दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में तबलीगी जमात के कार्यक्रम से लौटे लोग पंजाब सरकार के लिए अब भी चुनौती बने हुए हैं। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने आज शुक्रवार को बताया कि निजामुद्दीन मरकज से कुल 651 लोग राज्य में आए हैं, इनमें से 636 लोगों की पहचान हो गई है। वहीं 15 लोगों का अभी पता नहीं चल सका है, जिनकी तलाश जारी है। पंजाब में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या 132 हो चुकी है। वहीं 11 लोग इस संक्रमण की चपेट में आकर अपनी जान गंवा चुके हैं। उन्होंने कहा कि अब तक हमारे द्वारा 2877 लोगों के नमूनों की जांच कराई गई है, 2 करोड़ 80 लाख की आबादी वाले राज्य में इस संख्या को देखते हुए कहा जा सकता है कि परिस्थितियां काबू में हैं।
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि वर्तमान में संक्रमित मरीजों में से एक मरीज वेंटीलेटर पर है। दो मरीज प्री वेंटीलेंटर स्टेज में हैं यानि उन्हें सिर्फ अलग से ऑक्सीजन की जरूरत है। उन्होंने बताया कि राज्य के सरकारी अस्पतालों में 76 चालू हालत में वेंटीलेटर उपलब्ध हैं। वहीं प्राइवेट अस्पतालों में 358 वेंटीलेटर उपलब्ध हैं। दोनों को मिलाकर कुल 434 वेंटीलेटर वर्तमान में हमारे पास उपलब्ध हैं।
पंजाब में अब मास्क पहनना अनिवार्य
पंजाब सरकार ने कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर राज्य में मास्क पहनना बृहस्पतिवार को अनिवार्य कर दिया। मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने अपने फेसबुक पेज पर यह घोषणा की। सिंह ने बृहस्पतिवार शाम फेसबुक पर पोस्ट किया, ‘‘पंजाब में अब मास्क पहनना अनिवार्य है। स्वास्थ्य सचिव लोगों के लिये एक विस्तृत परामर्श जारी कर रहे हैं। जब भी आप किसी आपात स्थिति में या आवश्यक वस्तुओं के लिये घर से बाहर निकलें मास्क पहना करें। ’’ पंजाब में कोरोना वायरस संक्रमण के अब तक 132 मामले प्रकाश में आ चुके हैं, जबकि 11 लोगों की इस वायरस से मौत हो चुकी है।