महाराष्ट्र: राजनीतिक हालात पर चर्चा के लिए सोनिया से मिलेंगे पवार, बीजेपी 6-7 नवंबर को शपथग्रहण की तैयारी में
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: November 3, 2019 08:09 AM2019-11-03T08:09:13+5:302019-11-03T08:09:13+5:30
भाजपा और शिवसेना के बीच सरकार गठन को लेकर बयानबाजी थमने का नाम नहीं ले रही है. अटकलें हैं कि कांग्रेस के सहयोग शिवसेना और एनसीपी सरकार बना सकते हैं.

भाजपा नेता सुधीर मुनगंटीवार ने शनिवार को भरोसा जताया कि राज्य में 10 नवंबर से पहले नई सरकार बन जाएगी.
महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर भाजपा और शिवसेना में गतिरोध तथा अटकलबाजियों के बीच एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार सोमवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात करेंगे. NCP नेता अजित पवार ने शनिवार को कहा कि मुलाकात के दौरान पवार की सोनिया से राज्य के राजनीतिक घटनाक्रम पर चर्चा होने की संभावना है. इस बैठक पर काफी कुछ निर्भर करेगा.
अजित ने हालांकि यह स्पष्ट रूप से कहा कि चुनाव के नतीजों के बाद से दोनों दलों की भूमिका स्पष्ट है कि हम विपक्ष में बैठेंगे, क्योंकि जनता ने इसी का जनादेश दिया है. स्वयं शरद पवार भी यह कह चुके हैं. पिछले दिनों से इस बात की अटकलें हैं कि कांग्रेस के सहयोग शिवसेना और एनसीपी सरकार बना सकते हैं.
भाजपा और शिवसेना के बीच सरकार गठन को लेकर बयानबाजी थमने का नाम नहीं ले रही है. वित्त मंत्री सुधीर मुनगंटीवार के बयान पर शिवसेना ने शनिवार को पलटवार किया. शिवसेना ने मुनगंटीवार के उस बयान की आलोचना की है, जिसमें उन्होंने कहा था कि महाराष्ट्र में अगर 7 नवंबर तक सरकार नहीं बनी तो राष्ट्रपति शासन लग सकता है.
पार्टी ने व्यंग्यपूर्ण तरीके से गठबंधन सहयोगी से पूछा कि क्या राष्ट्रपति की मुहर राज्य में उसके कार्यालय में पड़ी है? पार्टी सांसद संजय राऊत ने हालांकि भाजपा के प्रति नरम रुख का संकेत देते हुए कहा कि उनकी पार्टी अंतिम समय तक गठबंधन का धर्म निभाएगी.
जांच एजेंसियों से डराने-धमकाने का हथकंडा महाराष्ट्र में कारगर नहीं
मुनगंटीवार पर हमला बोलते हुए शिवसेना ने कहा कि उन्होंने राष्ट्रपति शासन लगाने की 'धमकी' दी है क्योंकि राजनीतिक समीकरण साधने के लिए जांच एजेंसियों के इस्तेमाल जैसे 'धमकाने वाले हथकंडे' महाराष्ट्र में कारगर नहीं है. पार्टी सूत्रों ने कहा कि इस धमकी से आम लोग क्या समझेंगे? इसका मतलब क्या यह है कि भारत के राष्ट्रपति आपकी (भाजपा की) जेब में हैं या राष्ट्रपति की मुहर महाराष्ट्र में भाजपा के दफ्तर में रखी है?''
पहले सरकार बनाने का दावा पेश करें शिवसेना
सूत्रों ने कहा कि जो लोग राष्ट्रपति शासन की बात कर रहे हैं, उन्हें पहले प्रदेश में सरकार बनाने का दावा पेश करना चाहिए. राष्ट्रपति संविधान में सर्वोच्च प्राधिकार हैं. यह किसी व्यक्ति के बारे में नहीं, देश के बारे में है. देश किसी की जेब में नहीं है.''
मुनगंटीवार के भी बदले सुर :
विवादों के बीच भाजपा नेता सुधीर मुनगंटीवार ने शनिवार को भरोसा जताया कि राज्य में 10 नवंबर से पहले नई सरकार बन जाएगी. मुनगंटीवार ने चंद्रपुर में संवाददाताओं से कहा कि नई सरकार का शपथग्रहण छह या सात नवंबर को होगा. जनादेश का सम्मान करना भाजपा और शिवसेना का कर्तव्य है. मंत्रिपद किस तरह से बांटना है यह चर्चा के जरिये तय हो सकता है. भाजपा वार्ता के लिए तैयार है.''
उद्धव ठाकरे सोचें सीएम बनने के बारे में : आठवले
आरपीआई (ए) प्रमुख रामदास आठवले ने आदित्य ठाकरे को महाराष्ट्र की राजनीति में नौसिखिया करार देते हुए सीएम पद के लिए सही नहीं माना. उन्होंने सुझाव दिया कि भविष्य में अगर अवसर मिले तो शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे इस शीर्ष पद के बारे में सोचें. आठवले ने यह अनुरोध किया कि शिवसेना ढाई-ढाई साल के लिए सीएम पद बांटने पर जोर नहीं डाले.