राम मंदिर निर्माण को लेकर प्रवीण तोगड़िया अनिश्चितकालीन उपवास पर बैठे
By रामदीप मिश्रा | Published: April 17, 2018 03:14 PM2018-04-17T15:14:11+5:302018-04-17T15:14:11+5:30
तोगड़िया ने मोदी सरकार और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को आड़े हाथों लिया। उन्होंने पिछले दिन याद दिलाते हुए कहा कि आपके पास जो सत्ता है वो हिन्दुओं कि लाशो से मिली है।
अहमदाबाद, 17 अप्रैलः अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) के पूर्व अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया ने नरेंद्र मोदी सरकार पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है। वह मंगलवार को अहमदाबाद में अनिश्चितकालीन उपवास पर बैठ गए हैं। इस दौरान उनके साथ मंच पर कई साधु-संत भी बैठ गए हैं। इससे पहले उन्होंने विहिप के नए अध्यक्ष कोकजो से भी अपील की थी कि वे उपवास में शामिल होकर संसद में राम मंदिर निर्माण के लिए विधेयक लाने का दबाव बनाएं।
खबरों के अनुसार, तोगड़िया ने मोदी सरकार और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को आड़े हाथों लिया। उन्होंने पिछले दिन याद दिलाते हुए कहा कि आपके पास जो सत्ता है वो हिन्दुओं कि लाशों से मिली है। क्या आप भूल गए पुलिस कि गोली से 300 हिन्दुओं को मरवाया था?
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इसके अलावा उन्होंने कहा कि आज भी 1200 से ज्यादा गुजरात के हिंदू आजीवन कारावास भुगत रहे हैं। सैकड़ों हिंदुओं की लाश और हजारो हिंदुओं कारावास क्या आपको सत्ता में भेंजने के लिए थी? आज उनकी पत्नियां रो रही हैं। उन्होंने कहा कि लगता है अयोध्या में बाबरी मस्जीद बनाने के लिए आप प्रधानमंत्री बने हैं।
बताया जा रहा है कि तोगड़िया नरेंद्र मोदी सरकार से खासा नाराज चल रहे हैं। उन्हें विश्व हिंन्दू परिषद के चुनाव के दौरान तगड़ा झटका लगा थी। पहली बार हुए वीएचपी के चुनाव में हिमाचल प्रदेश के पूर्व राज्यपाल और राजस्थान, मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय के न्यायाधीश रहे विष्णु सदाशिव कोकजे वीएचपी के चुनाव में जीत मिली थी। उन्होंने निवर्तमान अध्यक्ष राघव रेड्डी को 71 मतों से शिकस्त दी थी।
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गौरतलब है कि तोगड़िया 32 सालों तक वीएचपी के अध्यक्ष रहे हैं। हालांकि इस समय उन्हें परिषद की टीम में कोई नया दायित्व नहीं मिला है। उन्होंने हिमाचल प्रदेश के पूर्व गवर्नर वीएस कोकजे के वीएचपी के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद संगठन से इस्तिफा दे दिया था। उन्हें समर्थन देते हुए बीएचपी के 5,000 जिला स्तरीय कार्यकर्ताओं ने भी संगठन छोड़ दिया।