थम नहीं रहा विरोध, सोशल मीडिया पर लोग निकाल रहे भड़ास

By राजेंद्र पाराशर | Published: April 17, 2019 04:49 AM2019-04-17T04:49:10+5:302019-04-17T05:03:58+5:30

मध्यप्रदेश में संघ समर्थित बी.डी. शर्मा को भाजपा ने खजुराहो से प्रत्याशी बनाया है, जहां उनका भाजपा पदाधिकारी, कार्यकर्ता और पूर्व विधायक विरोध कर रहे हैं

Protesting against social media | थम नहीं रहा विरोध, सोशल मीडिया पर लोग निकाल रहे भड़ास

थम नहीं रहा विरोध, सोशल मीडिया पर लोग निकाल रहे भड़ास

मध्यप्रदेश में संघ समर्थित बी.डी. शर्मा को भाजपा ने खजुराहो से प्रत्याशी बनाया है, जहां उनका भाजपा पदाधिकारी, कार्यकर्ता और पूर्व विधायक विरोध कर रहे हैं. सोशल मीडिया पर विरोध के स्वर खासे तेज हो गए हैं, जिसके चलते शर्मा की परेशानी बढ़ गई है. पूर्व विधायक गिरिराज पोद्दार तो शर्मा के नाम की घोषणा के साथ ही इस्तीफा दे चुके थे, वहीं शर्मा ने विरोध को दरकिनार करते हुए अपना प्रचार भी शुरु कर दिया है.

बुंदेलखंड की खजुराहो संसदीय सीट को भाजपा का गढ़ मना जाता है. इस सीट पर संघ ने अपने समर्थक बी.डी. शर्मा को प्रत्याशी बनाया है. उनके नाम की घोषणा के साथ ही यहां पर विरोध तेज हो गया है. विरोध करने वाले स्थानीय नेता को टिकट दिए जाने की मांग कर रहे हैं और शर्मा को बाहरी प्रत्याशी बता रहे हैं. शर्मा के नाम की घोषणा के साथ ही रविवार को कटनी जिले के पूर्व विधायक गिरिराज किशोरी पोद्दार ने तो अपना इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद विरोध तेज हो चला है. संसदीय क्षेत्र के भाजपा नेता अब सोशल मीडिया पर अपनी भड़ास निकाल रहे है. सोशल मीडिया पर बाहरी प्रत्याशी बताते हुए बुंदेलखंड में शर्मा को भाजपा पर थोपना कहा जा रहा है. शर्मा का सर्वाधिक विरोध कटनी जिले के भाजपा नेता कर रहे हैं. इसके अलावा पन्ना जिले से भी भाजपा नेता विरोध में सामने आए हैं. भाजपा नेताओं के विरोध को शर्मा ने नजरअंदाज करते हुए अपना चुनाव प्रचार शुरु कर दिया है.

अभाविप उतरा समर्थन में

लंबे समय तक अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़े रहे बी.डी.शर्मा का जब विरोध तेज हुआ तो समर्थन में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद उतर आया है. अभाविप के पदाधिकारियों ने एक बैठक कर शर्मा के समर्थन में खजुराहो में मोर्चा संभालने की बात कही है. अभाविप का कहना है कि बी.डी.शर्मा के नेतृत्व में बुंदेलखंड में वहां की समस्याओं को लेकर अभाविप ने कई प्रदर्शन किए और धरने दिए. वहां के लोगों की आवाज अभाविप बना, अब उनका विरोध समझ से परे हैं. हम जनता के बीच जाएंगे और यह बताएंगे कि वे हमारे अपने नेता हैं.

भाजपा में यहां पर भी है विरोध

* सीधी संसदीय क्षेत्र में भाजपा की प्रत्याशी रीती पाठक का खासा विरोध है.पाठक के खिलाफ सिंगरोली जिला अध्यक्ष के अलावा सीधी के पूर्व जिला अध्यक्ष ने तो बगावती तेवर दिखाए हैं. वे खुलकर पाठक का विरोध कर रहे हैं. वहीं पूर्व सांसद गोविंद मिश्रा ने भी पार्टी से इस्तीफा दे दिया है.

* बालाघाट में भाजपा प्रत्याशी ढ़ालसिंह बिसेन के खिलाफ मौजूदा प्रत्याशी बोधसिंह भगत ने मोर्चा खोल दिया है. वे निर्दलीय उम्मीदवार के रुप में मैदान में है. भगत पूरी ताकत के साथ भाजपा प्रत्याशी का विरोध कर रहे हैं.

* सतना में सांसद गणेश सिंह का विरोध किया जा रहा है. यहां पर भी कई भाजपा नेता कांग्रेस का दामन थाम चुके हैं. इसके अलावा नाराज चल रहे दो विधायक भी प्रत्याशी से दूरी बनाए नजर आ रहे हैं.

* शहडोल में भाजपा ने ज्ञानसिंह का टिकट काटकर कांग्रेस से आई हिमाद्री सिंह को प्रत्याशी बनाया है. इसे लेकर ज्ञानसिंह और उनके समर्थक नाराज चल रहे हैं.

* राजगढ़ में रोडमल नागर के विरोध में भाजपा कार्यकर्ता प्रदेश भाजपा कार्यालय पहुंचकर प्रदर्शन कर चुके हैं. वे पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ नारेबाजी तक कर चुके हैं.

* भिंड में संध्या राय का विरोध पांच बार के सांसद अशोक अर्गल कर रहे हैं. वे कांग्रेस के संपर्क में रहे, मगर वहां टिकट नहीं मिला. इसके बाद से वे और उनके समर्थक भी मौन है और मैदान में नजर नहीं आ रहे हैं.

* खण्डवा-बुरहानपुर संसदीय क्षेत्र में भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार सिंंह चौहान का विरोध पूर्व मंत्री अर्चना चिटनिस कर रही हैं. चिटनिस समर्थक चौहान के लिए मुसीबत बन रहे हैं.

* छिंदवाड़ा में भाजपा प्रत्याशी नत्थन शाह का विरोध पूर्व विधायक ्नरामदास उइके ने किया. वे यहां से नकुल नाथ के खिलाफ भाजपा द्वारा मजबूत प्रत्याशी न दिए जाने का विरोध कर रहे थे. उन्होंने भी निर्दलीय प्रत्याशी के रुप में नामांकन भरा है और मैदान में उतर गए हैं.

Web Title: Protesting against social media

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