंबानी की तीनों कंपनियों ने शनिवार को यह दावा किया है कि अखबार में राफेल विमान सौदे को लेकर प्रकाशित एक लेख बेहद 'हानिकारक और 'अपमानजनक' है।
रिलायंस डिफेंस, रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर और रिलायंस एयरोस्ट्रक्चर ने दीवानी मानहानि का मुकदमा नेशनल हेराल्ड के प्रकाशक एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड, उसके प्रभारी संपादक जफर आगा और खबर लिखने वाले पत्रकार विश्वदीपक के खिलाफ दायर किया है।
ये कंपनियां अनिल अंबानी नीत रिलायंस समूह से जुड़ी हैं। यह मुकदमा कल दीवानी एवं सत्र न्यायाधीश पी जे तमाकुवाला की अदालत में दायर किया गया। उन्होंने प्रतिवादियों को नोटिस जारी किया और सात सितंबर तक उनसे जवाब मांगा।
मुकदमे में कंपनियों ने आरोप लगाया है कि 'मोदी द्वारा राफेल सौदे की घोषणा से 10 दिन पहले बनायी थी रिलायंस डिफेंस' शीर्षक से प्रकाशित लेख 'बेहद हानिकारक और अपमानजनक' है और 'यह लोगों इस को बात को मानने के लिये गुमराह करता है कि सरकार उन्हें अनुचित व्यापारिक फायदा पहुंचा रही है।
'याचिका में कहा गया है, 'लेख में नकारात्मक छवि पेश की गई है और रिलायंस समूह और उसके अध्यक्ष अंबानी की सार्वजनिक छवि को प्रतिकूल तरीके से प्रभावित करता है।'
याचिका में 5000 करोड़ रुपये की क्षतिपूर्ति की मांग करते हुए कहा गया है कि इससे 'याचिकाकर्ता की कंपनियों की प्रतिष्ठा और गुडविल को अच्छा-खासा नुकसान पहुंचा है।' याचिका में कहा गया है कि याचिकाकर्ता लेख की सामग्री का 'जोरदार' खंडन करता है।
इससे पहले अनिल अंबानी नीत रिलायंस समूह ने कांग्रेस के कई नेताओं को कानूनी नोटिस भेजा था। कंपनी ने उनसे राफेल सौदा को लेकर उसके बारे में इस तरह के आरोप लगाना 'बंद करने और उससे बचने' को कहा था।
राहुल गांधी ने लगाया बीजेपी सरकार पर लगाया था आरोप
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने राफेल विमान सौदे में कथित अनियमितता को लेकर संसद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा था। उन्होंने आरोप लगाया था कि एक उद्योगपति को 130,000 करोड़ रुपये का फायदा पहुंचाया गया है।
हालांकि, इन सभी आरोपों को बीजेपी ने सिरे से नकारा है।
(भाषा इनपुट के साथ)