प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार पर साधा निशाना, कहा- बिना पढ़े लिखे नेता पूरे समाज को बना रहे है अनपढ़
By एस पी सिन्हा | Published: December 1, 2022 11:04 PM2022-12-01T23:04:59+5:302022-12-01T23:18:56+5:30
इस पर बोलते हुए चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने कहा है कि यहां पर लोगों ने एक रीति बना दी है कि जो लोग कुर्ता पर गंजी पहन लेंगे, लोग उसी को जमीनी नेता मानने लगते हैं। अगर बिहार का नेता है तो उसको बोलने, बैठने, कपड़ा पहनने का ढंग नहीं होना चाहिए। उसको देश दुनिया की जानकारी नहीं होनी चाहिए।
पटना:बिहार में जनसुराज यात्रा पर निकले चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर लगातार नीतीश सरकार पर हमलावर बने हुए हैं। इसी कडी में एकबार फिर से उन्होंने नेताओं को लेकर विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा कि बिहार के नेता खुद अनपढ़ हैं और जनता को भी अनपढ़ बना रहे हैं।
इनका सारा फोकस स्कूलों में खिचड़ी बांटने पर है। पीके ने बिहार के मौजूदा हालात के लिए राज्य में दशकों से सत्ता पर काबिज नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि बिहार के नेता और जनता आज भी 1960 में जी रहे हैं।
नेता तो खुद अनपढ़ है जनता को भी बना रहे है अनपढ़-पीके
इस पर बोलते हुए चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने कहा कि नेता खुद भी अनपढ़ हैं और पूरे समाज को अनपढ़ बना रहे हैं। पीके ने कहा कि समाजवाद का ढोंग करने वाले लोगों ने समाजवाद के नाम पर गरीबी और अशिक्षा को बांटा है। बिहार के स्कूलों में सिर्फ खिचड़ी बांटी जाती है। उन्होंने कहा कि 50 साल पहले भी लोग आवास और अनाज मांग रहे थे, आज भी लोग आवास और अनाज मांग रहे हैं।
यहां की सरकारों ने पूरे समाज को अशिक्षित बनाकर समतामूलक राज्य बना दिया। उन्होंने शराबबंदी पर सवाल उठाते हुए कहा कि सरकार की पूरी व्यवस्था लॉ एंड ऑर्डर और शराबबंदी तक ही सीमित रह गई। उसमें भी सरकार असफल रही।
प्रशांत किशोर ने जनता से सही नेता का चयन करने की बात कही
बिहार की दशा पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा है कि अगर आप सही नेता का चयन नहीं कर सकते तो आज जिस दशा में हैं, उसी दशा में जीवन भर रहना पड़ेगा। कुर्ता के ऊपर बनियान पहनने वाले को ही बिहार के लोग जमीनी नेता मान रहे हैं, जिसे बदलने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि यहां पर लोगों ने एक रीति बना दी है कि जो लोग कुर्ता पर गंजी पहन लेंगे, लोग उसी को जमीनी नेता मानने लगते हैं। अगर बिहार का नेता है तो उसको बोलने, बैठने, कपड़ा पहनने का ढंग नहीं होना चाहिए। उसको देश दुनिया की जानकारी नहीं होनी चाहिए।
पीके ने सीएम नीतीश पर भी निशाना साधा है
ऐसे लोगों को हम जमीनी नेता मान लेते हैं। ऐसे लोगों को नेता बनाएगा तो जिस हालत में रह रहे हैं उसी में रहना पड़ेगा। वहीं, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के पूरे 17 साल के कार्यकाल की सबसे बड़ी नाकामी है, शिक्षा व्यवस्था का ध्वस्त हो जाना।