छत्तीसगढ़ में पुलिस मोबाइल एप के सहारे कर रही है कोरोना रोकने की कोशिश, विस्तार से जानने के लिए पढ़ें

By भाषा | Published: April 7, 2020 08:14 PM2020-04-07T20:14:57+5:302020-04-07T20:14:57+5:30

बिलासपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक दिपांशु काबरा कहते हैं कि हम कोरोना वायरस से लोगों की सुरक्षा और बेहतर पुलिसिंग के लिए प्रौद्योगिकी का अधिक से अधिक उपयोग करना चाहते हैं।

Police in Chhattisgarh are trying to stop the corona with the help of mobile app, read to know in detail. | छत्तीसगढ़ में पुलिस मोबाइल एप के सहारे कर रही है कोरोना रोकने की कोशिश, विस्तार से जानने के लिए पढ़ें

पुलिस

Highlightsपुलिस अधीक्षक पारूल माथुर ने बताया कि एप की मदद से जिले में बड़ी संख्या में लोगों को होम क्वारंटाइन किया गया है। स्टार्टअप कंपनी मोबकोडर के साथ मिलकर "रक्षा सर्व" के नाम से एक एप्लिकेशन विकसित किया है जो गूगल मैप के माध्यम से होम क्वारंटाइन किए गए लोगों की निगरानी करता है।

रायपुर:  छत्तीसगढ़ के जांजगीर चांपा जिले की पुलिस कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने होम क्वारंटाइन किए गए लोगों की निगरानी के लिए मोबाइल एप्लीकेशन का सहारा ले रही है। जांजगीर चांपा जिले में होम क्वारंटाइन में लगभग 6200 लोग हैं।

इनमें से अधिकांश लोगों ने विदेश या अन्य कोरोना प्रभावित राज्यों की यात्रा की थी। जांजगीर चांपा जिले की पुलिस अधीक्षक पारूल माथुर ने बताया कि जिले में बड़ी संख्या में लोगों को होम क्वारंटाइन किया गया है।

ऐसे में इन सभी पर नजर रखना पुलिस के लिए बड़ी चुनौती है। इन चुनौती से निपटने के लिए पुलिस मोबाइल एप्लिकेशन का सहारा ले रही है। माथुर ने बताया कि पुलिस ने नोएडा स्थित एक स्टार्टअप कंपनी मोबकोडर के साथ मिलकर "रक्षा सर्व" के नाम से एक एप्लिकेशन विकसित किया है जो गूगल मैप के माध्यम से होम क्वारंटाइन किए गए लोगों की निगरानी करता है। ऐसे लोगों के मोबाइल में इस एप्लिकेशन को इंस्टाल करने के बाद उससे संबंधित जानकारी पुलिस के पास रहती है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने होम क्वारंटाइन किए गए लोगों के फोन में रक्षा सर्व को इंस्टॉल करना शुरू कर दिया है।

अब तक 50 फीसदी से अधिक लोगों के फोन में इस एप्लिकेशन को इंस्टाल किया गया है। उन्होंने बताया कि इस एप्लिकेशन में होम क्वारंटाइन किए गए व्यक्ति को हर घंटे में एक सेल्फी अपलोड करनी होगी। जिससे पता चल सकेगा कि वह किस स्थान पर है। यदि वह व्यक्ति घर से (मोबाइल के साथ) बाहर निकलता है और दो सौ मीटर की निर्धारित सीमा से दूर होता है तब यह एप्लिकेशन स्थानीय पुलिस थाने को अलर्ट भेज देगा। वहीं होम क्वारंटाइन व्यक्ति फोन, लोकेशन या इंटरनेट कनेक्शन को बंद कर देता है तब भी यह एप पुलिस थाने को सूचित कर देगा।

पुलिस अधीक्षक ने कहा कि ऐसे व्यक्ति के खिलाफ पुलिस नियमानुसार कार्रवाई करेगी। उन्होंने कहा कि होम क्वारंटाइन किए गए लोगों की गोपनीयता का सम्मान करते हुए क्वारंटाइन की अवधि समाप्त होते ही उन्हें ट्रैकिंग सिस्टम से हटा दिया जाएगा।

पुलिस का उद्देश्य समाज को इस वायरस से सुरक्षा पहुंचाना है। कोरोना वायरस से बचाव के लिए एप्लिकेशन के उपयोग को लेकर बिलासपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक दिपांशु काबरा कहते हैं कि हम कोरोना वायरस से लोगों की सुरक्षा और बेहतर पुलिसिंग के लिए प्रौद्योगिकी का अधिक से अधिक उपयोग करना चाहते हैं। यह एक शानदार कोशिश है तथा इसे बिलासपुर रेंज के अन्य जिलों में भी लागू किया जाएगा।

बिलासपुर रेंज में जांजगीर-चांपा के अलावा बिलासपुर, मुंगेली, कोरबा और रायगढ़ जिला भी है। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक होम क्वारंटाइन किए गए लोगों के क्षेत्रों में नियमित गश्त भी की जा रही है। क्योंकि वह घर पर फोन छोड़ देते हैं और बाहर निकल जाते हैं तब ऐप के माध्यम से उन्हें ट्रेस करने का कोई तरीका नहीं है। 

Web Title: Police in Chhattisgarh are trying to stop the corona with the help of mobile app, read to know in detail.

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