द क्विंट ने हटायी कुलभूषण जाधव पर विवादित स्टोरी, पाकिस्तान ने पूछा- ये है मीडिया की आजादी?
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: January 6, 2018 04:42 PM2018-01-06T16:42:14+5:302018-01-06T17:21:41+5:30
भारतीय नौसेना के पूर्व अधिकारी कुलभूषण जाधव को पाकिस्तानी सैन्य अदालत ने जासूसी के लिए मौत की सजा दी है।
पाकिस्तानी जेल में बंद भारतीय नौसेना के पूर्व सैनिक कुलभूषण जाधव से जुड़े एक नया विवाद सामने आ गया है। शुक्रवार (पाँच जनवरी) को एक भारतीय समाचार वेबसाइट ने रिसर्च एंड एनॉलसिस विंग (रॉ) के दो अज्ञात अफसरों के हवाले से खबर चलायी कि जाधव रॉ के पूर्व खुफिया अधिकारी रहे हैं। द क्विंट नामक वेबसाइट ने प्रकाशन के कुछ देर बाद ही अपनी वेबसाइट से ये स्टोरी हटा ली। द क्विंट ने स्टोरी हटाते हुए लिखा है कि वो इससे जुड़े "कुछ तथ्यों की फिर से पुष्टि" कर रहा है। दूसरी तरफ पाकिस्तानी मीडिया ने क्विंट की स्टोरी को पाकिस्तान के दावों के प्रमाण के रूप में प्रकाशित किया है।
पाकिस्तानी समाचार वेबसाइट द डॉन ने क्विंट की रिपोर्ट का हवाला देते हुए पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता डॉक्टर मोहम्मद फैसल का दावा भी प्रकाशित किया है। पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता फैसल ने दावा किया है कि द क्विंट के ओपिनियन एडिटर चंदन नंदी शुक्रवार (पांच जनवरी) के बाद से लापता हैं और उनके परिजनों को उनके बारे में कोई खबर नहीं है। डॉक्टर फैसल ने ट्वीट किया है, "....ये है प्रेस की आजादी?" चंदन नंदी ने ही ये विवादित रिपोर्ट की थी।
द डॉन और द सिडनी न्यूज में प्रकाशित खबर के अनुसार क्विंट ने दावा किया था कि रॉ के दो पूर्व प्रमुखों ने कुलभूषण जाधव के "जासूसी के लिए पर्याप्त योग्य न होने" की बात कही थी। पाकिस्तान का दावा रहा है कि उसने कुलभूषण जाधव को खैबर पख्तूनख्वा से गिरफ्तार किया था। पाकिस्तान की सैन्य अदालत ने जाधव को जासूसी के आरोप में मौत की सजा सुनायी है। भारत ने साफ किया है कि जाधव भारतीय नौसेना के पूर्व अधिकारी हैं जो नौकरी छोड़ने के बाद कारोबारी बन गये थे और पाकिस्तान ने उन्हें ईरान से अगवा किया था।
भारत ने कुलभूषण जाधव के मामले को अंतरराष्ट्रीय अदालत में उठाया था जिसके बाद पाकिस्तान पर जाधव को फांसी देने पर रोक लगा दी गयी थी। अंतरराष्ट्रीय अदालत ने अपने आदेश में कहा था कि जब तक वो इस मसले पर अंतिम फैसले पर नहीं पहुंच जाती तब तक पाकिस्तान इस मामले में यथास्थिति बनाए रखे।
दिसंबर के आखिरी हफ्ते में पाकिस्तान ने कुलभूषण जाधव की माँ और पत्नी को उनसे मुलाकात की अनुमति दी थी। इस्लामाबाद स्थित पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के दफ्तर में ये मुलाकात हुई। मुलाकात के दौरान जाधव और उनके परिवार के बीच काँच की एक दीवार थी। पाकिस्तान ने जाधव की पत्नी और माँ से उनके कपड़े बदलवाए और मंगलसूत्र, चूड़ी और बिंदी हटाने को मजबूर किया था। मुलाकात के बाद पाकिस्तान ने एक वीडियो जारी किया जिसमें जाधव पाकिस्तान का इस मुलाकात के लिए आभार जता रहे थे। जाधव कह रहे थे कि पाकिस्तान ने उनका पूरा ख्याल रखा है। वीडियो आते ही भारत सरकार ने इसे पाकिस्तानी प्रोपगैंडा का हिस्सा बताया।