Amethi Lok Sabha Results 2024: "मुझे यकीन था कि किशोरी भैया आप अमेठी से जीतोगे", प्रियंका गांधी ने कहा
By मनाली रस्तोगी | Published: June 4, 2024 04:37 PM2024-06-04T16:37:07+5:302024-06-04T16:38:14+5:30
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने अमेठी संसदीय क्षेत्र से पार्टी उम्मीदवार के केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के खिलाफ निर्णायक बढ़त कायम करने के बाद मंगलवार को कहा कि उन्हें यकीन था कि "किशोरी भैया" जीतेंगे।
अमेठी: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने अमेठी संसदीय क्षेत्र से पार्टी उम्मीदवार के केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के खिलाफ निर्णायक बढ़त कायम करने के बाद मंगलवार को कहा कि उन्हें यकीन था कि "किशोरी भैया" जीतेंगे। निर्वाचन आयोग के अपराह्न तीन बजे तक के आंकड़ों के अनुसार किशोरी लाल शर्मा अमेठी से स्मृति ईरानी से एक लाख से अधिक मतों के अंतर से आगे हैं।
अपने परिवार के गढ़ में कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार के लिए बड़े पैमाने पर प्रचार करने वाली प्रियंका गांधी ने कहा कि उन्हें कभी संदेह नहीं था कि किशोरी लाल शर्मा लोकसभा चुनाव जीतेंगे। प्रियंका गांधी ने शर्मा के साथ की अपनी एक पुरानी तस्वीर साझा करते हुए ट्वीट किया, "किशोरी भैया, मुझे कभी कोई शक नहीं था। मुझे शुरू से यकीन था कि आप जीतोगे। आपको और अमेठी के मेरे प्यारे भाइयों और बहनों को हार्दिक बधाई।"
किशोरी भैया, मुझे कभी कोई शक नहीं था, मुझे शुरू से यक़ीन था कि आप जीतोगे। आपको और अमेठी के मेरे प्यारे भाइयों और बहनों को हार्दिक बधाई ! pic.twitter.com/JzH5Gr3z30
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) June 4, 2024
स्मृति ईरानी ने 2019 के आम चुनाव में अमेठी में कांग्रेस नेता राहुल गांधी को हराकर दो दशक से अधिक समय के बाद गांधी परिवार से सीट छीन ली थी। स्मृति ईरानी इस साल तीसरी बार बीजेपी के टिकट पर अमेठी सीट से चुनाव लड़ीं। 2014 में अपने पहले चुनाव में वह कांग्रेस के राहुल गांधी से 1 लाख वोटों के अंतर से हार गई थीं। वहीं, इस बार राहुल गांधी ने वायनाड और अपनी मां के निर्वाचन क्षेत्र रायबरेली से चुनाव लड़ा।
कौन हैं किशोरी लाल शर्मा?
किशोरी लाल शर्मा गांधी परिवार के विश्वासपात्र हैं। वह रायबरेली में सोनिया गांधी के निर्वाचन क्षेत्र के प्रतिनिधि रह चुके हैं। वह गांधी परिवार से जुड़े सभी मामलों के लिए रायबरेली और अमेठी में बिंदु-व्यक्ति थे। केएल शर्मा पंजाब के मूल निवासी हैं। वह पहली बार 1983 में कांग्रेस कार्यकर्ता के रूप में अमेठी आए थे। वह कांग्रेस नेता और पूर्व प्रधान मंत्री (दिवंगत) राजीव गांधी के साथ निकटता से जुड़े थे।
1991 में राजीव गांधी की मृत्यु के बाद केएल शर्मा अमेठी में कांग्रेस पार्टी के लिए काम करते रहे। 1990 के दशक में जब गांधी परिवार चुनावी राजनीति से दूर रहा, तो उन्होंने अन्य कांग्रेस उम्मीदवारों के लिए प्रचार किया। 1999 में सोनिया गांधी की पहली चुनावी जीत में किशोरी लाल शर्मा ने अहम भूमिका निभाई। गांधी पहली बार अमेठी से जीत के साथ संसद में पहुंचे।
(भाषा इनपुट के साथ)