केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने गुरुवार को अमेठी लोकसभा सीट से अपना नामांकन पत्र दाखिल किया, जिसमें उन्होंने बताया कि वो ग्रेजुएट नहीं हैं। इसपर कांग्रेस प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने तंज करते हुए कहा, एक नया धारावाहिक आने वाला है... 'क्योंकि मंत्री भी कभी ग्रेजुएट थी'। स्मृति ईरानी द्वारा हलफनामे में ये जानकारी दी गई है कि वो 12वीं पास हैं।
बता दें कि प्रियंका चतुर्वेदी ने 'क्योंकि मंत्री भी कभी ग्रेजुएट थी' ये तंज स्मृति ईरानी के टीवी धारावाहिक'क्योंकि सास भी कभी बहू थीं' के आधार पर किया है।
प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा, 'एक नया धारावाहिक आने वाला है 'क्योंकि मंत्री भी कभी ग्रेजुएट थी'। इसकी शुरुआती लाइन होगी- 'क्वालिफिकेशन के भी रूप बदलते हैं, नए-नए सांचे में ढलते हैं। एक डिग्री आती है, एक डिग्री जाती है, बनते हलफनामे नए हैं...क्योंकि मंत्री भी कभी ग्रेजुएट थीं।'
प्रियंका ये भी कहा, स्मृति ईरानी जी ने अपनी शैक्षणिक योग्यता को लेकर एक चीज कायम की है कि किस तरीके से ग्रेजुएट से 12वीं कक्षा के हो जाते हैं। वो मोदी सरकार से ही और मोदी सरकार में ही मुमकिन है।'
11 अप्रैल को केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने भरा पर्चा
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने 11 अप्रैल को अमेठी लोकसभा सीट से अपना नामांकन पत्र दाखिल कर दिया था। ईरानी ने नामांकन पत्र के चार सेट जिला निर्वाचन अधिकारी आर. एम. मिश्रा के समक्ष दाखिल किये। इससे पहले ईरानी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ रोड शो किया।
उन्होंने कहा, ''ये कैसी राजनीति है कांग्रेस पार्टी की ... जो गर्भवती महिलाओं की योजना से पैसा लूटकर अपनी जेभ भरने का काम करती है। जो गरीब बच्चों की योजना का पैसा लूटकर अपने पार्टी कार्यालय तक पहुंचाती है।''
ईरानी ने एमपी सीएम कमलनाथ पर कसा तंज
ईरानी ने कहा कि कमलनाथ के सहायक के घर से जो 280 करोड़ रुपये का ब्यौरा मिला है, जो नकदी मिली है और जानवरों की खाल मिली है, उसके संदर्भ में राहुल गांधी की चुप्पी अपने आप में उनकी हकीकत बताती है। रोडशो शुरू करने से पहले उन्होंने कहा, ''मैं इतना ही कहना चाहूंगी कि भाजपा संगठन और कार्यकर्ता का संस्कार मात्र एक है कि कार्यकर्ता चाहे किसी वर्ग, परिवार या समुदाय का हो, हम सब एक राष्ट्र, एक ध्वज और एक संविधान के अंतर्गत राष्ट्र निर्माण में समर्पित रहते हैं।''
स्मृति ईरानी का अमेठी सीट पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से सीधा मुकाबला है। राहुल ने बुधवार को ही नामांकन पत्र दाखिल कर दिया था। इससे पहले 2014 के लोकसभा चुनाव में स्मृति को राहुल के हाथ पराजय का सामना करना पड़ा था।