प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'हमारी सरकार ने सत्ता के केंद्रीकरण की पुरानी सोच को बदला है'
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: July 29, 2022 05:30 PM2022-07-29T17:30:02+5:302022-07-29T17:42:43+5:30
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चेन्नई में कहा कि मजबूत सरकार का यह मतलब कतई नहीं होता कि वह सब कुछ अपने नियंत्रण में करें। उन्होंने कहा कि एक मजबूत सरकार की ताकत उसकी विनम्रता में है और साथ ही यह स्वीकार करने में भी है कि वह सब कुछ नहीं जानती या कर सकती है।
चेन्नई: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में शुक्रवार को कहा कि केंद्र की मौजूदा सरकार ने उस पुरानी सोच को बदलने का काम किया है, जिसमें उस धारणा को बल दिया जाता था कि सरकार का मतलब सब कुछ नियंत्रित करना होता है। प्रधानमंत्री मोदी ने अन्ना विश्वविद्यालय के 42वें दीक्षांत समारोह में कहा कि हमने सदैव क्षेत्रीय सुधारों की सराहना की और उसके लिए नए रास्ते खोले साथ ही आवश्यक बुनियादी ढांचा के विकास में सहयोग दिया।
पीएम मोदी ने कहा कि मजबूत सरकार का यह मतलब कतई नहीं होता कि सब कुछ अपने नियंत्रण में करें। उन्होंने कहा, "एक मजबूत सरकार हर क्षेत्र में नहीं चलती है। मजबूत सरकार खुद को सीमित करते हुए लोगों की प्रतिभा के लिए जगह बनाती है। एक मजबूत सरकार की ताकत उसकी विनम्रता में है और साथ ही यह स्वीकार करने में भी है कि वह सब कुछ नहीं जानती या कर सकती है। यही कारण है कि आप हर क्षेत्र में सुधार देख रहे हैं और लोगों की स्वतंत्रता को और अधिक स्पेस मिल रहा है।"
उन्होंने कहा, "हमारी सरकार ने करीब 25,000 से अधिक कंप्लायंस को खत्म करके लोगों के जीवन को आसान बनाने का काम किया है। कई तरह के गौर जरूरी टैक्स को खत्म करके और कॉर्पोरेट टैक्स में कमी करके हमने निवेश और उद्योग को बढ़ावा देने का काम किया है।"
इसके साथ ही पीएम ने कहा कि ड्रोन, अंतरिक्ष और जियो स्पेटिकल के क्षेत्रों में आवश्यक सुधार करके नए रास्तों को खोलने का किया गया है, जिसके कारण बुनियादी ढांचा क्षेत्र में बदलाव के कारण विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचा तैयार करने में मदद मिली। उन्होंने कहा, "प्रौद्योगिकी के विकास के लिए प्रयोगों के जोखिम में विश्वास करने वालों को आगे बढ़ाया गया और इन सभी कारणों से एक ऐसा मंच तैयार किया गया, जहां आपके निरंतर विकास के लिए लिए अवसर पैदा हों।
कोरोना काल का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि सदी में एक बार आने वाले संकटों में से एक कोविड-19 महामारी में देश ने अपने वैज्ञानिकों और आम लोगों के भरोसे ऐसा आत्मविश्वास पैदा किया, जिसके हमने मिलकर उसे हराया। उन्होंने कि ऐसा नहीं है कि वो मुश्किल का समय केवल भारत के लिए था। कोरोना महामारी ने विश्व के हर देश का "परीक्षण" किया।
उन्होंने कहा, "भारत ने अपने वैज्ञानिकों, स्वास्थ्य कर्मचारियों, अन्य पेशेवरों और आम लोगों की मदद से पूरे आत्मविश्वास के साथ उस खतरे का मुकाबला किया। जिसके परिणामस्वरूप आज भारत में हर क्षेत्र नए जीवन का अंकुर फूट रहा है। चाहे वह उद्योग हो या फिर अंतर्राष्ट्रीय व्यापार हो। आज के दौर में भारत सबसे आगे है।"
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी बात को बल देने के लिए विभिन्न उदाहरण दिये। उन्होंने कहा, "इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र में बड़ी उपलब्धी हासिल करता हुआ भारत आज की तारीख में दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मोबाइल फोन निर्माता बन गया है। इतना ही नहीं पिछले छह वर्षों में मान्यता प्राप्त स्टार्ट-अप की संख्या में 15,000 फीसदी की वृद्धि हुई है। साल 2016 में सिर्फ 470 मान्यता प्राप्त स्टार्ट-अप थे, जो अब लगभग 73,000 हो गया है। यही कारण है कि पिछले साल भारत ने 83 बिलियन अमरीकी डॉलर से अधिक का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश प्राप्त किया है।"
पीएम मोगी ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय व्यापार में भारत ने अपना मजबूत मुकाम बना लिया है। भारत की स्थिति अन्य देशों के मुकाबले में सबसे सबसे अच्छी है और देश ने वस्तुओं और सेवाओं का सबसे अधिक निर्यात भी दर्ज किया है। इसके अलावा हमने मुश्किल समय (रूस-यूक्रेन युद्ध) के वक्त भी दुनिया को खाद्यान्न का निर्यात करने का काम किया है।" (समाचार एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ)