बांग्लादेश में कुरान की बेअदबी पर फुरफुरा शरीफ के मौलवी के ‘बयान’ की राजनीतिक दलों ने की निंदा

By भाषा | Updated: October 18, 2021 23:41 IST2021-10-18T23:41:40+5:302021-10-18T23:41:40+5:30

Political parties condemned the 'statement' of the cleric of Furfura Sharif on the sacrilege of the Quran in Bangladesh | बांग्लादेश में कुरान की बेअदबी पर फुरफुरा शरीफ के मौलवी के ‘बयान’ की राजनीतिक दलों ने की निंदा

बांग्लादेश में कुरान की बेअदबी पर फुरफुरा शरीफ के मौलवी के ‘बयान’ की राजनीतिक दलों ने की निंदा

कोलकाता, 18 अक्टूबर राजनीतिक दलों ने सोमवार को फुरफुरा शरीफ के मौलवी और इंडियन सेक्युलर फ्रंट (आईएसएफ) के संस्थापक पीरजादा अब्बास सिद्दीकी के एक कथित वीडियो को लेकर उनकी निंदा की। वीडियो में सिद्दीकी भीड़ को यह कहते दिख रहे हैं कि अगर कोई दुर्गा पूजा के पंडाल में कुरान रखता है तो उसका सिर कलम कर देना चाहिए।

‘पीटीआई’ स्वतंत्र रूप से वीडियो की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं कर सका जिसमें सिद्दीकी को कथित तौर पर बयान देते हुए सुना जा सकता है। सिद्दीकी की कथित टिप्पणी की कांग्रेस और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने निंदा की।

दोनों पार्टियों ने मौलवी से नेता बने सिद्दीकी से दूरी बना ली है, जिसके साथ पिछले विधानसभा चुनाव में वाम मोर्चे का औपचारिक गठबंधन था। तृणमूल कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी पहले ही सिद्दीकी के सिर काटने के कथित बयान का विरोध कर चुके हैं।

पश्चिम बंगाल प्रदेश कांग्रेस कमेअी (डब्ल्यूबीपीसीसी) के अध्यक्ष अधीर चौधरी ने आईएसएफ नेता के बयान को निंदनीय करार दिया और कहा, ‘‘कांग्रेस ने कभी सांप्रदायिक राजनीति नहीं की। हमारे लिए राज्य और देश के सद्भाव की रक्षा करना वोट बैंक की राजनीति से ज्यादा महत्वपूर्ण है।’’

सिद्दीकी की पार्टी के साथ औपचारिक गठबंधन करने वाले वाम मोर्चे के नेता सुजान चक्रवर्ती ने कहा, ‘‘केवल वह ही बता सकते हैं कि उन्होंने ऐसा गैरजिम्मेदाराना बयान क्यों दिया। हम सिर काटने संबंधी उनके बयानों की निंदा करते हैं।’’

वीडियो के वायरल होने और विभिन्न वर्गों से आलोचना होने के बाद सिद्दीकी ने रविवार को एक बयान जारी किया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि सच्चे मुसलमान और हिंदू कभी भी अन्य धर्मों को बदनाम करने और उन्हें अपमानित करने के बारे में नहीं सोचेंगे। बांग्लादेश में पंडाल में कुरान रखने की कथित घटना या हिंदू मंदिरों में तोड़फोड़ के कृत्यों में शामिल लोगों का पता लगाया जाना चाहिए और उन्हें सख्त सजा दी जानी चाहिए।

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Web Title: Political parties condemned the 'statement' of the cleric of Furfura Sharif on the sacrilege of the Quran in Bangladesh

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