मकर संक्रांति पर कुंभ में पहला शाही स्नान शुरू, साधु-संतों ने लगाई 'आस्था की डुबकी'
By स्वाति सिंह | Published: January 15, 2019 08:23 AM2019-01-15T08:23:58+5:302019-01-15T08:23:58+5:30
गंगा घाटों पर स्नान करने बड़ी संख्या में लोग पहुंचे। वहीं प्रयागराज में गंगा, यमुना और सरस्वती नदी के संगम पर स्नान के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखने को मिल रही है।
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में मंगलवार को कुंभ का पहला शाही स्नान है। मकर संक्रांति के मौके पर देश भर से लाखों की संख्या में लोग और साधु-संन्यासी पहले शाही स्नान के लिए पहुंचे हैं। बता दें कि यह शाही स्नान मंगलवार को शाम 4 बजे अखाड़ों का शाही स्नान जारी रहेगा।
कड़ाके की ठंड के बावजूद श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई। गंगा घाटों पर स्नान करने बड़ी संख्या में लोग पहुंचे। वहीं प्रयागराज में गंगा, यमुना और सरस्वती नदी के संगम पर स्नान के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखने को मिल रही है। ऐसा माना जाता है कि संगम में एक डुबकी लगाने से पाप धुल जाते हैं और लोगों को जन्म-मरण के बंधन से मुक्ति मिलती है और मोक्ष की प्राप्ति हो जाती है।
#KumbhMela2019: Latest visuals from Sangam Ghat in Prayagraj. pic.twitter.com/svXqYKbR3J
— ANI UP (@ANINewsUP) January 15, 2019
15 जनवरी को होने वाले विशेष स्नान के लिए श्रद्धालुओं के साथ-साथ बड़ी संख्या में साधु संत भी प्रयागराज पहुंचे हैं। ज्योतिषियों के मुताबिक कई वर्षों बाद इस बार मकर संक्रांति के दिन विशेष मुहूर्त में दुर्लभ संयोग बन रहा है। इसके अलावा गंगा सागर में स्नान के लिए देश ही नहीं बल्कि विदेशों से भी भारी संख्या में श्रद्धालुों डुबकी लगाने पहुंचे हैं। सागर द्वीप पर करीब 20 लाख लोगों के पहुंचने का अनुमान लगाया जा रहा है। गंगा सागर में आस्था की डुबकी लगाने के लिए नेपाल, भूटान और बांग्लादेश से काफी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे हैं।
Varanasi: Devotees take holy dip in river Ganga on #MakarSankranti. pic.twitter.com/fVeQZE0h51
— ANI UP (@ANINewsUP) January 15, 2019
दूसरा शाही स्नान 4 फरवरी और तीसरा स्नान 10 फरवरी को होगा। केंद्रीय पृथ्वी विज्ञान मंत्री हर्षवर्धन ने सोमवार को इलाहाबाद कुंभ मेले के लिए विशेष मौसम सेवा की शुरूआत की जिसमें चार स्वचालित मौसम केंद्रों (एडब्ल्यूएस) की स्थापना शामिल है।
हर्षवर्धन ने कहा कि इस सेवा का उद्देश्य अगले तीन दिन के लिए मौसम और पूर्वानुमानों की सूचना प्रदान करना है। इलाहाबाद में चार अलग-अलग स्थानों पर चार केंद्र बनाये गये हैं। पांच-दस किलोमीटर के दायरे में चारों दिशाओं में केंद्र बनाये गये हैं जो इलाहाबाद विश्वविद्यालय, दिल्ली पब्लिक स्कूल, जीबी पंत सामाजिक विज्ञान संस्थान और सैम हिगिनबॉटम यूनिवर्सिटी ऑफ एग्रीकल्चर, टेक्नोलॉजी एंड साइंसेस में हैं।
तापमान, आर्द्रता, बारिश और हवाओं की ताजा मौसम संबंधी जानकारी के लिए ‘कुंभ मेला मौसम सेवा’ नाम का मोबाइल ऐप शुरू किया गया है। कुंभ मेले की शुरूआत मंगलवार से होगी और मार्च तक यह चलेगा।