नई दिल्ली: पंजाब विधानसभा चुनाव की तारीख में बदलाव किया गया है। भारतीय निर्वाचन आयोग ने अब 20 फरवरी को मतदान की तारीख को तय किया है। इससे पहले इस राज्य 14 फरवरी को मतदान होना था। आयोग के इस फैसले का सभी सियासी दलों ने स्वागत किया है।
इसलिए चुनाव की तारीख में हुआ बदलाव
16 फरवरी को संत रविदास जी की जयंती है। इस अवसर पर एससी समुदाय के कई मतदाता उनकी जयंती के कारण वाराणसी की यात्रा करेंगे। बता दें कि संत रविदास की जयंती पर वाराणसी के सीर में रैदासिया समुदाय का रेला उमड़ेगा। पंजाब, हरियाणा ही नहीं देश-विदेश से रैदासिया समुदाय के लोग गुरु चरणों की रज पाने के लिए वाराणसी आते हैं। 10 से 16 फरवरी तक यह आयोजन चलेगा। ऐसे में राज्य के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने चुनाव आयोग से चुनाव की तारीख में बदलाव करने के लिए आग्रह किया था।
सीएम चन्नी ने लिखा चुनाव आयोग को पत्र
सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने पंजाब में 14 फरवरी को होने वाले विधानसभ चुनाव को टालने के लिए चुनाव आयोग को पत्र लिखा था। उन्होंने अपने पत्र में अनुरोध किया था कि 16 फरवरी को गुरु रविदास जयंती है। जयंती पर काशी में विशाल आयोजन होते हैं जो 10 से 16 फरवरी तक चलते हैं और इसमें पंजाब से रैदासिया समुदाय के 20 लाख लोग शामिल होने के लिए बनारस जाते हैं।
पार्टियों को मिलेगा चुनाव प्रचार का अधिक समय
पंजाब विधानसभा चुनाव में मतदान लड़ने वाली सभी पार्टियों को चुनाव प्रचार के लिए अधिक समय मिल जाएगा। हालांकि चुनावी परिणाम 10 मार्च को ही आएंगे। इससे पहले निर्वाचन आयोग ने 14 फरवरी को उत्तराखं और गोवा के इलेक्शन के साथ पंजाब चुनाव की तारीख तय की थी।