पंजाब: गिरफ्तार IAS अधिकारी के घर से तलाशी में 12 किलो से ज्यादा सोना बरामद, बेटे की गोली लगने से मौत, परिवार ने विजिलेंस टीम पर लगाया आरोप
By विनीत कुमार | Published: June 26, 2022 08:26 AM2022-06-26T08:26:37+5:302022-06-26T08:26:37+5:30
पंजाब के आईएएस अधिकारी संजय पोपली के परिवार ने अपने बेटे की मौत का आरोप विजिलेंस टीम पर लगाया है। संजय पोपली पहले ही भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार किए जा चुके हैं।
चंडीगढ़: भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार पंजाब के आईएस अधिकारी संजय पोपली के बेटे कार्तिक पोपली की चंडीगढ़ में स्थित घर में शनिवार दोपहर को गोली लगने से मौत हो गई। ये घटना उस समय हुई जब पंजाब के विजिलेंस विभाग के अधिकारी भी जांच के लिए घर में पहुंचे थे।
26 साल का कार्तिक पोपली कानून में स्नातक था और न्यायिक सेवा परीक्षा की तैयारी कर रहा था। पोपली के परिवार ने विजिलेंस ब्यूरो के अधिकारियों पर गोली मारने का आरोप लगाया है। परिवार का आरोप है कि कार्तिक को एजेंसी के अधिकारियों ने परेशान भी किया।
विजिलेंस टीम द्वारा तलाशी के लिए शनिवार को संजय पोपली को भी लाया गया था। बाद में उन्हें मेडिकल चेकअप के लिए सिविल अस्पताल में ले जाया गया, जहां उन्होंने मीडियाकर्मियों से कहा कि वह अपने बेटे की हत्या के चश्मदीद गवाह हैं।
पोपली परिवार के दावों को अधिकारियों ने किया खारिज
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार पोपली परिवार के दावे को खारिज करते हुए चंडीगढ़ के एसएसपी कुलदीप चहल ने कहा कि विजिलेंस टीम जांच के लिए पोपली के आवास के परिसर में थी जब उन्होंने गोली चलने की आवाज सुनी और उन्हें लगा कि कार्तिक ने 'अपनी लाइसेंसी बंदूक से खुद को गोली मार ली है।' चहल ने कहा कि वे उसे अस्पताल ले गए, जहां पहुंचने पर उसे मृत घोषित कर दिया गया।
वहीं, विजिलेंस ब्यूरो के पुलिस उपाधीक्षक अजय कुमार ने शनिवार शाम को पत्रकारों से कहा कि वे कभी घर में नहीं घुसे थे बल्कि उन्होंने अहाते में एक स्टोर से कुछ बरामदगी की और घटना के समय तक वहां से निकल चुके थे।
कुमार ने कहा कि ऐसा लगता है कि परिवार घबराया हुआ है क्योंकि 'बड़े पैमाने पर बरामदगी' हुई है। उन्होंने कहा, 'हम इस घटना से बेहद आहत महसूस कर रहे हैं। वहां से लौटने के बाद हमें इसका पता चला। आरोपी के परिवार द्वारा लगाए जा रहे आरोप निराधार हैं।'
कार्तिक पोपली की मां ने लगाए गंभीर आरोप
इस बीच संजय पोपली की पत्नी ने आरोप लगाया कि ब्यूरो के अधिकारी पिछले कुछ दिनों से उन्हें और उनके बेटे को परेशान कर रहे थे। उन्होंने कहा कि शनिवार को जांच टीम उनके घर आई कार्तिक को पहली मंजिल पर ले गई। कार्तिक की मां कहा, 'उन्होंने उस पर दबाव बनाना शुरू कर दिया...मेरे अनुरोध के बावजूद उन्होंने मुझे ऊपर नहीं जाने दिया। मैं किसी तरह सीढ़ी से कुछ देखने में कामयाब रही और देखा कि उन्होंने मेरे बेटे की ओर बंदूक लगा रखी थी। मैंने ऊपर जाने की कोशिश की लेकिन रोका गया। कुछ देर बाद मैंने गोली चलने की आवाज सुनी। उन्होंने मेरे बेटे को मार डाला।'
संजय पोपली की 20 जून को हुई थी गिरफ्तारी
विजीलैंस ब्यूरो ने 2008 बैच के आईएएस अधिकारी और पेंशन, पंजाब में निदेशक पद पर तैनात अधिकारी संजय पोपली को 20 जून को गिरफ्तार किया था। उन्हें शनिवार को मोहाली कोर्ट में पेश किया जाना था, इसके पहले विजिलेंस टीम ने उनके घर की तलाशी ली।
ब्यूरो ने शनिवार को पोपली के घर से नकदी के अलावा 12 किलो सोना-चांदी जब्त करने का दावा किया। एक रिकवरी मेमो में पोपली के घर से नौ सोने की ईंटें (कुल वजन 9 किलो), 49 सोने के बिस्कुट (कुल वजन 3.16 किलो), 12 सोने के सिक्के (कुल वजन 356 ग्राम), चांदी की तीन ईंटें (प्रत्येक का वजन 1 किलो), चांदी के 18 सिक्के (प्रत्येक का वजन 10 ग्राम), चार एप्पल आईफोन, एक मोबाइल फोन सैमसंग फोल्ड, दो सैमसंग स्मार्ट वॉच और 3.5 लाख रुपये नकद मिलने का दावा किया गया है।
आईएएस अधिकारी पोपली को करनाल के एक कॉन्ट्रैक्टर संजय कुमार द्वारा एंटी-करप्शन हेल्पलाइन पर डाले गए एक वीडियो के बाद गिरफ्तार किया गया था। इसमें कथित तौर पर अधिकारी को सीवरेज पाइपलाइन बिछाने से संबंधित निविदा आवंटित करने के लिए बतौर रिश्वत एक फीसदी कमीशन की मांग करते हुए दिखाया गया था। पोपली मई में निदेशक, पेंशन के रूप में स्थानांतरित होने से पहले पंजाब सीवरेज बोर्ड के सीईओ थे।