"सांसद पर पुलिस ने किया लाठीचार्ज, यह विशेषाधिकार उल्लंघन का मामला है", शशि थरूर ने तिरुवनंतपुरम में पुलिसिया कार्रवाई पर रोष व्यक्त करते हुए लिखा ओम बिड़ला को पत्र
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: December 25, 2023 10:24 AM2023-12-25T10:24:51+5:302023-12-25T10:29:43+5:30
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने अपने संसदीय क्षेत्र तिरुवनंतपुर में हुई पुलिसिया कार्रवाई पर रोष व्यक्त करते हुए लोकसभा के अध्यक्ष ओम बिड़ला को पत्र लिखकर केरल सरकार और पुलिस महकमे के खिलाफ रोष व्यक्त किया है।
नई दिल्ली: केरल के तिरुवनंतपुर से कांग्रेस के सांसद और पार्टी के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने अपने संसदीय क्षेत्र में पुलिसिया कार्रवाई पर रोष व्यक्त करते हुए लोकसभा के अध्यक्ष ओम बिड़ला को पत्र लिखकर केरल सरकार और पुलिस महकमे की कार्यप्रणाली पर रोष व्यक्त करते हुए पत्र लिखा है।
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला को लिखे पत्र में कहा, "मेरे लोकसभा सीट तिरुवनंतपुरम में निर्वाचित प्रतिनिधियों और अन्य प्रदर्शनकारियों द्वारा पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) कार्यालय तक किये गये मार्च के दौरान हुई लाठी चार्ज की घटना संसदीय विशेषाधिकारों का 'गंभीर उल्लंघन' का मामला है।"
सांसद शशि थरूर ने 23 दिसंबर को ओम बिड़ला को लिखे एक पत्र में कहा, "केरल सरकार की आलोचना करने वालों के खिलाफ पुलिस ने जैसा सलूक किया है, उसे 'लोकतांत्रिक असहमति को रोकने' के प्रयास के रूप में देखा जाना चाहिए।"
उन्होंने कहा, "जब रैली आयोजकों ने विरोध प्रदर्शन करने के लिए विभिन्न अधिकारियों से आवश्यक अनुमति प्राप्त कर ली थी, उसके बाद बिना किसी उकसावे या चेतावनी के प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस के गोले दागे गए, जो बेहद निराशाजनक है।"
कांग्रेस नेता थरूर ने पत्र में आगे कहा, "पुलिस द्वारा धरने में आंसू गैस के गोले दागे गए और पानी की बौछारें की गईं, ताकि रैली को भंग किया जा सके। इसके कारण धरने में शामिल लोगों की त्वचा, आंखें और फेफड़े पर बुरा प्रभाव पड़ा है।"
उन्होंने कहा कि हालांकि डीजीपी ने इस विषय में जांच कराने का आश्वासन दिया है लेकिन पुलिस द्वारा जिस तरह से निर्वाचित प्रतिनिधियों और अन्य प्रदर्शनकारियों पर "क्रूरतापूर्वक हमला" किया गया वह पूरी तरह से अनुचित और अनियंत्रित हमला था।
सांसद थरूर ने कहा, "जिस सदन का मैं सदस्य हूं, उसका संरक्षक होने के नाते मैं आपको पत्र लिखकर इस मामले को जल्द से जल्द देखने का आग्रह कर रहा हूं ताकि आवश्यक कार्रवाई हो सके। इन घटनाक्रमों के संबंध में मैं आपका आभारी रहूंगा यदि आप संसदीय विशेषाधिकार के उल्लंघन के मामले की सहानुभूतिपूर्वक जांच कर सकें और उचित कार्रवाई कर सकें।"
मालूम हो कि बीते 23 दिसंबर को केरल कांग्रेस द्वारा आयोजित एक रैली के दौरान तिरुवनंतपुरम में पुलिस और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच जमकर झड़पें हुईं। इस दौरान पुलिस द्वारा दागे गये आंसू गैस के गोले से सांसदों और विधायकों सहित पार्टी के कई नेताओं को दम घुट गया और कुछ को तो अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।