पीड़ित किसानों से मुलाकात किए बगैर वापस नहीं जाने पर अड़ीं प्रियंका गांधी

By भाषा | Updated: October 4, 2021 22:04 IST2021-10-04T22:04:35+5:302021-10-04T22:04:35+5:30

Priyanka Gandhi adamant on not going back without meeting the aggrieved farmers | पीड़ित किसानों से मुलाकात किए बगैर वापस नहीं जाने पर अड़ीं प्रियंका गांधी

पीड़ित किसानों से मुलाकात किए बगैर वापस नहीं जाने पर अड़ीं प्रियंका गांधी

पांचवें पैरा में बदलाव के साथ

लखनऊ, चार अक्टूबर लखीमपुर खीरी के तिकोनिया क्षेत्र में हुई हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत के मामले में सोमवार तड़के मौके पर जाते वक्त सीतापुर में हिरासत में ली गई कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने पीड़ित किसान परिवारों से मुलाकात के बगैर वापस नहीं जाने का ऐलान किया है।

कांग्रेस की उत्तर प्रदेश इकाई के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने 'भाषा' को बताया कि प्रियंका तथा कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य दीपेंद्र हुड्डा समेत कुछ वरिष्ठ नेता लखीमपुर खीरी जा रहे थे। रास्ते में सीतापुर में तड़के करीब पांच बजे उन्हें हिरासत में ले लिया गया और पीएसी परिसर भेज दिया गया।

उन्होंने पुलिसकर्मियों पर प्रियंका से धक्का-मुक्की का भी आरोप लगाया और कहा कि कांग्रेस महासचिव किसानों का दर्द बांटने जा रही थीं और उन्हें इस तरह से रोका जाना अलोकतांत्रिक है।

इस बीच, कांग्रेस के प्रदेश मीडिया संयोजक ललन कुमार ने बताया कि प्रियंका ने खुद को रोके जाने के विरोध में पीएसी कैंप कार्यालय कक्ष में धरना शुरू कर दिया है। उन्होंने ऐलान किया है कि वह पीड़ित किसान परिवारों से मुलाकात किए बगैर किसी भी सूरत में वापस नहीं जाएंगी।

कुमार ने बताया कि पुलिस ने प्रिंयका और उनके 15 अन्य साथियों को हिरासत में रखा हुआ है।

इस बीच, प्रदेश कांग्रेस के मीडिया एवं कम्युनिकेशन विभाग के अध्यक्ष पूर्व मंत्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी की अगुवाई में बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता सीतापुर स्थित द्वितीय वाहिनी पीएसी परिसर पर एकत्र हो गए और प्रियंका से मुलाकात की मांग की। उन्होंने बताया कि प्रियंका से नहीं मिलने दिए जाने पर पार्टी कार्यकर्ता परिसर के गेट के सामने अनशन पर बैठ गए हैं।

सिद्दीकी ने बताया, ‘‘जब तक किसानों के परिवारों से प्रियंका को मिलने नहीं दिया जाता, दोषी केंद्रीय मंत्री उनके बेटे को गिरफ्तार कर जेल नहीं भेजा जाता और मृतकों के परिजन को दो-दो करोड़ रुपए और घायलों को एक-एक करोड़ रुपये मुआवजा नहीं दिया जाता, तब तक हम शांति से बैठने वाले नहीं हैं।’’

गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के पैतृक गांव में एक कार्यक्रम के सिलसिले में जाने लेकर किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान रविवार को लखीमपुर खीरी जिले के तिकोनिया इलाके में भड़की हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गई।

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Web Title: Priyanka Gandhi adamant on not going back without meeting the aggrieved farmers

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