उप्र विधानसभा मानसून सत्र की कार्यवाही दिवंगत सदस्यों को श्रद्धांजलि के बाद दिन भर के लिये स्थगित
By भाषा | Published: August 17, 2021 03:05 PM2021-08-17T15:05:32+5:302021-08-17T15:05:32+5:30
उत्तर प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र के पहले दिन मंगलवार को सदन की कार्यवाही सरकार के राज्य मंत्री समेत छह दिवंगत सदस्यों को श्रद्धांजलि देने के बाद दिन भर के लिये स्थगित कर दी गई। मंगलवार को विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित के निर्देश पर विधानसभा में नेता सदन और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मौजूदा सरकार के दिवंगत राज्यमंत्री विजय कुमार कश्यप, सदस्य सुरेश कुमार श्रीवास्तव, रमेश चंद्र दिवाकर, केसर सिंह, दल बहादुर और देवेंद्र प्रताप सिंह के निधन पर शोक प्रस्ताव रखा। मुजफ्फरनगर जिले के चरथावल विधानसभा क्षेत्र के सदस्य विजय कुमार कश्यप (56) का पिछली 18 मई, लखनऊ (पश्चिम) क्षेत्र से सदस्य सुरेश कुमार श्रीवास्तव (77) और औरैया क्षेत्र से सदस्य रमेश चंद्र दिवाकर (58) का 23 अप्रैल, बरेली जिले के नवाबगंज क्षेत्र से केसर सिंह (61) का 28 अप्रैल, रायबरेली जिले के सलोन क्षेत्र से सदस्य दल बहादुर (64) का सात मई और कासगंज जिले के अमापुर क्षेत्र के विधानसभा सदस्य देवेंद्र प्रताप सिंह (54) का 31 मई को निधन हो गया। योगी आदित्यनाथ ने सभी दिवंगत सदस्यों के व्यक्तित्व और कृतित्व की चर्चा करते हुए उनके प्रति गहरा दुख प्रकट किया। उन्होंने कहा कि सदस्यों के निधन से प्रदेश ने अपने समर्पित नेताओं को खो दिया है। योगी ने कहा कि सदस्यों के निधन से समाज, सरकार और पार्टी की अपूर्णीय क्षति हुई है। सदन में नेता प्रतिपक्ष राम गोविंद चौधरी, बहुजन समाज पार्टी के दल नेता शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली, कांग्रेस की आराधना मिश्रा समेत सभी दल नेताओं ने अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। गौरतलब है कि दिवंगत सभी छह सदस्य मौजूदा 17वीं विधानसभा के लिए चुनकर आए थे। योगी आदित्यनाथ ने सदस्यों को श्रद्धासुमन अर्पित करने के साथ ही कोरोना से दिवंगत सभी नागरिकों के प्रति अपनी शोक संवेदना प्रकट की। उन्होंने कोरोना से दिवंगत सभी नागरिकों के प्रति शोक संवेदना प्रकट की। नेता प्रतिपक्ष राम गोविंद चौधरी ने भी कोविड-19 के कारण जान गंवाने वाले स्वास्थ्य कर्मियों, चिकित्सकों, कर्मचारियों, शिक्षकों और आम लोगों के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित की। श्रद्धांजलि के बाद विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही बुधवार 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा सत्र शुरू होने से पहले मंगलवार को कहा कि सरकार जनहित से जुड़े सभी मुद्दों पर चर्चा के लिये तैयार है। योगी ने कहा कि राज्य में कोरोना वायरस से निपटने को लेकर सदन में चर्चा होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश देश का पहला राज्य है, जहां कोरोना वायरस संक्रमण का पता लगाने के लिए सात करोड़ नमूनों की जांच की गयी और प्रदेश टीके की छह करोड़ खुराक देने वाला पहला राज्य बन गया है। उन्होंने कहा कि यदि सदन के सदस्य कोरोना वायरस की जांच और संक्रमण से निपटने संबंधी प्रयासों पर सहयोग करेंगे, तो अफवाह फैलाने वाले तत्व बेनकाब होंगे। उन्होंने नि:शुल्क टीका उपलब्ध कराने के लिये प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त किया । उत्तर प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र मंगलवार से शुरू हुआ हैं, जो 24 अगस्त तक चलेगा।
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