राष्ट्रपति कोविंद, पीएम मोदी ने स्टीफन हॉकिंग्स के निधन पर जताया शोक
By IANS | Published: March 14, 2018 03:08 PM2018-03-14T15:08:23+5:302018-03-14T15:08:23+5:30
ब्रिटिश मूल के वैज्ञानिक हॉकिंग्स को ब्लैक होल और रिलेटिविटी के सिद्धांत के लिए अपने महान कार्य के लिए जाना जाता है। वह 'ए ब्रीफ हिस्ट्री ऑफ टाइम' जैसी कई लोकप्रिय किताबों के लेखक भी थे।
नई दिल्ली, 14 मार्च: राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और स्वास्थ्य मंत्री हर्ष वर्धन ने प्रख्यात भौतिक वैज्ञानिक स्टीफन हॉकिंग्स के निधन पर शोक जताया है। विश्व प्रसिद्ध भौतिक वैज्ञानिक स्टीफन हॉकिंग्स का बुधवार को ब्रिटेन के कैंब्रिज में निधन हो गया। वह 76 साल के थे।
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ब्रिटिश मूल के वैज्ञानिक हॉकिंग्स को ब्लैक होल और रिलेटिविटी के सिद्धांत के लिए अपने महान कार्य के लिए जाना जाता है। वह 'ए ब्रीफ हिस्ट्री ऑफ टाइम' जैसी कई लोकप्रिय किताबों के लेखक भी थे। अपने संदेश में राष्ट्रपति ने कहा कि हॉकिंग्स के कार्य ने विश्व की रहस्य की परतों को खोलने में मदद की। कोविंद ने ट्वीट कर कहा, "वैज्ञानिक स्टीफन हॉकिंग्स के निधन के बारे में सुनकर दुख हुआ। उनके शानदार मस्तिष्क ने हमारी दुनिया और हमारे ब्रह्मांड के कई गूढ़ रहस्यों को सुलझाया। उनका साहस कई पीढ़ियों को प्रेरित करेगा।"
Sad to hear of the passing of scientist Stephen Hawking. His brilliant mind made our world and our universe a less mysterious place. And his courage and resilience will remain an inspiration for generations #PresidentKovind
— President of India (@rashtrapatibhvn) March 14, 2018
पीएम मोदी ने भी ट्वीट कर हॉकिंग्स को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने लिखा, "प्रोफेसर स्टीफन हॉकिंग्स एक उत्कृष्ट वैज्ञानिक व शिक्षक थे।"उन्होंने कहा, "उनका धैर्य और ²ढ़ता ने दुनिया भर के लोगों को प्रेरित किया। उनका निधन दुखद है। प्रोफेसर हॉकिंग्स के शानदार कार्य ने हमारी दुनिया को एक बेहतर स्थान बनाया। उनकी आत्मा को शांति मिले।"
Professor Stephen Hawking was an outstanding scientist and academic. His grit and tenacity inspired people all over the world. His demise is anguishing. Professor Hawking’s pioneering work made our world a better place. May his soul rest in peace.
— Narendra Modi (@narendramodi) March 14, 2018
स्वास्थ्य एवं प्रौद्योगिकी मंत्री वर्धन ने कहा, "स्टीफन हॉकिंग्स के निधन से दुखी हूं। इस दौर के सबसे महान वैज्ञानिक, ब्लैक होल और रिलेटिवटी के सिद्धांत के लिए प्रसिद्ध। यह वैश्विक वैज्ञानिक समुदाय के लिए एक बड़ी क्षति है।" आठ जनवरी 1942 को ऑक्सफोर्ड में जन्मे हॉकिंग्स को 1963 में मात्र 21 साल की उम्र में मोटर न्यूरॉन रोग हो गया था। चिकित्सकों ने उनके केवल दो साल और जीवित रहने की उम्मीद जताई थी लेकिन हॉकिंग्स आधे से ज्यादा सदी तक जीवित रहे।